CG News: मान्यता स्कूल की, काम दुकान का, स्कूल के कमरे किराए पर देकर चला रहे ऑप्टिकल्स!
CG School: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक प्राइवेट स्कूल संचालक ने गजब कर दिया। स्कूल के नाम पर मान्यता लेकर कैम्पस के सामने के हिस्से में दुकान बनाकर किराये पर दे दिया है। इस अंधेरगर्दी की शिकायत सीएम हाउस के अलावा माध्यमिक शिक्षा मंडल से हुई है। दोनों जगह से जांच को लेकर पत्र पहुंच गया है।
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बिलासपुर। बिलासपुर जिला मुख्यालय में वैदिक कॉन्वेंट नामक निजी संस्थान संचालित की जा रही है। इस संस्थान को बकायदा हर साल जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से मान्यता का प्रमाण पत्र भी जारी होता है। स्कूल संचालक द्वारा अब अपने कमरों को किराए पर देकर दुकान संचालित कराया जा रहा है। बीते 8 से 10 महीनो से यह खेल जारी है । वर्तमान में इस स्कूल ने अंग्रेजी माध्यम की मान्यता के लिए भी आवेदन दिया था और जो दस्तावेज स्कूल द्वारा संलग्न किए गए हैं उन दस्तावेजों में कक्ष क्रमांक 12 और 13 को अध्यापन कार्य के लिए प्रयोग होना बताया गया है। वास्तविकता में उन कमरों को शटर लगाकर 12 हजार रुपए प्रति महीने की दर से किराए पर दे दिया गया है। रश्मि कलेक्शन और महराजा ऑप्टिकल्स के नाम के दुकान संचालित हो रहा है।
मुख्यमंत्री और माध्यमिक शिक्षा मंडल से हुई शिकायत-
इस पूरे मामले की शिकायत प्रभु नारायण धुर्वे नामक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री और माध्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष रेणु पिल्ले और सचिव पुष्पा साहू से की है। जिसके बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने इसके जांच के लिए संचालक लोक शिक्षण संचालनालय को पत्र भी जारी कर दिया है ।
आश्चर्य की बात यह है कि अंग्रेजी माध्यम मान्यता देने से पहले विभाग ने बाकायदा स्कूल की जांच करवाई है और जांच अधिकारी ने स्कूल को क्लीन चिट दे दी, जबकि कक्ष क्रमांक 12 और 13 में दुकानें संचालित होते हुए साफ दिखाई दे रहा है। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से जो स्कूल को मान्यता दी गई है उसमें भी इस बात का साफ तौर पर उल्लेख है कि शिक्षण संस्थान अपनी बिल्डिंग का उपयोग किसी अन्य कार्य के लिए नहीं कर सकते और केवल यहां शिक्षण कार्य होगा ।
क्या है नियम-
स्कूल की मान्यता लेने और स्कूल संचालन करने की स्थिति में कैम्पस के भीतर व्यावसायिक गतिविधियों पर पूरी तरह रोक होती है। प्राइवेट स्कूल प्रबंधन ने मान्यता के लिए तय नियमों व शर्तों का खुलेआम उल्लंघन किया है। सीएम हाउस से जांच के निर्देश के बाद अब इस फर्जीवाड़े से पर्दा उठेगा।