CG NEWS: छत्तीसगढ़ को करोड़ों का हर रोज नुकसानः एनएमडीसी का परिवहन ठप्प होने से छत्तीसगढ़ को प्रतिदिन लग रही करोड़ों की चपत, रेलवे को भी रोज 10 करोड़ का नुकसान
रायपुर। ट्रांजिट पास शुल्क विवाद की वजह से देश की सबसे बड़ी सरकारी लौह अयस्क खनन कंपनी एनएमडीसी का परिवहन चार दिनों से ठप्प हो गया है। आलम यह है कि बचेली के पास ट्रकों की लंबी कतार लग गई है तो रेलवे के दर्जन भर से अधिक रैक लदान की प्रतीक्षा में खड़े हैं। इससे राज्य सरकार और रेलवे के साथ ही एनएमडीसी को बड़ा नुकसान हो रहा है। जाहिर है, एनएमडीसी से छत्तीसगढ़ सरकार को प्रतिदिन लगभग 25 करोड़ रुपए राजस्व की प्राप्ति होती है। ज्ञातव्य है, बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा जिले में बचेली और किरंदुल में एनएमडीसी का लौह अयस्क माइंस है। ट्रांजिस पास को लेकर वन विभाग और एनएमडीस की वजह से 24 दिसंबर से लौह अयस्क का परिवहन बंद पड़ा है।
छत्तीसगढ़ के वन विभाग द्वारा ट्रांजिट पास शुल्क की भूतलक्षीय प्रभाव से मांग किए जाने से उत्पन्न विवाद में यद्यपि उच्च न्यायालय बिलासपुर ने एनएमडीसी के पक्ष में स्थगन आदेश दे दिया है। लेकिन अभी भी परिवहन बाधित है। नतीजा यह हो रहा है कि राज्य सरकार को प्रतिदिन 25 करोड़ और रेलबे को प्रतिदिन 10 करोड़ का नुकसान हो रहा है। इसमें एनएमडीसी का भी बड़ा नुकसान हो रहा है।
अब आवश्यकता इस बात की महसूस की जा रही कि वन विभाग एवं एनएमडीसी के उच्च अधिकारी आपस में बैठकर इस मसले का सर्वमान्य हल निकालें। वह भी जल्द से जल्द ताकि लौह अयस्क परिवहन से जुड़े हजारों लोगों की न केवल रोजी-रोटी चलती रहे बल्कि परिवहन से राज्य शासन को मिलने वाले राजस्व के द्वारा प्रदेश के लाखों गरीब परिवारों तक विभिन्न योजनाओं के माध्यम से सीधा लाभ भी पहुंच सके। लिहाजा, सभी पक्षों को तत्काल त्वरित हल की ओर बढ़ना चाहिए।