Chhattisgarh: पीएचडी इंट्रेंस, बड़ा बदलाव-UGC का फरमान, नेट क्वालीफाई करने पर ही मिलेगा पीएचडी में प्रवेश

Chhattisgarh: UGC ( विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व्यवस्था को आगे बढ़ाने के उद्देश्य ये पीएचडी प्रवेश परीक्षा के नियमों में जरुरी और बड़ा बदलाव कर दिया है। नेट क्वालीफाई करने की स्थिति में ही पीएचडी में प्रवेश मिलेगा। इसके साथ ही रिसर्च के लिए आगे बढ़ सकेंगे।

Update: 2024-11-10 08:06 GMT

Chhattisgarh: बिलासपुर। यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन ने पीएचडी प्रवेश में बड़ा और महत्वपूर्ण बदलाव कर दिया है। नेट क्वालीफाई करने की स्थिति में ही पीएचडी में प्रवेश मिलेगा। या यूं कहें कि इसके बिना रिसर्च की अनुमति नहीं मिलेगी। नेट क्वालिफाई छात्रों का इंटरव्यू कर पीएचडी में प्रवेश देंगे। यूजीसी ने इस बदलाव को देशभर में लागू कर दिया है।

यूजीसी ने बड़ा बदलाव करते हुए कुछ इस तरह का नियम लागू कर दिया है। बदलाव की खास बात ये कि स्टूडेंट्स एक टेस्ट क्वालीफाई कर जेआरएफ,नेट व पीएचडी में प्रवेश ले सकेंगे। यूजीसी के इस नए बदलाव का इम्पलीमेंट भी शुरू हो गया है। नेट के जारी रिजल्ट में साफ लिखा हुआ है कि पीएचडी प्रवेश के लिए क्वालीफाई। मतलब साफ है कि नेट क्लियर करते ही तीन महत्वपूर्ण डिग्री के लिए स्टूडेंट्स क्वालीफाई कर लेगा। तीन महत्वपूर्ण डिग्री के लिए बेरियर नहीं रहेगा। आमतौर पर यूजीसी को इस बात की लगातार शिकायतें मिल रही थी कि देश के गई यूनिवर्सिटिस समय पर पीएचडी प्रवेश परीक्षा का आयोजन नहीं कर पा रहा है। कुछ एक ऐसे भी यूनिवर्सिटी हैं जहां दो साल से प्रवेश परीक्षा का आयोजन नहीं हो पाया है।

0 यूजीसी के बदलाव का स्टूडेंट्स को ऐसे मिलेगा लाभ

यूजीसी नेट के स्कोर के जरिए स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटिज व उच्च शिक्षण संस्थानों द्वारा आयोजित इंट्रेस एग्जाम के स्थान पर पीएचडी में एडमिशन ले सकेंगे। इससे स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटिज द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा में शामिल होने की आवश्यकता नहीं रहेगी। यूजीसी के निर्देश और गाइड लाइन पर नजर डालें तो कैटेगरी टू व थ्री में क्वालीफाई करने वाले स्टूडेंट्स को पीएचडी प्रवेश के लिए टेस्ट स्कोर के लिए 70 वेटेज और इंटरव्यू के लिए 30 वेटेज दिया जाएगा। यूजीसी ने यह भी स्पष्ट किया है कि कैटेगरी टू व थ्री में प्राप्त नेट स्कोर की वेलेडिटी एक वर्ष के लिए रहेगी। मसलन एक वर्ष की अवधि के लिए यह मान्य रहेगा।

0 यूजीसी ने ये कहा

जारी आदेश में यूजीसी ने साफ कहा है कि शैक्षणिक सत्र 2024-25 से पीएचडी में प्रवेश के लिए नेट के स्कोर ही स्वीकार किए जाएंगे। यूजीसी के इस नई व्यवस्था से स्टूडेंट्स को राहत मिलने की उम्मीद है। पुरानी व्यवस्था पर नजर डालें तो पीएचडी में प्रवेश के लिए यूनिवर्सिटिज अपने स्तर पर इंट्रेस एग्जाम का आयोजन करती थी। यूजीसी के इस बदलाव के पीछे नई शिक्षा नीति को प्रभावी ढंग से लागू करना माना जा रहा है। बता दें कि यूजीसी जून और दिसंबर में साल में दो बार नेट का आयोजन करता है।

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