CG NEWS: शुभी शर्मा ने CBSE बारहवीं में किया प्रदेश में टॉप, बनना चाहती हैं आईएएस, टेलर के बेटे का भी कमाल देखिए

Update: 2022-07-22 14:36 GMT

रायपुर/ बिलासपुर। आज सीबीएसई बोर्ड ने बारहवीं के नतीजे घोषित कर दिए हैं। जारी नतीजों में बिलासपुर की शुभी शर्मा ने टॉप किया है। शुभी आगे चल कर आईएएस बनना चाहतीं हैं। शुभी की तरह देश मे टॉप करने वाली तान्या सिंह भी आर्ट्स सब्जेक्ट से ही हैं।


बिलासपुर की दिल्ली पब्लिक स्कूल की छात्रा शुभी शर्मा को 500 में से 497 अंक मिले हैं। उन्होंने 99.4 प्रतिशत अर्जित किये हैं। शुभी के पापा बीपी शर्मा एसईसीएल के मुख्य सतर्कता अधिकारी हैं। शुभी का पूरा परिवार शिव भक्त हैं। और सावन माह में रिजल्ट आने को भोलेबाबा का प्रसाद मान रहे हैं। शुभी का परिवार प्रतिदिन भगवान शिव व उनके पुत्र गणेश की पूजा अर्चना के बाद ही भोजन ग्रहण करता हैं। शुभी ने दसवीं में भी 98.3 फीसदी अंक हासिल किए थे। शुभी ने अच्छे अंक लाने के लिए प्रतिदिन 6 से 8 घण्टे की पढ़ाई की। वह कला संकाय की छात्रा हैं। शुभी ने बताया कि कोरोना काल मे स्कूल बंद थे लिहाजा ऑनलाईन पढ़ाई होती थी,जिससे स्कूल आने जाने का समय बचता था। जो पढ़ाई मे लगाती थी। हालांकि शुभी का कहना हैं कि कैम्पस में साथियों के साथ ऑफलाइन पढ़ाई करने का मजा ही कुछ और हैं।


शुभी ने बताया कि अब उसकी प्लानिंग दिल्ली यूनिवर्सिटी में पॉलिटिकल साइंस में एडमिशन लेने की हैं। जहाँ से ग्रेजुएशन कर उसे सिविल सर्विसेस में जाना है। शुभी की माँ संगीता शर्मा ने बताया कि शुभी को पढ़ाई के साथ ही टेनिस खेलना व गाने सुनना पसंद हैं। जिसे वह बेहतर समय प्रबंधन के कारण पढ़ाई के साथ साथ कर पाती हैं। शुभी शर्मा ने बताया कि उनकी माँ वर्किंग हैं, पर उनकी तैयारियों के लिए उन्होंने एक वर्ष का गैप लिया हुआ है। शुभी के अनुसार सीबीएसई का सिलेबस एनसीईआरटी पर आधारित हैं लिहाजा उन्होंने एनसीईआरटी पूरा फोकस कर खत्म किया। अन्य अभ्यर्थियों को भी शुभी एनसीईआरटी पढ़ने की सलाह देतीं हैं।


रायपुर की शाम्भवी शर्मा ने 99 प्रतिशत हासिल किए हैं। वह केपीएस स्कूल की छात्रा हैं। शाम्भवी ने प्रथम स्थान लाने वाली शुभी की तरह ही आर्ट्स सब्जेक्ट से बाजी मारी हैं। वह जब अपने माता पिता के साथ स्कूल पहुँची तो स्कूल के स्टाफ और अन्य बच्चो ने ताली बजा कर उनका स्वागत किया। शाम्भवी ने बताया कि वो बिना कोई टारगेट बनाये पढ़ती थी क्योंकि टारगेट बनाने से तनाव होता हैं। शाम्भवी ने फ्रेंड्स के साथ हँसते खेलते व ग्रुप स्टडी करते हुए सफलता पाई हैं। शाम्भवी ने बताया कि कोविड के दौरान उसने ऑनलाइन क्लासेस पूरा अटेंड किया है। उसके ममी पापा चाहते हैं कि वो आईएएस बने।


दिल्ली पब्लिक स्कूल की छात्रा पाखी दुबे ने 98.6 व उनकी बहन पीहू दुबे ने 96.8 प्रतिशत अंक प्राप्त किये हैं। दोनो बहनों ने कामर्स सब्जेक्ट से सफलता प्राप्त की हैं। दोनो बहनों के अनुसार दोनो ने कम्बाइंड स्टडी की है। दोनो बहने रोजाना 5 से 6 घण्टे पढ़ाई करती हैं। दोनो सफलता का राज कम्बाइंड स्टडी व डेली स्टडी को मानती हैं। इनके पापा सीए हैं। दोनो बहने अपने पापा की तरह सीए बनना चाहती हैं।


केपीएस डुंडा के छात्र पवन कुमार रामनानी ने मैथ्स सब्जेक्ट से 97.40 प्रतिशत अंक प्राप्त किये हैं। पवन के पापा टेलर व माँ टीचर हैं। पवन ने बताया कि उसने एनसीईआरटी से तैयारी की है औऱ कई मॉक एक्जाम घर पर दिए हैं। लिहाजा परीक्षा अच्छा गया था। वे आगे आईआईटी में पढ़ना चाहते हैं जिसके लिए उन्होंने जेईई इंट्रेस एक्जाम भी दिलाया था। पर अच्छे रैंक के लिए अगले साल फिर दिलाएंगे। इनके अलावा प्रतीक त्रिपाठी ने 97 प्रतिशत अंक प्राप्त किये।


केपीएस डुंडा की वाणी चरपे ने मैथ्स सब्जेक्ट से 97.2 प्रतिशत अंक हासील किये हैं। वाणी के पापा मंत्रालय में प्रोग्रामर व माँ शिक्षिका हैं। वाणी रोजाना टाइम टेबल बना कर सिलेबस के हिसाब से पढ़ती थी। वाणी सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहती हैं।

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