जेल में बैठे बैठे ही चुनाव जीत गया ये कैदी, पत्नी के मौत मामले में जेल में है बंद….लगातार दूसरी बार की जीत दर्ज…

Update: 2020-02-04 06:59 GMT

रायपुर 4 फरवरी 2020। पहली बार प्रदेश के पंचायत चुनाव में ऐसा हुआ हैं जब एक विचारधीन कैदी ने जेल की चार दीवारी से सरपंच चुनाव लड़ा और उसमें उसे बड़ी संख्या में जीत भी दर्ज की। तिल्दा निवासी विचारधीन कैदी नरेंद्र यादव ने पंचायत चुनाव में जेल से ही सरपंच चुनाव लड़ने का मन बनाया और पर्चा भी दाखिल किया। नामांकन पर्चा भरने से पहले नरेंद्र ने चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी।
इसके लिये उसने एडीजी कोर्ट में याचिका दाखिल की थी, जिसके बाद चुनाव लड़ने के लिये उसे अनुमति दे दी गयी थी। इसके बाद जेल से ही नरेन्द्र ने अपने गांव तिल्दा ब्लाॅक के सडडू से सरपंच चुनाव लड़ा। तीन फरवरी को इस वार्ड में मतदान हुआ। इस क्षेत्र से नरेंद्र के अलावा पांच और सदस्य भी मैदान में थे। नरेन्द्र ने इस 1540 मतों में से 799 मत प्राप्त कर 271 वोटों से जीत दर्ज की।
चुनाव में मिली जीत के बाद से ही विचाराधीन कैदी नरेंद्र यादव के गांव में जश्न का माहौल है। बता दें कि नरेंद्र यादव पर दहेज प्रताड़ना और पत्नी की हत्या का आरोप है। कुछ साल पहले नरेंद्र की पत्नी ने खुदकुशी कर ली थी। नरेन्द्र पर प्रताड़ना और आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा था। इस मामले में वो रायपुर सेंट्र्ल जेल में बंद है। इससे पहले भी नरेन्द्र सरपंच रह चुका है।

 

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