छत्तीसगढ़ में SDM ज्योति मौर्य जैसा केस, अनुकंपा नियुक्ति मिलते ही पत्नी ने पति और बच्चे को छोड़ा, पति अब मांग रहा इंसाफ...
उत्तर प्रदेश के बरेली एसडीएम ज्योति मौर्य जैसा एक चौकाने वाला मामला सरगुजा से सामने आया है। यहाँ पर सरकारी नौकरी मिलने के बाद महिला ने अपने पति और दो साल के मासूम बच्चे को ससुराल में छोड़कर मायके चले गई
सरगुजा। उत्तर प्रदेश के बरेली एसडीएम ज्योति मौर्य जैसा एक चौकाने वाला मामला सरगुजा से सामने आया है। यहाँ पर सरकारी नौकरी मिलने के बाद महिला ने अपने पति और दो साल के मासूम बच्चे को ससुराल में छोड़कर मायके चले गई। अब बेचारा पति न्याय की गुहार लगाकर इधर-उधर भटक रहा है। पत्नी जिस विभाग में कर्मचारी है, उस विभाग में भी पीड़ित पति ने इसकी शिकायत दर्ज कराई है। पति की शिकायत है कि पत्नी ने शपथ पत्र में झूठ बोलकर अनुकंपा नियुक्ति पाई है।
मां की मौत के बाद महिला को मिली अनुकंपा नियुक्ति
दरअसल ये पूरा मामला, लखनपुर विकासखंड के ग्राम तराजू का है। यहां रहने वाले दीपक राजवाड़े की शादी सुलोचनी राजवाड़े से हुई थी। सुलोचनी की मां समुद्री बाई जल संसाधन विभाग में चतुर्थ श्रेणी की कर्मचारी थी। मां की मृत्यु होने के बाद शादीशुदा सुलोचनी ने खुद को अविवाहित बताकर अनुकंपा नियुक्ति ले ली।
पति के साथ नहीं रहना चाहती पत्नी
नौकरी मिलने के बाद सुलोचनी ने पति दीपक और दो साल के बेटे को ससुराल में ही छोड़कर मायके आ गई। दीपक कई बार अपनी पत्नी को लाने के लिए गया, लेकिन सुलोचनी ने उसके साथ आने से इनकार कर दिया। जिसके बाद कई बार समाजिक बैठक भी की गई। लेकिन सुलोचना नहीं मानी और अपने पति व बेटे को छोड़कर मायके में ही रहने लगी।
पीड़ित पति इंसाफ की लगा रहा गुहार
पत्नी के जाने के बाद से ही पिता अपने बच्चे का भरन पोसन कर रहा है। जिससे उसे काफी परेशानी हो रही है। वो अपने बच्चे को छोड़कर काम पर भी नहीं जा पा रहा है। पीड़ित पति की आर्थिक स्थिति भी कमजोर हो गई है। पीड़ित ने पत्नी के विभाग में भी इसकी शिकायत दर्ज कराई है। फिलहाल पीड़ित इंसाफ की गुहार लेकर इधर उधर भटक रहा है।