कभी होटल में काम करती थीं स्मृति ईरानी...फिर टीवी पर बहू बनकर जीता दिल, जानें कैसा रहा एक्ट्रेस से मंत्री तक का शानदार सफर

Update: 2022-03-23 08:33 GMT

नईदिल्ली 23 मार्च 2022 I  अभिनेत्री स्मृति ईरानी कभी टीवी की पॉपुलर एक्ट्रेस थीं। बेशक आज दुनिया उन्हें राजनीति के लिए जानती है लेकिन एक जमाना था जब उनकी छवि घर संभालने वाली बहू की थी। 23 मार्च को स्मृति का जन्मदिन है। उनका जन्म साल 1976 को दिल्ली में हुआ था। टीवी सीरियल आतिश से अपने करियर की शुरुआत करने वाली स्मृति हम हैं कल आज और कल, कविता और क्योंकि सास भी कभी बहू थी जैसे सीरियल्स में काम कर चुकी हैं लेकिन क्या आपको पता है स्मृति टीवी की दुनिया में आने से पहले क्या करती थीं।

आपको जानकर हैरानी हो कि स्मृति ईरानी फेमिना मिस इंडिया की रनरअप रह चुकी हैं. टीवी सीरियल में उनकी एंट्री लोकप्रिय शो 'आतिश' से हुई. इसके बाद स्मृति ईरानी को 'हम हैं कल आज और कल', 'कविता' और 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' देखा गया. उन्होंने अपनी 12वीं तक की पढ़ाई होली चाइल्ड ऑक्जिलियम स्कूल से की और स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग दिल्ली विश्वविद्यालय से पत्राचार की डिग्री हासिल की. परिवार में आर्थिक तंगी के चलते कुछ समय तक स्मृति ईरानी ने एक होटल में वेट्रेस के तौर पर भी काम किया. इसी दौरान उन्हें मॉडलिंग में हाथ आजमाने की सलाह मिली, इस तरह वो अपना करियर बनाने दिल्ली से मुंबई आ गईं. स्मृति ईरानी ने साल 1998 में मिस इंडिया पेजेंट में भाग लिया और कॉन्टेस्ट की फाइनलिस्ट भी रहीं. इसी दौरान स्मृति ईरानी को मिक्का सिंह के म्यूजिक एल्बम 'सावन में लग गई आग' के 'बोलियां' गाने में फीचर होने का मौका मिला.

'तुलसी वीरानी' के किरदार से मिली शौहरतबता दें कि, टेलीविजन धारावाहिक 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' में स्मृति ईरानी को 'तुलसी वीरानी' के किरदार के लिए काफी सराहा भी गया। आपको यह भी याद दिला दें कि स्मृति ईरानी ने साल 1998 में फेमिना मिस इंडिया सौंदर्य प्रतियोगिता में भी हिस्सा लिया था। जहां उन्होंने फाइनल में भी अपनी जगह बनाई ही लेकिन फिर भी विजेता नहीं बन पाई। अपना करियर शुरू करने से पहले ईरानी मैकडॉनल्ड्स में वेट्रेस और क्लीनर का काम भी कर चुकी हैं। 

अब तक यूँ रहा सियासी सफ़रइसके बाद वे राजनीतिक धरातल में उतरीं और साल 2004 में स्मृति ईरानी ने दिल्ली की चांदनी चौक सीट से कांग्रेस के कपिल सिब्बल के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ा था। फिर इसके बाद साल 2010 में स्मृति BJP की राष्ट्रीय सचिव और महिला विंग की अध्यक्ष बनीं। फिर आया साल 2019 जब BJP ने उन्हें राहुल गांधी के खिलाफ अमेठी से आम चुनाव में उतारा। बस यहीं स्मृति ईरानी ने अपना कमाल दिखाते हुए और कांग्रेस का किला ध्वस्त करते हुए राहुल गांधी को उन्हीं के गढ़ में गहरी शिकस्त दी थी। जी हाँ, 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को 38000 वोटों के बड़े अंतर से हराया था।

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