Manoj Bajpayi Joram: मनोज बाजपेयी की जोरम के लिए अनुभव सिन्हा ने ये क्या लिखा है?
Manoj Bajpayi Joram: मेरे एक मित्र हैं जनाब मनोज बाजपेयी। सारी दुनिया कभी अच्छा ख़राब काम कर ले ये साहब नहीं करते। अच्छी फ़िल्म बना लो ख़राब फ़िल्म बना लो ये अच्छा ही काम करेंगे...
Manoj Bajpayi Joram: मेरे एक मित्र हैं जनाब मनोज बाजपेयी। सारी दुनिया कभी अच्छा ख़राब काम कर ले ये साहब नहीं करते। अच्छी फ़िल्म बना लो ख़राब फ़िल्म बना लो ये अच्छा ही काम करेंगे। तीस से ऊपर सालों से। मनोज जी उमर में मुझसे अट्ठारह साल छोटे हैं पर मैं इनका भक्त हूँ। काम मेरे साथ करते नहीं ये। स्क्रिप्ट भेजता हूँ तो तारीफ़ करके वापस कर देते हैं। मैं आशा करता हूँ एक दिन मेरी कोई स्क्रिप्ट रख लेंगे। इसी जीवनकाल में।
इनकी एक फ़िल्म आयी है। पोस्टर लगा दिया है। देख लीजिए। मुझे याद है पहली बार ऐसा हुआ कि किसी फ़िल्म की सिर्फ़ एक तस्वीर देख के रहा नहीं गया और फ़ोन किया इनको। उस दिन इन्होंने उठा भी लिया फ़ोन और मैंने बड़ी तारीफ़ की। बहुत अच्छी लग रही है। जल्दी देखूँगा।
देखने से याद आया। आप लोग सोशल मीडिया पे बड़ा सिनेमा सिनेमा करते रहते हो। जब आता है तो बड़े धैर्यवान हो जाते हो कि जब OTT पे आएगी तब देखेंगे। ऐसा सिनेमा बनता रहे ये आपकी भी ज़िम्मेदारी है। वरना पता है हमारी समस्या क्या हो जाती है? सब कहने लगते हैं कि ये सिनेमा चलता नहीं दोस्त। धीरे धीरे बनाना मुश्किल हो जाएगा।
ये जो धैर्य अचानक शुक्रवार को पैदा हो जाता है उसे किसी और समय के लिए बचा के रखें। जा के थियेटर में देखें जोरम जैसी फ़िल्में वरना धीरे धीरे असंभव हो जाएगा कुछ अलग बनाना।
और समीक्षकों से करबद्ध प्रार्थना है कि ऐसी बातें लिखना बंद के दें कि फ़िल्म बहुत अच्छी है पर थियेटर के लिये नहीं है। वो समीक्षक का काम नहीं है, ज्योतिषी का काम है। वैसे भी सत्तर प्रतिशत बार आपकी भविष्यवाणी ग़लत ही साबित होती है। बस इतना बताइए कि आपको कैसी लगी। मनोज, देवशीष और ज़ी के लिये ज़िंदाबाद रहेगा।
नोट : यह लेख मनोज बाजपेयी व जोरम के लिए बनारस मीडिया वर्क्स के चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर और फिल्मकार अनुभव सिन्हा द्वारा लिखा गया है.