Education Loan: सस्ती ब्याज दर पर एजुकेशन लोन लेकर अब मनपसंद फील्ड में बनाएं करियर, देश-विदेश में करें पढ़ाई, जानें खासियत

फाइनेंशियल दिक्कतों की वजह से कई युवा अपने मनपसंद कॉलेज और फील्ड में पढ़ाई नहीं कर पाते। लेकिन अब पैसों के चलते आपकी पढ़ाई नहीं रुकेगी। आप सस्ती ब्याज दरों पर एजुकेशन लोन लेकर अपना सपना पूरा कर सकते हैं। हमारे आलेख में जानिए इससे संबंधित सारी जानकारी...

Update: 2024-06-11 11:59 GMT

आज के समय में उच्च शिक्षा बेहद महंगी है, जिसके चलते मध्यम और गरीब परिवार के लिए अपने घर के बच्चों को उच्च शिक्षित करना मुश्किल हो गया है। बड़े-बड़े प्रतिष्ठित प्राइवेट कॉलेजों में पढ़ाना माता-पिता के लिए दूर की कौड़ी हो गया है, वहीं दूसरे राज्यों में स्थित सरकारी कॉलेजों में पढ़ाना भी पैरेंट्स के लिए मुश्किल है। ऐसे में एजुकेशन लोन एक बहुत ही बेहतर विकल्प है। एजुकेशन लोन के चलते माता-पिता को इधर-उधर से उधार नहीं लेना होता और इसे चुकाने के लिए भी पर्याप्त वक्त दिया जाता है।

एजुकेशन लोन क्या है?

उच्च शिक्षा के लिए किसी बैंक या निजी संस्थान से जो लोन लिया जाता है, उसे स्टूडेंट लोन या एजुकेशन लोन कहा जाता है। इस लोन को लेकर कोई भी छात्र अपने हायर एजुकेशन के सपने को पूरा कर सकता है। बैंक एजुकेशन लोन देश और विदेश दोनों में पढ़ाई के लिए देते हैं।


कितना लोन लिया जा सकता है?

बैंक शैक्षणिक संस्थान की रैंकिंग, फीस और पाठ्यक्रम से संबंधित दूसरे खर्च जैसे- हॉस्टल की फीस, किताबों की कीमत, उपकरण, लैपटॉप वगैरह की लागत का पता करने के बाद ही एजुकेशन लोन मंजूर करते हैं। भारत में पढ़ने के लिए आप अधिकतम 10 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन ले सकते हैं, जबकि विदेशों में कोर्स करने के लिए लोन की राशि 20 लाख रुपए तक हो सकती है। यह लोन राशि IIM, IIT, ISB जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों या विदेशी संस्थानों के पाठ्यक्रमों के लिए और भी अधिक हो सकती है।


इतनी ब्याज दरें

एजुकेशन लोन काफी कम ब्याज दरों पर मिल जाता है। ये 7.15% प्रति वर्ष से लेकर 15.20% प्रति वर्ष तक होता है। कुछ बैंक छात्राओं को अतिरिक्त 0.5% की छूट देते हैं। अगर छात्राएं मोरेटोरियम पीरियड के दौरान केवल ब्याज का भुगतान करती हैं, तो उन्हें 1 फीसदी की अतिरिक्त छूट भी मिल सकती है। 

15 सालों तक कर सकते हैं भुगतान

एजुकेशन लोन की भुगतान अवधि 15 साल तक हो सकती है। इतनी लंबी अवधि और कम ब्याज दर होने से आमतौर पर कम ईएमआई का भुगतान करना पड़ता है।

मोरेटोरियम पीरियड क्या होता है?

एजुकेशन लोन के मामले में आपको कोर्स के पूरा होने की तारीख से अतिरिक्त एक साल तक का मोराटोरियम पीरियड मिलता है। मोरेटोरियम पीरियड वह अवधि है, जिसमें लोन लेकर आपने अपना कोर्स पूरा किया। इसके अलावा उधारकर्ताओं को अतिरिक्त एक साल के लिए भी ईएमआई का भुगतान करने की जरूरत नहीं होती है। इस एक साल के अंदर लोन लेने वाला नौकरी ढूंढ सकता है और लोन का भुगतान करने के लिए रेगुलर इनकम ले सकता है।

अगर आप एजुकेशन लोन लेना चाहते हैं, तो आमतौर पर ये जरूरी होता है कि आपके कमाने वाले माता-पिता या जीवनसाथी आपके साथ सह-आवेदक हों। 4 लाख रुपये तक के एजुकेशन लोन के लिए बैंक आमतौर पर कोलैटरल या थर्ड पार्टी गारंटी जमा करने को नहीं कहते हैं। एचडीएफसी बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा जैसे कुछ बैंक 7.5 लाख रुपये तक की लोन राशि के लिए भी ये लाभ देते हैं। हालांकि 7.5 लाख रुपए से अधिक की लोन राशि के लिए उधारकर्ताओं को प्रॉपर्टी, बैंक डिपॉजिट, म्यूचुअल फंड, इंश्योरेंस पॉलिसी के रूप में बैंक में एक्स्ट्रा कोलैटरल/सिक्योरिटी जमा करनी होगी।

एजुकेशन लोन के लाभ

  • एजुकेशन लोन आपकी बचत को कम नहीं होने देते। आप अपनी बचत को भविष्य के कामों जैसे रिटायरमेंट और शादी के लिए सुरक्षित रख सकते हैं।
  • एजुकेशन लोन आमतौर पर शिक्षा पर हुए कुल खर्च का 90 प्रतिशत तक वहन कर लेते हैं। इस खर्च में ट्यूशन फीस, किताबें, यात्रा, प्रोजेक्ट, लाइब्रेरी, यूनिफॉर्म, परीक्षा का खर्च भी शामिल होता है।
  • एजुकेशन लोन का प्रबंधन छात्रों में पैसों को लेकर अनुशासन का संचार करता है।
  • आप ब्याज पर असीमित टैक्स कटौती की घोषणा भी कर सकते हैं। जिसे आपने आयकर एक्ट के सेक्शन 80 ई के अंतर्गत 8 सालों तक भुगतान किया है। 

एजुकेशन लोन के लिए ये दस्तावेज हैं जरूरी

  • 10वीं और 12वीं की मार्क्सशीट
  • बैंक पासबुक
  • आय प्रमाण पत्र
  • पहचान प्रमाण पत्र (पासपोर्ट/ड्राइविंग/वोटरआईडी)
  • प्रवेश परीक्षा परिणाम यानी जिस कोर्स के लिए एंट्रेंस एग्जाम क्लीयर किया है, उसका साक्ष्य।
  • एज प्रूफ
  • स्टूडेंड और पैरेंट्स दोनों का आधार कार्ड

Education Loan के लिए योग्यता

  • कैंडिडेट्स भारत के नागरिक हों।
  • आवेदक का एकेडिमक रिकॉर्ड बेहतर हो।
  • उम्मीदवार जिस कोर्स के लिए अप्लाई करना चाहता है, उसकी रोजगार का प्रतिशत क्या है।
  • उसे भारत या विदेश में मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थान में एडमिशन कन्फर्म होना चाहिए।
  • लोन के लिए आवेदन करते समय छात्रों की आयु 18 से 35 वर्ष के दायरे में आनी चाहिए।

बता दें कि बैंक अलग-अलग लोन देता है। इसके तहत कुछ ऋण स्टूडेंट्स खुद लेते हैं। वहीं, कभी-कभी पैरेंट्स भी बच्चे की पढ़ाई के नाम यह बैंक से कर्ज लेते हैं।

विभिन्न बैंकों की ब्याज दरें, 20 लाख रुपए के 7 साल के एजुकेशन लोन के लिए छात्रों को इतनी देनी होगी EMI

देश के कई बड़े बैंक जैसे स्टेट बैंक, यूनियन बैंक, आईसीआईसीआई बैंक बेहद सस्ती दरों पर छात्रों को एजुकेशन लोन दे रहे हैं। यूनियन बैंक और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया केवल 8.1 फीसदी की शुरुआती दर से एजुकेशन लोन ऑफर कर रहे हैं। छात्रों को 20 लाख रुपये के एजुकेशन लोन के लिए 7 साल की अवधि में सिर्फ 31,272 रुपये बतौर ईएमआई देने होंगे।

एसबीआई होम लोन पर छात्रों से 8.15 फीसदी ब्याज दर वसूल रहा है। बैंक ऑफ बड़ौदा की ब्याज दरें भी इतनी ही हैं। इसके लिए छात्रों को ईएमआई के रूप में 31,322 रुपये देने होंगे। पंजाब नेशनल बैंक एजुकेशन लोन पर छात्रों से 8.2 फीसदी ब्याज दर वसूल रहा है। ऐसे में छात्रों को ईएमआई के रूप में 31,372 रुपये देने होंगे।

केनरा बैंक एजुकेशन लोन 8.60 फीसदी की शुरुआती ब्याज दर पर ऑफर कर रहा है। इंडियन बैंक 8.80 फीसदी की दर पर एजुकेशन लोन ऑफर कर रहा है। HDFC बैंक 9.5 फीसदी की दर पर एजुकेशन लोन ऑफर कर रहा है। आईसीआईसीआई बैंक 10.25 फीसदी और एक्सिस बैंक 20 लाख रुपये के एजुकेशन लोन पर 7 साल की अवधि में 13.70 फीसदी ब्याज दर वसूल रहा है।

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