नर्सिंग में बनाये अपना करियर….7 अक्टूबर तक ऑनलाइन कर सकते है आवेदन….छत्तीसगढ़ के इस कॉलिज में ले सकते है एडमिशन

Update: 2020-09-25 00:18 GMT

भिलाई 25 सितम्बर 2020 । मेडिकल क्षेत्र में हो रही प्रगति के चलते नर्सों की मांग देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर में बढ़ी है। यही वजह है कि इसमें यंग महिलाओं की दिलचस्पी तेजी से बढ़ी है। नर्सिंग के क्षेत्र बहुत तेजी से विकसित हो रहा है और इसमें आने वाले समय में जॉब ऑपरच्युनिटी बढ़ने की अच्छी संभावनाएं हैं। कोरोनाकाल में सबसे ज्यादा डिमांड वाला कोर्स भी नर्सिंग है। आपको शायद यह जानकार आश्चर्य हो कि केरल की महिलाओं की करियर में पहली पांच पसंद में नर्सिंग भी है। भारत में जिन कुछ क्षेत्रों में मंदी का सबसे कम असर होगा, उनमें एक है हेल्थकेयर। और यदि नर्सिंग को हेल्थकेयर की रीड की हड्डी कहा जाये, तो कुछ अतिशयोक्ति नहीं होगी।
इधर, छत्तीसगढ़ में बीएससी नर्सिंग, पोस्ट बेसिक बीएससी नर्सिंग और एमएससी नर्सिंग में भर्ती के लिए डीएमई ने तारीख बढ़ा दी है। अब 7 अक्टूबर तक ऑनलाइन कर सकते हैं। जानकारी के मुताबिक, पहले 23 सितंबर तक ऑनलाइन आवेदन मंगाए गए थे। कोरोना संक्रमण काल को देखते हुए तारीख को आगे बढ़ाई गई है। अपोलो कॉलेज के डायरेक्टर आशीष अग्रवाल ने बताया कि नर्सिंग पाठ्यक्रम में के लिए 12वीं में अंकों को आधार बनाया गया है।

 

इस बार छत्तीसगढ़ में नर्सिंग कॉलेजों में एडमिशन की प्रक्रिया में प्रवेश परीक्षा शामिल नहीं है। यानि प्रवेश परीक्षा नहीं होगी। सीधे अंकों के आधार पर दाखिला दिया जाएगा। 12वीं के नंबर के आधार पर मेरिट तैयार की जाएगी। 12वीं (PCB) में सामान्य वर्ग एवं अ.पि.व./अ.जा./अ.ज.जा. के विद्यार्थियों का 45% प्रतिशत अंक होना अनिवार्य है।

 

12वीं के नंबर के आधार पर मेरिट तैयार की जाएगी। 12वीं (PCB) में सामान्य वर्ग एवं अ.पि.व./अ.जा./अ.ज.जा. के विद्यार्थियों का 45% प्रतिशत अंक होना अनिवार्य है। कोई कन्फ्यूजन है तो आप इस मोबाइल नंबर पर भी 8770899604 और 8770899608 पर संपर्क कर सकते हैं। वहीं 24 अगस्त से प्रोसेस शुरू हो चुका है। पहले 23 सितंबर तक ऑनलाइन आवेदन मंगाए गए थे। अब 7 अक्टूबर तक फॉर्म भर सकेंगे।

प्रवेश संबंधित अधिक जानकारी के लिए नीचे दी गई लिंक पर अपनी जानकारी दर्ज करे
https://forms.gle/HRfGghh3m4Cy1Cxp9

छत्तीसगढ़ में अपोलो कॉलेज की डिमांड ज्यादा
छत्तीसगढ़ में नर्सिंग के लिए अपोलो कॉलेज अंजोरा की डिमांड इस बार भी है। सत्र 2008 से अपोलो काॅलेज ऑफ नर्सिग की स्थापना की गई है जो कि इंडियन नर्सिग काउंसिल नई दिल्ली, स्टेट नर्सिग कौंसिल रायपुर तथा पं. दीनदयाल मेमोरियल आयुष हेल्थ एण्ड साइंस, रायपुर से संबद्ध है। छात्र एव छात्राओं के क्लिनिकल प्रशिक्षण हेतु पं. जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय, सेक्टर-09, भिलाई, मेन्टल हेल्थ ट्रेनिंग हेतु RINPAS, रांची भेजा जाता है।

 

कॉलेज द्वारा छात्र छात्राओं को विभिन्न प्रकार की सुविधाएँ जैसे-छात्र एवं छात्राओं के लिए अलग-अलग छात्रावास, मेस ,क्लिनिकल प्रशिक्षण हेतु बस, काॅलेज परिसर के अंदर बैंक व एटीएम, पर्याप्त सुविधायुक्त लाईब्रेरी उपलब्ध है। कम्यूनिटी प्रशिक्षण हेतु महाविद्यालय द्वारा छात्र एवं छात्राओं को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, नगपुरा भेजा जाता हैं अपोलो काॅलेज आॅफ नर्सिंग, अंजोरा के विद्यार्थी चार वर्ष का नर्सिंग कोर्स पूरा करने के बाद पं. जवाहर नेहरू, सेक्टर 09 भिलाई के द्वारा आयोजित इंटर्न नर्स की प्लेसमेंट इंटरव्यू में सफल रहे। 14 छात्र-छात्राओं का इंटरव्यू में चयन हुआ विद्यार्थियों के लिए यह अच्छी उपलब्धि है।

नर्सिंग सेक्टर में ये भी संभावनाएं
नर्सिंग का क्षेत्र सिर्फ अस्पतालों और मरीजों की देखभाल तक सीमित नहीं है। इसमें दक्षता हासिल करने वाली नर्सों के लिए एजुकेशन, ऐडमिनिस्ट्रेशन और रिसर्च में भी संभावनाएं हो सकती हैं। इसके अलावा आप किसी भी प्राइवेट या सरकारी हॉस्पिटल, नर्सिंग होम, अनाथालय, वृद्धाश्रम, सेनेटोरियम और आर्मी में भी जॉब हासिल कर सकती हैं। यही नहीं कई सरकारी विभागों में नर्सों की जरूरत होती है।

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