Vishnudev Sai Cabinet: मंत्रियों की टकटकी, समझ से परे BJP की रणनीति: पहले सीएम, फिर मंत्रिमंडल के लिए इंतजार, अब विभाग बंटवारे में देर

Vishnudev Sai Cabinet: नवंबर- दिसंबर में 5 राज्‍यों में हुए विधानसभा चुनाव में 3 राज्‍यों में भाजपा को स्पष्‍ट बहुमत मिला है। इसके बावजूद मुख्‍यमंत्री का नाम तय करने में सप्‍ताहभर से ज्‍यादा का वक्‍त लग गया। अब मंत्रिमंडल के विस्‍तार और विभागों के बंटवारे में भी लेट हो रहा है।

Update: 2023-12-26 07:29 GMT

Vishnudev Sai Cabinet: रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में मुख्‍यमंत्री विष्‍णुदेव साय की कैबिनेट का विस्‍तार हुए 4 दिन का वक्‍त गुजर चुका है। साय कैबिनेट में शामिल किए गए 9 मंत्रियों को 22 दिसंबर को राजभवन में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। शपथ लेने वाले मंत्रियों के लिए मंत्रालय में कक्ष आवंटित हो गया है। गाड़ी और स्‍टाफ भी मिल गया है। बंगला आवंटित करने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है, लेकिन विभाग का आवंटन अभी तक नहीं हुआ है। ऐसे में मंत्री भी टकटकी लगाए विभाग आवंटन का इंतजार कर रहे हैं।

भाजपा इस बार छत्‍तीसगढ़ ही नहीं बल्कि बाकी दोनों राज्‍यों मध्‍य प्रदेश और राजस्‍थान में भी सरकार गठन में लेटलतीफी कर रही है। पार्टी की इस नई रणनीति ने सभी आश्‍चर्यचकित कर रखा है। राजनीतिक विश्‍लेषक भी कह रहे हैं कि भाजपा की यह रणनीति समझ से परे है। इधर, मंत्री पद की शपथ ले चुके नेताओं की भी बेचैनी बढ़ी हुई है। सूत्र बता रहे हैं कि मंत्रियों को विभाग को लेकर इशारा कर दिया गया है, लेकिन वे इसको लेकर आश्‍वस्‍त नहीं हैं। वजह यह है कि विधानसभा चुनाव से लेकर अब तक पार्टी का राष्‍ट्रीय नेतृत्‍व लगातार चौकाने वाले फैसले ले रहा है। ऐसे में विभागों के बंटवारे को लेकर जब तक ऑन पेपर कुछ नहीं आ जाता तब तक मंत्री पद की शपथ ले चुके नेता भी भरोसा करने को तैयार नहीं हैं।

छत्‍तीसगढ़ में विभागों के आवंटन को लेकर लगातार अटकलों का दौर चल रहा है। 22 को शपथ ग्रहण के बाद सीएम और दोनों डिप्‍टी सीएम दिल्‍ली चले गए। चर्चा थी कि विभागों का बंटवारा राष्‍ट्रीय नेताओं की सलाह पर किया जाएगा। ऐसे में उम्‍मीद की जा रही थी कि दिल्‍ली से लौटने के बाद विभाग बंट जाएगा। सीएम और दोनों डिप्‍टी सीएम को दिल्‍ली से लौटे से हुए भी दो दिन हो गया, लेकिन विभाग आवंटन को लेकर अब तक कोई चर्चा सुनाई नहीं दे रही है।

हद से ज्यादा सस्‍पेंस

छत्‍तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के परिणामों की घोषणा 3 दिसंबर को की गई। भाजपा को स्‍पष्‍ट बहुमत हासिल हुआ। इसके बावजूद सीएम के नाम की घोषणा करने में 7 दिन का वक्‍त लग गया। मुख्‍यमंत्री के नाम का ऐलान 10 दिसंबर को किया गया। 13 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह रखा गया। शपथ ग्रहण के कुछ घंटे पहले तक डिप्‍टी सीएम के शपथ ग्रहण पर सस्‍पेंस बना रहा। इसके बाद मंत्रिमंडल के विस्‍तार को लेकर इंतजार का दौर शुरू हुआ। सीएम के शपथ ग्रहण के 8वें दिन 21 दिसंबर को मंत्रियों के नाम की घोषण हुई और 9वें दिन शपथ ग्रहण हुआ।

छत्‍तीसगढ़ में इन्‍हें बनाया गया है मंत्री

छत्‍तीसगढ़ में मुख्‍यमंत्री वि‍ष्‍णुदेव साय और दोनों डिप्‍टी सीएम अरुण साव और विजय शर्मा ने 13 दिसंबर को शपथ लिया था। 22 तारीख को हुए मंत्रिमंडल में विस्‍तार में बृजमोहन अग्रवाल, राम विचार नेताम, दयाल दास बघेल, केदार कश्‍यप, लखनलाल देवांगन, श्‍याम बिहारी जायसवाल, ओपी चौधरी, टंकराम वर्मा और लक्ष्‍मी राजवाड़े ने शपथ लिया था।

फैसले में देर की बताई जा रही यह वजह

तीनों चुनावी राज्‍यों में सरकार बनान में हो रही देर को लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। लोकसभा चुनाव 2024 की घोषणा फरवरी के अंतिम या मार्च के पहले सप्‍ताह में हो सकती है। ऐसे में तीनों में राज्‍यों में सरकार के समीकरण का असर लोकसभा चुनाव पर भी पड़ सकता है। यही वजह है कि पार्टी ने तीनों राज्‍यों में मुख्‍यमंत्री और डिप्‍टी सीएम के चयन में आम लोगों को बड़ा संदेश देने का प्रयास किया है।

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