70th National Film Awards: मिथुन चक्रवर्ती को दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड, ऋषभ शेट्टी और नित्या मेनन बने बेस्ट एक्टर-एक्ट्रेस, जानें कौन-कौन हुए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित
8 अक्टूबर को 70वें नेशनल अवॉर्ड सेरेमनी का आयोजन नई दिल्ली के विज्ञान भवन में हुआ। इस सेरेमनी में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सभी विजेताओं को अवॉर्ड से सम्मानित किया। इस साल फिल्म जगत का सबसे गौरवपूर्ण दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड मिथुन चक्रवर्ती को दिया गया है।
नई दिल्ली। 8 अक्टूबर को 70वें नेशनल अवॉर्ड सेरेमनी का आयोजन नई दिल्ली के विज्ञान भवन में हुआ। इस सेरेमनी में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सभी विजेताओं को अवॉर्ड से सम्मानित किया। इस साल फिल्म जगत का सबसे गौरवपूर्ण दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड मिथुन चक्रवर्ती को दिया गया है। उनके हाथ में प्लास्टर बंधा हुआ दिखा। उन्होंने अवॉर्ड मिलने पर अपनी खुशी जाहिर की और सभी का शुक्रिया अदा किया। आइए जानते हैं कि किस कैटेगरी में किसे अवॉर्ड दिया गया है।
इन नेशनल अवॉर्ड्स की घोषणा इसी साल 16 अगस्त 2024 को की गई थी। ये अवॉर्ड्स साल 2022 की फिल्मों के लिए दिए जा रहे हैं, क्योंकि कोविड 19 की वजह से इन्हें पोस्टपोन कर दिया गया था।
म्यूजिशियन एआर रहमान को नेशनल अवॉर्ड
म्यूजिशियन एआर रहमान को फिल्म पोन्नियन सेल्वन के लिए बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। उन्हें बेस्ट बैकग्राउंड स्कोर के लिए सम्मानित किया गया। बता दें कि एआर रहमान को 7वीं बार नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है।
विशाल भारद्वाज को नेशनल अवॉर्ड, 9वीं बार राष्ट्रीय पुरस्कार से किया गया सम्मानित
म्यूजिक डायरेक्टर विशाल भारद्वाज को फिल्म फुरसत के लिए बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। उन्हें 9वीं बार नेशनल अवॉर्ड मिला है।
शिवा को बेस्ट वीएफएक्स अवॉर्ड
रणबीर-आलिया स्टारर फिल्म ब्रह्मास्त्र: पार्ट 1 को बेस्ट वीएफएक्स अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
इन्हें मिला राष्ट्रीय पुरस्कार
- बेस्ट एक्टर- ऋषभ शेट्टी (कांतारा)
- बेस्ट एक्ट्रेस- नित्या मेनन (तिरुचित्राम्बलम), मानसी पारेख (कच्छ एक्सप्रेस)
- बेस्ट फिल्म- कांतारा
- बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस- नीना गुप्ता (ऊंचाई)
- बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर- पवन राज मल्होत्रा (हरियाणवी फिल्म फौजा)
- बेस्ट फीचर फिल्म- मलयालम फिल्म अट्टम
- बेस्ट डायरेक्टर- सूरज बड़जात्या (ऊंचाई)
- बेस्ट हिंदी फिल्म- गुलमोहर
- बेस्ट सिनैमेटोग्राफी- रवि वर्मन (पोन्नियम सेल्वन पार्ट- 1)
- बेस्ट म्यूजिक अवॉर्ड- विशाल शेखर
- बेस्ट स्टंट कोरियोग्राफी- केजीएफ 2
- बेस्ट तमिल फिल्म- पोन्नियम सेल्वन पार्ट- 1
- बेस्ट मराठी फिल्म- वाल्वी
- बेस्ट स्क्रीनप्ले- आनंद एकार्शी
- बेस्ट तेलुगू फिल्म- कार्तिकेय 2
- बेस्ट कन्नड़ फिल्म- केजीएफ 2
- बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर- प्रीतम (ब्रह्मास्त्र)
- बेस्ट म्यूजिक डायरेक्शन (बैकग्राउंड स्कोर)- ए आर रहमान (पोन्नियम सेल्वन पार्ट- 1)
- बेस्ट लिरिक्स- नौशाद सदर खान (फौजा)
- बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर- अरिजीत सिंह (ब्रह्मास्त्र)
- बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगर- बॉम्बे जयश्री (मलयालम फिल्म साउदी वेलक्का सीसी. 225/2009)
- बेस्ट स्पेशल इफेक्ट- ब्रह्मास्त्र
- बेस्ट साउंड डिजाइन- पोन्नियम सेल्वन पार्ट- 1
- बेस्ट चाइल्ड आर्टिस्ट- श्रीपत (मल्लिकापुरम, मलयालम फिल्म)
- स्पेशल मेंशन- मनोज बाजपेयी (गुलमोहर)
- स्पेशल मेंशन म्यूजिक डायरेक्टर- संजय सलिल (कढ़ीकन)
बेस्ट फिल्म क्रिटिक के लिए दीपिक दुआ को नेशनल अवॉर्ड
फिल्म समीक्षक दीपक दुआ को बेस्ट फिल्म क्रिटिक का अवॉर्ड दिया गया। वहीं बेस्ट बुक ऑन सिनेमा के लिए अनिरुद्ध भट्टाचार्य को उनकी किताब किशोर कुमार- द अल्टीमेट बायोग्राफी के लिए अवॉर्ड दिया गया।
बेस्ट तमिल फिल्म के लिए मणिरत्नम को अवॉर्ड
तमिल डायरेक्टर मणिरत्नम को उनकी फिल्म पोन्नियन सेल्वन पार्ट वन के लिए बेस्ट तमिल फिल्म का अवॉर्ड दिया गया। उन्हें 7वीं बार राष्ट्रीय फिल्म अवॉर्ड दिया गया।
नेशनल अवॉर्ड का इतिहास
नेशनल अवॉर्ड की शुरुआत साल 1954 में हुई थी। भारत सरकार ने राष्ट्रीय स्तर पर फिल्म जगत से जुड़े लोगों का सम्मान करने के लिए इसे शुरू किया था। 10 अक्टूबर 1954 को नेशनल अवॉर्ड की पहली सेरेमनी रखी गई थी, जिसमें मराठी फिल्म श्यामची आई को बेस्ट फीचर फिल्म कैटेगरी में अवॉर्ड दिया गया था।
1969 में हुई दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड की शुरुआत
साल 1969 में नेशनल अवॉर्ड में हिंदी सिनेमा के जनक दादासाहेब फाल्के के सम्मान में नई कैटेगरी दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड को शामिल किया गया था। साल 1969 में देविका रानी को पहला दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड मिला।