मुंबई 23 दिसंबर 2020. देसी क्वीन कहीं जाने वाली हरियाणवी डांसर सपना चौधरी भले ही आज स्टारडम को एंजॉय कर रही हैं, लेकिन एक वक्त ऐसा भी था, जब उन्होंने मजबूरी में इस पेशे में आने का फैसला लिया था। यहां तक कि आर्थिक संकट के चलते वह 12वीं के बाद पढ़ाई भी नहीं कर सकीं। एक इंटरव्यू में सपना चौधरी ने बताया था कि 2008 के अंत में पिता की मौत के बाद जिंदगी बदल सी गई थी। सपना चौधरी के मुताबिक आर्थिक हालात विपरीत होने के चलते वह रात भर शो करती थीं और सुबह स्कूल जाती थीं। सुबह स्कूल जाकर वह पढ़ने की बजाय कई बार वहां सो जाती थीं। सपना चौधरी ने कहा कि स्कूल के मामले में उनकी मां इतनी सख्त थीं कि सुबह 6 बजे भी शो से लौटने पर स्कूल जाने को कहती थीं। उन्होंने कहा कि मैंने सिर्फ 7वीं क्लास तक ही रेग्युलर पढ़ाई की थी, लेकिन उसके बाद नियमित जाना नहीं हो सका।
यही नहीं स्कूल के टीचर्स ने भी उनकी खूब हेल्प की थी। सपना चौधरी के मुताबिक उनकी नोटबुक्स भी लड़कों के पास रहती थीं और वही उनका काम पूरा करते थे। कई बार तो वे लोग इस बात से चिढ़ भी जाते थे कि वह कभी स्कूल नहीं आती है और काम हमें पूरा करना पड़ता है। सपना चौधरी के मुताबिक उस दौर में वह रात भर शो किया करती थीं और सुबह आकर स्कूल जाती थीं। ऐसे में स्कूल जाकर पढ़ना मुश्किल था और वह सो ही जाती थीं। यहां तक कि हरियाणा के जींद से एक शो करके लौटते वक्त उनका पाला एक शराबी से पड़ गया था।
सपना चौधरी ने उस वाकये के बारे में बताते हुए कहा, ‘मैं और मां एक बार जींद से शो करके आ रहे थे। बस पूरी तरह से खाली थी और मैं एक सीट पर सो गई थी। लेकिन पीछे से एक शराबी टॉफियां खाकर मेरे ऊपर फेंक रहा था। वह घंटों तक ऐसा करता रहा और फिर मैं इससे परेशान होकर उठ गई। मैंने मां को भी यह बात नहीं बताई कि वह मुझे छेड़ रहा है क्योंकि वह इससे विचलित हो जातीं और कहतीं कि यह काम छोड़ दो।’ यदि वह डांस और सिंगिंग के पेश में न आतीं तो क्या करतीं? इस सवाल के जवाब में सपना चौधरी ने कहा कि मैंने मजबूरी में यह लाइन पकड़ी थी।