चार छात्रों की मौत : मरने वालों में MBA और ITI स्टूडेंट्स शामिल….ट्रेन का ट्रायल रन चल रहा था, ना दी गयी कोई सूचना, ना बजा हॉर्न…..चारों की मौके पर ही मौत

Update: 2021-01-09 01:36 GMT

हरिद्वार 9 जनवरी 2021। दर्दनाक ट्रेन हादसे में चार छात्रों की मौत हो गयी। घटना के बाद इलाके में मातम पसर गया है। उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में रेलवे लाइन के डबल ट्रैक बनने के बाद ट्रेन का ट्रायल के दौरान ये घटना हुई। हादसा उस वक्त हुआ जब लक्सर-हरिद्वार रेलवे लाइन का दोहरीकरण होने के बाद लक्सर से हरिद्वार के लिए तेज स्पीड ट्रेन का ट्रायल चल रहा था।

 

चार छात्रों की मौके पर हुई मौत

हादसा जमालपुर कलां गांव के पास हुआ, जब परीक्षण के लिए चलाई गई रेलगाड़ी 100 से 120 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से गुजर रही थी. उसकी चपेट में आकर रेलवे लाइन से गुजर रहे चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी.मृतकों में एक एमबीए पोस्टग्रेजुएट स्टूडेंट, एक फार्मेसी का स्टूडेंट, दो ITI ग्रेजुएट शामिल हैं।

गुरुकुल कांगड़ी यूनिवर्सिटी से पिछले साल MBA डिग्री लेने वाला मयूर (23), बी-फार्मा स्टूडेंट विशाल (24) के साथ ही किसान का बेटा प्रवीण (22) मजदूर का बेटा हैप्पी (22) इस हादसे का शिकार हो गए। ये दोनों ITI स्टूडेंट थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार हादसा इतना भीषण था कि मृतकों के शरीर के अंग 100 मीटर दूर तक छिटककर जा गिरे।

मृतक सीतापुर गांव के निवासी थे, जहां के रहने वाले विनीत चौहान ने बताया, ‘ट्रायल के लिए चली ट्रेन ने कोई हॉर्न नहीं दियाा। ट्रैक के बगल में कोई दीवार नहीं है। बगल में ही दो गांव हैं लेकिन अचानक से ट्रेन चलने की ना तो जानकारी दी गई और ना ही किसी तरह का संकेत। चारों युवक सरकारी नौकरियों की तैयारी के लिए बातचीत के लिए वहां इकट्ठा हुए थे।’

लंबे समय से लाइन पर दोहरीकरण का काम चल रहा था। इस दौरान ट्रेन की आवाजाही कम थी। अचानक तेज रफ्तार ट्रेन ट्रायल के लिए चला दी गई। अगर इसके लिए क्षेत्र में अनाउंसमेंट किया जाता तो यह दुर्घटना नहीं घटती। गौरतलब है कि लक्सर से हरिद्वार के लिए अभी तक सिंगल रेलवे ट्रैक था। हाल ही में रेलवे ट्रैक को डबल किया गया है। डबल ट्रैक के ट्रायल के लिए 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन चलाई गई।

 

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