Mumbai Ice Cream Case: मुंबई में महिला डॉक्टर को ऑनलाइन आइसक्रीम में मिली मानव उंगली, पुलिस जांच में जुटी
Mumbai Ice Cream Case: मुंबई में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक महिला डॉक्टर को ऑनलाइन ऐप से मंगवाई गई आइसक्रीम में कथित रूप से कटी उंगली मिली।
Mumbai Ice Cream Case: मुंबई में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक महिला डॉक्टर को ऑनलाइन ऐप से मंगवाई गई आइसक्रीम में कथित रूप से कटी उंगली मिली। मलाड इलाके में रहने वाली 27 वर्षीय डॉक्टर ओरलेम ब्रेंडन सेराओ ने जेप्टो ऐप से यम्मो की बटरस्कॉच आइसक्रीम के 3 कोन ऑर्डर किए थे। डिलीवरी के बाद जब सेराओ ने आइसक्रीम खाना शुरू किया, तो उन्हें कुछ अटपटा महसूस हुआ। आधी आइसक्रीम खाने के बाद, कोन में 2 सेंटीमीटर लंबी इंसान की उंगली दिखाई दी। डॉक्टर होने के नाते सेराओ को तुरंत यकीन हो गया कि यह मानव अंग है और उन्होंने तुरंत मलाड थाने में जाकर इसकी सूचना दी।
पुलिस की प्रतिक्रिया और जांच
मलाड पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 272 (अस्वास्थ्यकर खाने-पीने की चीजें मिलाना), 273 (हानिकारक खाद्य पदार्थ की बिक्री) और 336 (जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालना) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने कटे अंग को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है और प्रथम दृष्टया इसे मानव अंग माना जा रहा है।
फॉरेंसिक जांच और छापेमारी
पुलिस ने यह भी बताया कि फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही इस बात की पूरी पुष्टि हो पाएगी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने यह निर्णय लिया है कि जहां आइसक्रीम बनाई और पैक की गई है, वहां छापा मारा जाएगा। पुलिस का मानना है कि यह किसी बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकता है। पुलिस आइसक्रीम में मानव उंगली मिलने को एक बड़ी साजिश मान रही है और इसके पीछे के कारणों की जांच कर रही है। पुलिस ने संबंधित आइसक्रीम कंपनी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
इस घटना ने लोगों के बीच ऑनलाइन ऑर्डर करने को लेकर एक बार फिर सुरक्षा और गुणवत्ता की चिंता को बढ़ा दिया है। लोगों को सावधानी बरतने और किसी भी संदिग्ध वस्तु के मिलने पर तुरंत संबंधित अधिकारियों को सूचित करने की सलाह दी गई है।
इस प्रकार की घटनाएं न केवल खाद्य सुरक्षा के नियमों के उल्लंघन को उजागर करती हैं, बल्कि उपभोक्ताओं के लिए भी एक गंभीर खतरे का संकेत देती हैं। पुलिस और संबंधित विभागों की त्वरित कार्रवाई से इस मामले में न्याय मिलने की उम्मीद की जा सकती है।