Ashadh Gupt Navratri : आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 6 जुलाई से, देवी भक्त और साधकों के लिए गुप्त नवरात्रि महत्वपूर्ण

Ashadh Gupt Navratri : चैत्र नवरात्रि के बाद अब आषाढ़ माह में गुप्त नवरात्रि आने वाली है. इसकी शुरुआत 6 जुलाई से होगी. शनिवार से शुरू होने वाली गुप्त नवरात्रि इस बार खास है, जो 15 जुलाई सोमवार को समाप्त होगी.

Update: 2024-06-20 06:50 GMT

Ashadh Gupt Navratri 6th July se :  गुप्त नवरात्रि देवी भक्त और खासकर साधकों के लिए बहुत महत्व रखती है. साल में 12 महीने होते हैं और हर तीन महीने के बाद एक नवरात्रि आती है. जिसमें चैत्र नवरात्रि के बाद गुप्त नवरात्रि और शारदीय नवरात्रि के बाद दूसरी गुप्त नवरात्रि का विधान है.

शास्त्रों के अनुसार, ऐसा इसलिए भी है ताकि हम इन पवित्र नौ दिनों में अपने घर की नकारात्मकता को हवन-पूजन से दूर कर सकें. चैत्र नवरात्रि के बाद अब आषाढ़ माह में गुप्त नवरात्रि आने वाली है.

इसकी शुरुआत 6 जुलाई से होगी. शनिवार से शुरू होने वाली गुप्त नवरात्रि इस बार खास है, जो 15 जुलाई सोमवार को समाप्त होगी.

इन देवियों की होगी पूजा



गुप्त नवरात्रि में 10 महाविद्याओं की पूजा का विशेष महत्व होता है, जिनमें देवी मां काली, तारा, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी और कमला देवी की आराधना का विधान है. इन देवियों की पूजा तांत्रिक साधना में की जाती है और ये शक्तियां ब्रह्मांड की रहस्यमयी शक्तियों को प्रकट करती हैं. मान्यता है कि गुप्त नवरात्रि की पूजा से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं.

गुप्त नवरात्रि पूजा विधि

आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि पर देवी की पूजा करने के लिए सूर्योदय से पहले उठना चाहिए. स्नान आदि करके शुभ मुहूर्त का ध्यान रखते हुए पवित्र स्थान पर देवी की मूर्ति या चित्र को एक चौकी पर लाल रंग के कपड़े पर स्थापित करना चाहिए. गंगाजल छिड़ककर स्थान को पवित्र करें. देवी की विधि-विधान से पूजा प्रारंभ करने से पहले मिट्टी के पात्र में जौ के बीज बो दें. इसके बाद माता की पूजा के लिए कलश स्थापित करें. अखंड ज्योति का दीया जलाकर दुर्गा सप्तशती का पाठ और उनके मंत्रों का श्रद्धा के साथ जप करें.

चतुर्थी तिथि दो दिन

गुप्त नवरात्रि में इस बार 10 दिनों की होगी. इसका कारण दो दिन पड़ने वाली चतुर्थी को बताया जा रहा है. 9 जुलाई मंगलवार को गुप्त नवरात्रि की चतुर्थी तिथि है. इस दिन देवी दस महाविद्याओं में मां भुवनेश्वरी की पूजा का विधान है. वहीं, 10 जुलाई बुधवार को भी गुप्त नवरात्रि की चतुर्थी तिथि रहेगी. इस तरह 2 दिन चतुर्थी तिथि होने गुप्त नवरात्रि 10 दिनों की मानी जाएगी.

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