Model Brooklyn Khoury News: क्या आपको याद है ये खूबसूरत मॉडल? जिसका होंठ और नाक को काट खा गया पिटबुल...
अमेरिका। एक बेहद खूबसूरत मॉडल जिसका होंठ एक हमले में पिट बुल ब्रीड के कुत्ते ने काट खाया, उसने सुंदरता को लेकर कई हैरान करने वाले खुलासे किये हैं. मॉडल का मानना है कि हमले ने सुंदरता के बारे में उसके विचारों को पूर्णतः बदल दिया है. कैलिफोर्निया स्थित मिशन विएजो की ब्रुकलिन खौरी नाम की मॉडल को नवंबर 2020 में उसके एक रिश्तेदार के पिटबुल ने काट लिया था. हमला कितना जबरदस्त था इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इस हमले के बाद खौरी को अपने टॉप लिप्स गंवाने पड़े थे. 24 साल की खौरी का पूरा ऊपरी होंठ और नाक का हिस्सा पिटबुल ने काट दिया था.हमले को याद करते हुए ब्रुकलिन ने कहा कि, उस समय वह किसी खिलौने की तरह अपना सिर हिला रही थी. घटना के बाद उसने अपने चेहरे को सही करने के लिए कई अलग- अलग सर्जरी पर 33 करोड़ खर्च किए हैं.
मीडिया खबर के अनुसार, अपने लुक को बेहतर बनाने के लिए डॉक्टरों के प्रयासों के बावजूद, खौरी को अब शारीरिक पूर्णता हासिल करने में कोई दिलचस्पी नहीं है. गुड मॉर्निंग अमेरिका के साथ हुए एक इंटरव्यू में मॉडल ने होस्ट से कुछ बेहद अहम बातें की हैं. उन्होंने कहा है कि, मेरे परिवार, मेरे दोस्तों को मेरे जीवन में एक कारण से होना चाहिए, जिससे मुझे यह एहसास हो सके कि सुंदरता में जो दिखता है उसके अलावा और भी बहुत कुछ है. हमले के तीन साल से अधिक समय बाद, कैलिफ़ोर्नियावासी मॉडल, जो एक पेशेवर स्केटबोर्डर भी है, ने कहा कि अब उसे पता चल गया है कि कैसे खुद को स्वीकार करना और उसकी सराहना करनी है.
हमले के कई दिनों बाद तक खौरी ने शीशा नहीं देखा था फिर एक दिन वो शीशे के पास आई जैसी उसकी हालत थी उसे एहसास हुआ कि अब वो एक कंकाल की तरह दिखती है.अपने ट्रांसफॉर्मेशन पर बात करते हुए मॉडल ने ये भी बताया कि घटना के कई दिनों बाद उसे एक सर्जन मिला जिसने उसकी कलाई की त्वचा लेकर बर्बाद हो चुके टॉप लिप और नाक को सही किया.
गुड मॉर्निंग अमेरिका से बात करते हुए उसने ये भी बताया कि, मेरे डॉक्टर ने सचमुच मुझे एक आर्ट प्रोजेक्ट के रूप में वर्णित किया है. सर्जन के लिए भी खौरी की नाक को सही करना आसान नहीं था. कई दर्दनाक प्रक्रियाओं के बाद, सर्जन ने मॉडल की नाक को दोबारा बनाने में भी मदद की. अपनी आपबीती बताते हुए मॉडल ने ये भी कहा है कि, कभी-कभी चीजें हमारे साथ घटित होती हैं और हम ये नहीं समझ पाते कि हमारे ही साथ ऐसा क्यों हुआ है. उसने ये भी कहा है कि हमें प्रत्येक दिन को वैसा ही लेना चाहिए जैसा वो है. हमें प्रक्रिया पर तब भी भरोसा रखना चाहिए जब वो हमें असंभव प्रतीत हो.