Surya Grahan 2022: सूर्य ग्रहण में ये चीजें भूलकर भी न करें...होगा नुकसान, ये सावधानियां बरतें...

गर्भवती महिलाएं ये ना करें

Update: 2022-10-25 10:40 GMT

NPG डेस्क। इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण आज है। दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा होती है लेकिन इस बार सूर्य ग्रहण के कारण ये पूजा 25 अक्टूबर की जगह 26 अक्टूबर को रखी गई है। साथ ही भाई दूज 27 अक्टूबर को मनाया जायेगा।

भारत में सूर्य ग्रहण 4 बजकर 32 मिनट से शुरू होगा, जो शाम 06 बजकर 32 मिनट तक रहेगा। ज्योतिष के अनुसार, ग्रहण काल के दौरान खाना, पीना, सोना, नहाना, भोजन पकाना आदि कई कार्यों की मनाही होती है। कहते हैं इस दौरान गलती से भी इन चीजों का पालन किया जाए तो आपके साथ-साथ आपके पूरे परिवार को सूर्य ग्रहण के बुरे प्रभाव को झेलना पड़ सकता है। आइए जानते हैं सूर्य ग्रहण के बुरे प्रभाव से बचने के उपाय।

ग्रहण के दौरान क्या करें-

1. ग्रहण शुरू होने से पहले खुद को शुद्ध कर लें। ग्रहण शुरू होने से पहले स्नान आदि कर लेना शुभ माना जाता है।

2. ग्रहण काल में अपने इष्ट देव या देवी की पूजा अर्चना करना शुभ होता है।

3. सूर्य ग्रहण में दान करना बेहद शुभ माना जाता है। ग्रहण समाप्त होने के बाद घर में गंगा जल का छिड़काव करना चाहिए।

4. ग्रहण खत्म होने के बाद एक बार फिर स्नान करना चाहिए। कहते हैं कि ऐसा शुभ फलों की प्राप्ति होती है।

5. ग्रहण काल के दौरान खाने-पीने की चीजों में तुलसी का पत्ता डालना चाहिए।

शास्त्रों में सूर्य ग्रहण को शुभ नहीं माना गया है। इसलिए सूर्य ग्रहण काल में देवी देवताओं का स्मरण करें। साथ ही भगवान से अपने और अपने पूरे परिवार की कुशलता के लिए कामना करें।

ग्रहण के दौरान आप भगवान को बिना स्पर्श किए ही उनके बीज मंत्र और चालीसा का पाठ करें। बस ध्यान रखें कि मंत्रों का जाप मन में ही करें। इससे सूर्य ग्रहण के बुरे प्रभाव से बचा जा सकता है।

शास्त्रों के अनुसार, ग्रहण के दौरान एक दीप जलाकर गायत्री मंत्र या महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना उचित बताया गया है। कहते हैं ऐसा करने से सर्वबाधा का विनाश होता है। साथ ही ग्रहण का प्रभाव भी कम होता है।

सूर्य ग्रहण के बाद घर में झाड़ू-पोछा जरूर लगाएं. माना जाता है कि ऐसा करने से ग्रहण की नाकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो जाती है.

- ग्रहण खत्म होने के बाद देवी-देवताओं का दर्शन करना शुभ होता है. ऐसे में ग्रहण के बाद ऐसा जरूर करना चाहिए.

खाना ना खाएं- सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ भी खाने से उसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ऐसे में इस दौरान पका हुआ खाना खाने की मनाही होती है। इस दौरान काटने-छीलने का काम भी वर्जित माना जाता है।

नए काम की शुरुआत ना करें- माना जाता है कि ग्रहण काल के दौरान नकारात्मकता बढ़ जाती है। ऐसे में इस दौरान किसी काम की शुरुआत या मांगलिक काम नहीं करने चाहिए। इसके अलावा ग्रहण काल में नाखून और बाल नहीं काटने चाहिए।

ग्रहण कहां दिखेगा?

25 अक्टूबर को लगने जा रहा साल का पहला सूर्य ग्रहण यूरोप, उत्तर पूर्वी अफ्रीका और पश्चिमी एशिया के विभिन्न हिस्सों में नजर आएगा। कुछ जगहों पर इसे भारत में भी इसे देखा जा सकेगा. भारत में साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण दिल्ली, बेंगलुरू, कोलकाता, चेन्नई, उज्जैन, वाराणसी और मथुरा में नजर आयेगा।

गर्भवती महिलाएं ये ना करें 

गर्भवती महिलाएं ना करें ये काम- सूर्य ग्रहण काल के दौरान गर्भवती महिलाएं किसी भी तरह की नुकीली चीज, जैसे चाकू, कैंची का इस्तेमाल न करें. इसके साथ ही किसी भी तरह की सिलाई-कढ़ाई न करें। इस समय में घर के अंदर ही रहें और अगर किसी वजह से बाहर निकल रही हैं तो पेट के हिस्से पर गेरू लगाएं। मान्यता है कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो गर्भ में पल रहे बच्चे को नुकसान पहुंच सकता है।

ग्रहण काल में ना करें ये काम- ग्रहण काल के दौरान सोना नहीं चाहिए और ना ही इस दौरान सुई धागे का इस्तेमाल करना चाहिए और ना ही यात्रा करनी चाहिए।

पूजा-पाठ ना करें- सूतक काल के दौरान घर के मंदिर में देवी-देवाताओं की प्रतिमाओं को ढक कर रखें। इस दौरान पूजा पाठ बिल्कुल न करें।

ग्रहण के दौरान सूर्य की किरणें दूषित होती हैं। इसलिए गर्भवती महिलाएं को नकारात्मक प्रभाव से बचाने के लिए सूर्य ग्रहण नहीं देखना चाहिए।

सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं घर से बाहर न निकलें।

गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण के खत्म होने के बाद नहाना चाहिए।

सूर्य ग्रहण के दौरान नुकीली चीजें का प्रयोग नहीं करना चाहिए।

सूर्य ग्रहण के दौरान सोना अशुभ माना जाता है। इसलिए गर्भवती महिलाएं ग्रहण पर सोएं। बल्कि सूर्य से जुड़े मंत्रों का लगातार जाप करते रहना चाहिए।

ग्रहण के दौरान कुछ भी खाना-पीना चाहिए।

सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को अपने पास दूर्वा घास रखनी चाहिए।

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