कैंसर के खिलाफ एनएचएमआई की अनूठी जंग में साथ खड़े हुए रायपुर के युवा और एक सूर में दिया संदेश….“ आई एम एंड आई विल”, डाक्टरों ने कहा, कैंसर से बचने जागरुकता जरूरी

Update: 2020-02-05 08:39 GMT

NPG.NEWS
रायपुर, 5 फरवरी 2020। विश्व कैंसर दिवस के उपलक्ष्य में एन एच एम एम आई कैंसर केयर द्वारा कैंसर जागरूकता पदयात्रा आयोजित किया गया, समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर रायपुर के प्रथम नागरिक, महापौर एजाज ढेबर ने अपने संबोधन में बताया कि, अगर इन्सान अपने मन में एक बार ठान ले तो फिर वो हर जंग जीत सकता है| महापौर एजाज ढेबर ने कैंसर के खिलाफ जंग के विजेताओं के साथ, इस जागरूकता वाक को झंडा दिखा कर रवाना किया, जिसमें विभिन्न शैक्षणिक संस्थान, सामाजिक संगठन एवं आम लोगों ने भाग लिया | एन एच एम एम आई नारायणा मल्टी स्पेशिलिटी हॉस्पिटल के सीनियर मेडिकल अधीक्षक डॉ आलोक स्वाइन ने बताया कि, कैंसर के बारे में लोगो में जागरूकता होना बहुत ज़रूरी है, साथ ही उचित समय पर निर्णय लेने के लिए लोगों जागरूक होना पड़ेगा| उन्होंने बताया कि पहले कैंसर के इलाज के लिए सुविधाएं कुछ ही जगह उपलब्ध थी, और संसाधन भी सिमित थे, मगर आज की परिस्थिति में इस जंग में साथ देने के लिए छत्तीसगढ़ में विश्वस्तरीय उपकरणों, के साथ कुशल एवं दक्ष चिकित्सक उपलब्ध हैं, साथ ही विभिन्न शासकीय योजनायें मदद के लिए उपलब्ध हैं, बस आपको एक कदम उठाने की ज़रूरत है| कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संस्था की कैंसर सर्जरी विशेषज्ञ डॉ मौ रॉय ने उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए बताया की, महिलाओं में पाए जाने वाले कैंसर में मुख्य रूप से ब्रेस्ट कैंसर एवं सर्वाइकल कैंसर देखा गया है, और इन दोनों से बचाव बेहद आसान है| पेप स्मीयर जाँच, एवं स्वयं के द्वारा नियमित ब्रेस्ट की जाँच एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे इस बीमारी से बचा जा सकता है, और समय रहते उचित इलाज से एक सामान्य जीवन व्यतीत किया जा सकता है| रेडिएशन कैंसर विशेषज्ञ डॉ पीयूष शुक्ला ने समाज में व्याप्त एक गंभीर समस्या पर ध्यान आकर्षित करते हुए बताया की, नशे की लत, असामान्य जीवन शैली, तम्बाकू सेवन, जंक फ़ूड, मोबाइल का उपयोग, कुछ ऐसी आम आदतें हैं, जिससे इस बीमारी को प्रश्रय मिलता है, और सबसे गंभीर बात ये है, की इन सभी की ज़द में ज्यादातर युवावर्ग है, जिसके लिए सख्त कदम उठाने की ज़रूरत है| मोबाइल, टेबलेट्स, लैपटॉप, पामटॉप, ब्लू टूथ इयरफ़ोन, जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से निकलने वाले विकिरणों से भी कैंसर का जोखिम है, सतर्क रहना अत्यंत ज़रूरी है| मेडिकल ओंकोलोजिस्ट डॉ सिद्धार्थ तुरकर ने सावधानी एवं बचाव के सम्बन्ध में चर्चा किया, की शरीर के किसी भी हिस्से में गांठ होना, जो कि शारीर के अन्य हिस्सों में फ़ैल रहा हो, अथवा असामान्य प्रकृति का हो, स्तन से श्राव, पेशाब में रक्त, अचानक वजन कम होना, फेफड़ों के संक्रमण के कारण साँस की तकलीफ, प्रोस्टेट सम्बंधित समस्याएं, ऐसे लक्षणों को कभी भी सामान्य रूप से नहीं लेना चाहिए, ये सभी लक्षण कुछ हद तक कैंसर के ओर इशारा करते हैं| बायोप्सी जाँच, मेमोग्राम, एमआरआई जाँच, कम्पलीट ब्लड काउंट, जैसे सामान्य जांचों के द्वारा कैंसर के बारे में जानकारी ली जा सकती है| कैंसर के इलाज में मरीज एवं उनके परिजनों को मानसिक तौर पर मजबूत रहना बेहद ज़रूरी है, इसके अलावा सर्जरी, रेडियोथेरेपी, कीमोथिरेपी, इम्युनोथिरेपी, टार्गेटेड थिरेपी, स्टेम सेल ट्रांसप्लांट एवं नियमित दवाईयों के सेवन द्वारा इस जंग को लड़ा और जीता जा सकता है| कार्यक्रम के समापन पर बोलते हुए माय एफ एम के स्टेट हेड शाजी ल्युकोस ने कहा, जीतने से पहले जीत, और हारने से पहले हार नहीं मानना चाहिए, जंग है तो है, हम जीतेंगे, यह आत्मविश्वास रखना आवश्यक है|

एन एच एम एम आई नारायणा मल्टीस्पेशिलिटी हॉस्पिटल के सहायक महाप्रबंधक रवि भगत ने बताया की, हमलोग विभिन्न प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम जैसे सड़क सुरक्षा कार्यक्रम, महिला स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम, स्ट्रोक सम्बंधित, किडनी रोग सम्बंधित, एवं ह्रदय रोग से बचाव के लिए वार्षिक कार्यक्रम एन एच वाकाथान करते आ रहे हैं, इसी कड़ी में अब कैंसर से लड़ रहे लोगों के साथ कदम से कदम हुए एक नए जागरूकता कार्यक्रम का आज आगाज किया गया है, और इतने कम समय में सभी संस्थाओं के सहयोग से कार्यक्रम सफल हुआ, और ज्यादा प्रोत्साहन रायपुर की जनता के समर्थन एवं प्रशासनिक सहयोग से मिलता है| पिछले 09 वर्षों से एन एच एम एम आई के द्वारा छत्तीसगढ़ के सुदूर अंचलों में भी विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमो का आयोजन किया जाता रहा है, हमारा उद्देश्य है, कि आज के इस आधुनिक युग में भी जानकारी के आभाव से किसी को विपत्ति का सामना न करना पड़े|

Tags:    

Similar News