CM Oath Ceremony: MP और छत्तीसगढ़ में शपथग्रहण कल, PM समेत ये नेता बनेंगे गवाह, जानिए टाईम टेबल
CM Oath Ceremony: मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने का वक्त नजदीक आ गया है. दोनों ही राज्यों में भारतीय जनता पार्टी ने शानदार जीत दर्ज की है.
CM Oath Ceremony: मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने का वक्त नजदीक आ गया है. दोनों ही राज्यों में भारतीय जनता पार्टी ने शानदार जीत दर्ज की है. खास बात यह है कि इन दोनों ही प्रदेशों में बीजेपी के लिए कड़ी टक्कर मानी जा रही थी, लेकिन नतीजों ने हर किसी को चौंका दिया. बीजेपी ने बेहतरीन बढ़त के साथ यहां ऐतिहासिक जीत भी हासिल की है. अब 13 दिसंबर यानी बुधवार को दोनों ही राज्यों में सीएम पद की शपथ ली जाएगी. इस शपथ ग्रहण कार्यक्रम में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हिस्सा लेंगे. आइए जानते हैं किस राज्य में कब होगा शपथ ग्रहण समारोह.
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में पदों को लेकर ऐलान कर दिया गया है. अब दोनों ही राज्यों में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं. 13 दिसंबर को दोनों ही प्रदेशों में सीएम समेत अन्य पदों के लिए शपथ ली जाएंगी.
मध्य प्रदेश में बीजेपी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है. इस जीत में पीएम मोदी का फायर ब्रांड चेहरा तो रहा ही साथ ही लाड़ली योजना को भी जनता खासतौर पर महिलाओं का साथ मिला. एमपी में सुबह 11.30 बजे शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया जाएगा. मोहन यादव बतौर मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा बतौर डिप्टी सीएम शपथ लेंगे. कार्यक्रम में पीएम मोदी के साथ-साथ बीजेपी के दिग्गज नेता भी शामिल होंगे.
छत्तीसगढ़ में भी बीजेपी ने कांग्रेस को करारी शिकस्त देते हुए बेहतरीन जीत हासिल की है. यहां पर भी बीजेपी ने रमन सिंह को दोबारा कमान ना देते हुए नए चेहरे के साथ जाना सही माना. छ्त्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय बतौर मुख्यमंत्री शपथ लेंगे. बता दें कि पिछले सोमवार को बीजेपी ने विधायक दल ने केंद्रीय पर्यवेक्षकों के साथ चर्चा की. इसी बैठक में कैबिनेट के नेताओं ने अपना मुखिया चुना.
मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को वोटिंग हुई जबकि छत्तीसगढ़ में दो चरणों 7 और 17 को लोगों ने वोट डाले. एमपी की 230 विधानसभा सीट पर 3 दिसंबर को आए नतीजों में बीजेपी ने 163 सीट पर कब्जा जमाकर इतिहास रच दिया. जबकि कांग्रेस महज 66 सीट पर ही सिमट कर रह गई. वहीं छत्तीसगढ़ में 54 सीट पर भगवा लहराया, जबकि कांग्रेस के खाते में सिर्फ 35 सीट ही आईं.