Janmashtami Special : इनके बिना अधूरी है जन्माष्टमी की पूजा,आज और कल रखें इन बातों का ख्याल, दो दिन है बहुत खास
Janmashtami Special :6 और 7 सितंबर का दिन धर्मानुसार बहुत खास है। इस दिन शास्त्रसमत काम किये जाये तो श्रीकृष्ण की कृपा बरसती है, इसलिए जन्माष्टमी के दिन कुछ बातों का ख्याल रखना चाहिए।
Janmashtami Special : बांसुरी के बिना श्रीकृष्ण अधूरे है, उनको भगवान शिव का दिया यह उपहार अतिप्रिय है। माना जाता है कि भगवान कृष्ण की तस्वीर के पास बांसुरी रखने से सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है। घर में बांसुरी रखने से सिर्फ शुभता या शांति ही नहीं आती बल्कि घर में मौजूद वास्तु दोष भी समाप्त हो जाता है। श्रीकृष्ण का श्रृंगार कई सारी वस्तुओं से किया जाता है जिसमें मोर पंख और बांसुरी भी शामिल होती है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि आखिरकार जिस बांसुरी के बिना बाल गोपाल का श्रृंगार अधूरा होता है वो उन्हें भगवान शिव ने दी थी, इस साल जन्माष्टमी के दिन बांसुरी के कुछ वास्तु उपाय किए जाए, तो काफी शुभ होगा।
बांसुरी की कहानी'
पौराणिक कथा के मुताबिक द्वापर युग में भगवान विष्णु ने श्रीकृष्ण के रूप में अपना आठवां अवतार लिया था। उनके जन्म के बाद भगवान श्रीकृष्ण को देखने के लिए सभी देवी-देवता धरती पर आए। इस दौरान भगवान शिव श्रीकृष्ण को उपहार में कुछ देने के लिए मंथन करने लगे। तब शिवजी ने ऋषि दधीचि की महाशक्तिशाली हड्डी को घिसकर बांसुरी का निर्माण किया और गोकुल पहुंचे। शिवजी ने उस बांसुरी को बाल गोपाल को भेंट किया। कहा जाता है कि तभी से कृष्णा के पास बांसुरी है।
श्रीकृष्ण की बांसुरी को बेहद ही पवित्र और शुभ माना गया है साथ ही बांसुरी की पूजा का भी विशेष महत्व होता है। कहते हैं कि बंसी के बिना गोपाल अधूरे माने जाते हैं। माना जाता है कि इसकी मधुर धुन सुनकर सिर्फ मनुष्य ही नहीं बल्कि मवेशी भी मंत्रमुग्ध होकर नृत्य करने लगते थे।
बांसुरी से चमकेगा भाग्य
जन्माष्टमी के दिन घर में बांसुरी लाने से कृष्ण कृपा मिलती है। बांसुरी घर में रखने से परिवार में प्रेम का संचार होने लगता है। वैवाहिक जीवन (सुखी वैवाहिक जीवन के उपाय) में खुशहाली और मधुरता आने लग जाती है।
घर में बांसुरी रखने से मानसिक तनाव दूर होने लग जाता है।स्वास्थ्य बेहतर होता है और कैसी बी बीमारी दूर होने लगती है।
सिरहाने बांसुरी रखने से पति-पत्नी की अनबन दूर होती है।घर में बांसुरी रखने से घर का वास्तु दोष दूर हो जाता है।घर की नकारात्मकता नष्ट होती है और सकारात्मकता बढ़ती है।
घर में बांसुरी रखना संतान के लिए शुभ और लाभदायक होता है।घर में बांसुरी रखने से आर्थिक तंगी भी दूर होने लगती है।
घर में बांसुरी ऐसी जगह रखें जहां किसी की नजर उसपर न पड़े।वास्तु के अनुसार, बांसुरी को मंदिर (मंदिर जानें के लाभ) में रखना सबसे ज्यादा शुभ है।इसके अलावा, घर की तिजोरी में या सिर के पास थोड़ी दूर पर रखें।
बेडरूम के दरवाजे के ऊपर भी आप बांसुरी रख सकते हैं।बांसुरी टांगनी नहीं है बल्कि स्थापित करनी है। तभी शुभ फल मिलेगा।साथ ही, घर की पूर्व दिशा में भी बांसुरी स्थापित कर सकते हैं।
बासुंरी के अलावा जन्माष्टमी की पूजा इनके बिना अधूरी
- भगवान वासुदेव को मोर पंख प्रिय है। घर में मोर पंख रखने से वास्तु दोष दूर होता है। साथ ही भगवान कृष्ण का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है। कृष्ण जन्माष्टमी पर मोर पंख जरूर घर ले आएं। आप चाहे तो घर के मुख्य दरवाजे पर मोर पंख लगा सकते हैं।
- धर्मानुसार समुद्र मंथन से पांचजन्य शंख प्राप्त हुआ था। उस समय जगत के पालनहार भगवान विष्णु ने पांचजन्य शंख को धारण किया था। वास्तु शास्त्र के जानकारों की मानें तो घर में शंख बजाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। वहीं, घर में पांचजन्य शंख रखने से सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। अतः कृष्ण जन्माष्टमी पर पांचजन्य शंख जरूर घर ले आएं।
- कामधेनु गाय की प्रतिमा घर लाने से सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। साथ ही घर में शांति और खुशहाली आती है। भगवान श्रीकृष्ण को गाय अति प्रिय है। अत: कृष्ण जन्माष्टमी पर कामधेनु गाय की मूर्ति जरूर घर ले आएं।
- अगर आप भगवान श्रीकृष्ण की श्रद्धा भाव से सेवा कर उनकी कृपा के भागी बनना चाहते हैं, तो जन्माष्टमी तिथि पर बाल गोपाल की प्रतिमा अवश्य घर ले आएं। ज्योतिषियों की मानें तो कृष्ण जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल की प्रतिमा लाने से पति-पत्नी के मध्य रिश्ते मधुर और मजबूत होते हैं। साथ ही नवविवाहित दंपत्तियों को पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है।