मल्लिकार्जुन खड़गे: मजदूरों का वकील अब करेगा सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस का फैसला, 15 करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं नए राष्ट्रीय अध्यक्ष

कांग्रेस अध्यक्ष के लिए छठवीं बार हुए चुनाव में खड़गे ने शशि थरूर को हराया है। खड़गे को 7897 वोट मिले, जबकि थरूर 1072 पर ही रह गए। मधुसूदन मिस्त्री ने खड़गे की जीत का ऐलान किया है।

Update: 2022-10-19 09:09 GMT

NPG ब्यूरो। एक जूनियर वकील के रूप में मजदूरों के केस लड़ने वाला युवा अब कांग्रेस के बड़े-बड़े फैसले लेगा। छात्र नेता, फिर मजदूरों का नेता अब कांग्रेस पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है। जी हां, हम बात कर रहे हैं मल्लिकार्जुन खड़गे की। 80 साल के खड़गे 24 साल बाद कांग्रेस के गैर गांधी अध्यक्ष होंगे। वे सोनिया गांधी के स्थान पर नए अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालेंगे। सोनिया गांधी 1998 से इस पद पर थीं। 17 अक्टूबर को हुई वोटिंग के बाद 19 अक्टूबर को जब गिनती शुरू हुई, तब खड़गे ने पहले राउंड से ही बढ़त बनाई, फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्हें 7897 वोट मिले हैं, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी शशि थरूर को सिर्फ 1078 ही मिला। कुल 9385 वोट पड़े थे, जिसमें से 416 रिजेक्ट हो गए। आगे पढ़ें, किस तरह हुई राजनीतिक जीवन की शुरुआत...


गवर्नमेंट कॉलेज के महासचिव चुने गए

मल्लिकार्जुन खड़गे का जन्म 21 जुलाई 1942 को कर्नाटक के बीदर जिले में हुआ था। उन्होंने गुलबर्गा में नूतन विद्यालय से स्कूली शिक्षा पूरी की। इसके बाद गुलबर्गा के सेठ शंकरलाल लाहोटी के सरकारी लॉ कॉलेज से स्नातक की उपाधि ली। वे गवर्नमेंट कॉलेज में छात्र संघ के महासचिव चुने गए थे। कानून की पढ़ाई के बाद उन्होंने जस्टिस शिवराज पाटिल के कार्यालय में एक जूनियर वकील के रूप में अपनी कानूनी प्रैक्टिस शुरू की थी।


1969 में खड़गे MSK मिल्स एम्प्लाइज यूनियन के कानूनी सलाहकार बन गए। वे संयुक्त मजदूर संघ के एक प्रभावशाली श्रमिक संघ नेता भी थे और उन्होंने मजदूरों के अधिकारों के लिए लड़ने वाले कई आंदोलन का नेतृत्व किया। 1969 में, वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गए और गुलबर्गा शहर कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे।

खड़गे ने 1972 में पहली बार कर्नाटक राज्य विधानसभा के लिए चुनाव लड़ा। गुरमीतलाल सीट से चुनाव लड़े और जीते। 1973 में उन्हें ऑक्ट्रोई उन्मूलन समिति के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था। 1974 में उन्हें चमड़ा विकास निगम के अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली। 1978 में वे गुरमीतलाल सीट से दूसरी बार विधायक बने। उन्हें ग्रामीण विकास और पंचायतीराज राज्य मंत्री बनाया गया। 1980 में वे गुंडू राव मंत्रिमंडल में राजस्व मंत्री बने।


2014 के आम चुनावों में खड़गे ने गुलबर्गा संसदीय सीट से चुनाव लड़ा और रिकॉर्ड मतों से जीते। उन्होंने भाजपा के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 73,000 मतों से हराया। इसके बाद उन्हें लोकसभा में विपक्ष के नेता की जिम्मेदारी मिली। 2019 में वे हार गए थे। फिलहाल वे राज्यसभा में विपक्ष के नेता की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।

15.77 करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं

खड़गे ने 2019 के लोकसभा चुनाव में जो शपथ पत्र प्रस्तुत किया था, उसमें उन्होंने 15,77,22,896 रुपए की चल-अचल संपत्ति का ब्योरा दिया था। इसमें 3122000 रुपए की देनदारियां भी शामिल हैं। शपथ पत्र के मुताबिक उनके नाम पर कोई वाहन नहीं है। खड़गे की संपत्ति में इजाफे को लेकर विवाद की स्थिति भी बनी थी।

कांग्रेस के अब तक के अध्यक्ष

उमेश चंद्र बनर्जी – 1885

दादा भाई नौरोजी – 1886

बदरुद्दीन तैयबजी – 1887

जॉर्ज यूल – 1888

विलियम वेडरबर्न – 1889

फिरोजशाह मेहता – 1890

आनंद चार्ल्लू – 1891

उमेश चंद्र बनर्जी – 1892

दादा भाई नौरोजी - 1893

अल्फ्रेड वेब – 1894

सुरेंद्र नाथ बैनर्जी – 1895

रहिमतुल्ला सायानी – 1896

सी शंकरन नायर – 1897

आनंद मोहन बोस – 1898

रमेश चंद्र दत्त – 1899

नारायण गणेश चंदावरकर – 1900

दिनशा वाचा – 1901

सुरेंद्र नाथ बैनर्जी – 1902

लालमोहन घोष – 1903

हेनरी कॉटन – 1904

गोपालकृष्ण गोखले – 1905

दादा भाई नौरोजी – 1906

रासबिहारी घोष – 1907

रासबिहारी घोष – 1908

मदनमोहन मालवीय – 1909

विलियम वेडरबर्न – 1910

बिशन नारायण दर – 1911

रघुनाथ नरसिंह मुधोलकर – 1912

नवाब सैयद मुहम्मद बहादुर – 1913

भूपेंद्र नाथ बोस – 1914

सत्येंद्र प्रसन्न सिन्हा – 1915

अंबिका चरण मजूमदार – 1916

एनी बेसेंट – 1917

मदनमोहन मालवीय – 1918

सैयद हसन इमाम – 1918

मोतीलाल नेहरू – 1919

लाला लाजपत राय – 1920

विजय राघवाचार्य – 1920

चित्तरंजन दास – 1921

चित्तरंजन दास – 1922

मोहम्मद अली जौहर – 1923

अबुल कलाम आजाद – 1923

महात्मा गांधी – 1924

सरोजिनी नायडु – 1925

एस. श्रीनिवास आयंगर – 1926

मुख्तार अहमद अंसारी – 1927

मोतीलाल नेहरू – 1928

जवाहरलाल नेहरू – 1929, 1930

वल्लभ भाई पटेल – 1931

मदनमोहन मालवीय – 1932

नेली सेनगुप्त – 1933

राजेंद्र प्रसाद – 1934, 1935

जवाहरलाल नेहरू – 1936

जवाहरलाल नेहरू – 1937

सुभाष चंद्र बोस – 1938

सुभाष चंद्र बोस (राजेंद्र प्रसाद) - 1939

अबुल कलाम आजाद – 1940-46

आचार्य कृपलानी – 1947

पट्‌टाभि सीतारमैया – 1948, 1949

पुरुषोत्तम दास टंडन – 1950

जवाहरलाल नेहरू – 1951, 1952

जवाहरलाल नेहरू – 1953

जवाहरलाल नेहरू – 1954

उच्छंगराय नवलशंकर ढेबर – 1955

उच्छंगराय नवलशंकर ढेबर – 1956

उच्छंगराय नवलशंकर ढेबर – 1957

उच्छंगराय नवलशंकर ढेबर – 1958

उच्छंगराय नवलशंकर ढेबर – 1959

इंदिरा गांधी – 1959

नीलम संजीव रेड्‌डी –1960

नीलम संजीव रेड्‌डी – 1961

नीलम संजीव रेड्‌डी -–1962, 1963

के. कामराज – 1964

के. कामराज – 1965

के. कामराज – 1966, 1967

एस. निजलिंगप्पा – 1968

एस. निजलिंगप्पा – 1969

जगजीवन राम – 1970, 1971

शंकरदयाल शर्मा – 1972-74

देवकांत बरुआ – 1975-77

इंदिरा गांधी – 1978-83

इंदिरा गांधी – 1983-1984

राजीव गांधी – 1985-1991

पी.वी. नरसिम्हा राव – 1992-96

सीताराम केसरी – 1996-98

सोनिया गांधी – 1998-2017

राहुल गांधी – 2017-2019

सोनिया गांधी – 2019-2022

मल्लिकार्जुन खड़गे – 2022 से...

(विकीपीडिया के अनुसार)

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