छत्तीसगढ़ में अगले महीने से दलाल मुक्त होगा रजिस्ट्री सिस्टम, घर बैठे फेसलेस होगी जमीन-जायदाद की रजिस्ट्री
छत्तीसगढ़ में फेसलेस रजिस्ट्री सिस्टम लागू करने की प्रक्रिया तेज हो गई है। जाहिर है, इससे रजिस्ट्री कार्यालयों में दलालों की घुसपैठ बंद हो जाएगी। अभी आलम यह है कि बिना दलालों की रजिस्ट्री नहीं हो पाती। जबकि, नियमानुसार रजिस्ट्री कार्यालयों में खरीददार और विक्रताओं के अलावा किसी भी व्यक्ति की इंट्री नहीं हो सकती। फर्स्ट फेज में हाउसिंग बोर्ड, आरडीए और कॉलोनाइजरों से शुरूआत की जाएगी।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में फेसलेस याने घर बैठे जमीन-जायदाद की रजिस्ट्री प्रॉसेज पर पंजीयन विभाग ने काम तेज कर दिया है। पिछले दिनों पंजीयन मंत्री ओपी चौधरी ने मंत्रालय में अफसरों के साथ इस योजना की समीक्षा की और उन्होने इस दिशा में आवश्यक टिप्से दिए। मंत्री चौधरी ने कहा कि पंजीयन विभाग में ऐसी पारदर्शी सिस्टम तैयार किया जाए कि किसी बिचौलियों की उसमें गुंजाइश न रहे।
समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने बताया कि पंजीयन विभाग के कार्यों को कैशलेस, पेपर लेस एवं फेस लेस बनाने की दिशा में तेजी से काम चल रहा है। पंजीयन शुल्क भुगतान के लिए नेट बैंकिंग तथा पी.ओ.एस. से भुगतान चालू कर दिया गया है। हालांकि, अभी ये वैकल्पिक है। याने कैश से भी पेमेंट किया जा सकता है। मगर आने वाले समय में इसे कैशलेस किया जाएगा। मॉडल डीड जनरेशन का काम सॉफ्टवेयर के माध्यम से तेजी से जारी है। इससे कोई भी व्यक्ति वांछित इनपूट भरकर मॉडल रजिस्ट्री के कागजात स्वतः तैयार कर सकता है, जिससे रजिस्ट्री प्रक्रिया को पेपर लेस किया जा सकेगा। पेन कार्ड का इंटीग्रेशन किया जा चुका है। इसके अगले चरण में आधार के इंटिग्रेशन का कार्य भी जारी है। आधार इंटीग्रेशन होने के बाद गवाहों के रजिस्ट्री आफिस में आने की प्रथा समाप्त हो जायेगी एवं छद्म एवं फर्जी व्यक्ति के द्वारा रजिस्ट्री जैसी घटनाओं को रोका जा सकेगा।
अफसरों ने एनपीजी न्यूज को बताया कि पंजीयन विभाग का लक्ष्य है कि अगले एक महीने में फेस लेस याने घर बैठे रजिस्ट्री सिस्टम प्रारंभ हो जाएगा। इसके प्रथम चरण में हाउसिंग बोर्ड, आरडीए तथा कॉलेनाइजर्स की रजिस्ट्री में इस साफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके बाद भी इसे सामान्य रजिस्ट्रियों पर भी लागू किया जाएगा। बहरहाल, इसके लिए ट्रायल जल्दी ही पूरा कर लिया जायेगा। इससे पक्षकारों को रजिस्ट्री ऑफिस में आये बिना रजिस्ट्री कराने की सुविधा प्राप्त होगी।
मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि पंजीयन विभाग जनता से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ विभाग है। ऐसा कार्य संस्कृति बनाए कि जनता को किसी प्रकार का कोई असुविधा न हो। पंजीयन के इच्छुक पक्षकारों को किसी भी प्रकार की परेशानियों का सामना न करना पड़े। पंजीयन विभाग में बिचौलियों के प्रवेश को रोके तथा जनता बिना बिचौलियों के किसी भी दस्तावेज की रजिस्ट्री करा सके, यह सुनिश्चित करें। समीक्षा के दौरान स्टाम्प प्रकरण तथा पंजीयन में अनावश्यक विलंब के तथ्य प्रकाश में आने पर उन्होंने संबंधित जिला पंजीयक एवं उप पंजीयक को समयबद्ध निराकरण के निर्देश दिये।
मंत्री ओ.पी. चौधरी ने समीक्षा बैठक के दौरान एक मोबाईल बेस्ड एप्लीकेशन “सुगम“ का लोकार्पण किया। इस एप्लीकेशन में कोई भी व्यक्ति अपनी रजिस्ट्रीकृत दस्तावेज के संपत्ति स्थल पर जाकर स्थल का 3 साईड से फोटो तथा अक्षांश एवं देशांतर भौगोलिक स्थिति को रजिस्ट्री साॅॅॅफ्टवेयर में प्रविष्ट कर सकेगा। इससे संपत्ति संबंधी धोखाधड़ी एवं कर अपवंचन को रोकने में सार्थक मदद मिलेगी।
विभागीय मंत्री ने उपस्थित अधिकारियों को कहा कि लोक सेवक के रूप में उन्हें जनता की सेवा का मौका मिला है। देश अभी विकासशील से विकसित अर्थव्यवस्था की ओर अग्रसर कर रहा है तथा इस यात्रा में अधिकारी और कर्मचारी का योगदान महत्वपूर्ण होता है। अतः सभी अधिकारी और कर्मचारी सकारात्मक सोंच के साथ काम करें, ईमानदारी बरतें तथा पारदर्शिता दिखायें, जिससे वे विकसित भारत के निर्माण के भागीदार बन सकें।
मंत्री ओपी चौधरी ने समीक्षा के दौरान राजस्व प्राप्तियों, दस्तावेजों, आर.आर.सी. प्रकरण, स्टाम्प प्रकरण आदि के तुलनात्मक आंकड़ों की गहन समीक्षा की। इस दौरान विभागीय अधिकारियों ने मंत्री को अवगत कराया कि पूराने दस्तावेजों के स्कैनिंग का कार्य लगभग पूरा हो चुका है तथा कुछ ही दिनों में पंजीयन विभाग के सर्च एवं नकल माॅड्यूल को पूरी तरह से आनलाईन कर दिया जायेगा। इससे कोई भी व्यक्ति आफिस में आए बिना निर्धारित शुल्क आनलाईन जमा कर पूराने दस्तावेजों की सर्च कर सकेगा तथा नकल आनलाईन डाउनलोड कर सकेगा।
अधिकारियों ने समीक्षा के दौरान बताया कि पंजीयन विभाग के कार्यों को कैशलेस, पेपर लेस एवं फेस लेस बनाने की दिशा में तेजी से काम चल रहा है। पंजीयन शुल्क भुगतान के लिए नेट बैंकिंग तथा पी.ओ.एस. से भुगतान चालू कर दिया गया है। माॅडल डीड जनरेशन का काम साॅफ्टवेयर के माध्यम से तेजी से जारी है। इससे कोई भी व्यक्ति वांछित इनपूट भरकर माॅडल रजिस्ट्री के कागजात स्वतः तैयार कर सकता है, जिससे रजिस्ट्री प्रक्रिया को पेपर लेस किया जा सकेगा। पेन कार्ड का इंटीग्रेशन किया जा चुका है। इसके अगले चरण में आधार के इंटिग्रेशन का कार्य भी जारी है। आधार इंटीग्रेशन होने के बाद गवाहों के रजिस्ट्री आफिस में आने की प्रथा समाप्त हो जायेगी एवं छद्म एवं फर्जी व्यक्ति के द्वारा रजिस्ट्री जैसी घटनाओं को रोका जा सकेगा। विभाग का लक्ष्य है कि अगले 01 महीने में फेस लेस के प्रथम चरण में हाउसिंग बोर्ड, आर.डी.ए. तथा काॅलेनाइजर्स को यह सुविधा प्राप्त हो जाये। इसके लिए ट्रायल जल्दी ही पूरा कर लिया जायेगा। इससे पक्षकारों को रजिस्ट्री आॅफिस में आये बिना रजिस्ट्री कराने की सुविधा प्राप्त होगी।
मंत्री ने इस बात पर सख्त नाराजगी व्यक्त किया कि पंजीयन विभाग में भ्रष्टाचार के अनेक प्रकरण आये दिन सुनने को मिलते हैं तथा बिचौलियों के बिना रजिस्ट्री कराना संभव नहीं होता। उन्होंने निर्देश दिये कि जिला पंजीयक 10 प्रतिशत की निर्धारित सीमा तक सभी बड़े दस्तावेजों को अनिवार्य रूप से निरीक्षण करें। मंत्री ने कहा कि पंजीयन अधिकारियों के मदद से कर अपवंचन को किसी भी तरीके से बर्दास्त नहीं किया जायेगा।
मंत्री ने निर्देश दिया कि छत्तीसगढ़ में वैसे भी गाईड लाइन दर अन्य राज्यों की तुलना में कम है। ऐसी स्थिति में जिला पंजीयक और उप पंजीयक सुनिश्चित करेंगे कि गाईड लाईन से कम दर पर बाजार मूल्य निर्धारण किसी भी प्रकार से न करें। 01 महीने के भीतर दर्ज स्टाम्प प्रकरणों का निराकरण सुनिश्चित करेंगे। 1 सप्ताह के भीतर स्टाम्प रिफंड की कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे। अभियान चलाकर बकाया राजस्व की वसूली करेंगे। सभी बड़े दस्तावेजों का अनिवार्य रूप से स्थल निरीक्षण करेंगे लेकिन स्थल निरीक्षण के लिए कोई दस्तावेज मनमाने समय तक पेंडिंग नहीं रखेंगे।
मंत्री ने निर्देश दिया कि जनता का कार्य शीघ्रता और परिशुध्दता के साथ संपन्न हो इसके लिए पंजीयन विभाग के सेटअप को रिवाईज्ड किया जाये। रायपुर, दुर्ग तथा बिलासपुर जिले जहां राज्य के कुल राजस्व का 60 प्रतिशत हिस्सा आता है वहां पंजीयन अधिकारियों की संख्या को 04 गुना तक बढ़ाया जाये। विभाग में 505 स्वीकृत अधिकारियों एवं कर्मचारियों के पद के विरूद्ध 260 पद रिक्त हैं। रिक्त पदों पर तत्काल भर्ती करने के निर्देश दिये। उन्होंने भवन विहीन उप पंजीयक कार्यालयों में भवन निर्माण का प्रस्ताव तत्काल भेजने का निर्देश दिया। सभी कार्यालयों में सी.सी.टी.वी. कैमरा एवं बायोमैट्रिक लगाने का भी निर्देश दिया।