Special Story: सुकमा जिले के एलमागुंडा गाँव के ग्रामीणों का 75 साल का इंतजार हुआ खत्म..
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर बिजली पहुँचने से अंधेरे से मिली आजादी, रोशनी से नहाया एलमागुंडा
सुकमा 14 अगस्त। सुकमा जिले के घोर नक्सल प्रभावित एलमागुंडा गाँव के ग्रामीणों को स्वतंत्रता दिवस से पूर्व बड़ी सौग़ात मिली है । मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप प्रदेश सरकार की विकास , विश्वास और सुरक्षा के थीम पर कार्य करते हुए जिला प्रशासन, जिला पुलिस और सीआरपीएफ के कड़े प्रयासों से अब एलमागुंडा गाँव में आज़ादी के बाद पहली बार विद्युत सेवा पहुँचाई गई है ।
नक्सल प्रभावित एलमागुंडा गाँव में जैसे ही बिजली सेवा पहुँची ग्रामीणों की ख़ुशी देखते ही बन रही थी । ग़ौरतलब है की एलमागुंडा गाँव में इसी वर्ष फ़रवरी माह में सुरक्षाबलों का कैम्प स्थापित किया गया था जिसके बाद से गाँव तक बुनियादी सुविधाएँ पहुँचाने सीआरपीएफ़ ज़िला पुलिस व जिला प्रशासन द्वारा संयुक्त रूप से प्रयास शुरू किया गया और अब गाँव में बिजली पहुँचने से ग्रामीणों का विश्वास भी शासन प्रशासन और सुरक्षाबलों के प्रति बढ़ गया है ।
ग़ौरतलब है की सुकमा जिले के कुछ गांव नक्सल प्रभावित और संवेदनशील हैं । लिहाज़ा सुरक्षाबलों के जवानों द्वारा प्रशासन व पुलिस के संयुक्त प्रयासों से ग्रामीणों से बेहतर सम्बंध स्थापित करने तमाम कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं । जिसके तहत ग्रामीण इलाक़ों में कैम्प स्थापित करने के साथ ही उन इलाक़ों में लोगों की बुनियादी ज़रूरतों को पहुँचाने कार्य किए जा रहे है।
एलमागुंडा गाँव इस बात का सबूत है जहां आज़ादी के बाद पहली बार विद्युत सेवा पहुँच पाई है नक्सल इलाक़ों में लोगों तक शासन की योजनाएँ पहुँचाने यहाँ सीआरपीएफ़ ज़िला पुलिस और प्रशासन संयुक्त रूप से बेहतर तालमेल के साथ काम कर रहे हैं बीते कुछ वर्षों में लोगों तक शिक्षण व चिकित्सीय सेवा ग्रामीणों तक बेहतर तरीक़े से पहुँचाई गई हैं। अब बिजली पहुँचा ग्रामीणों में विश्वास बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है