CG Bilaspur News: मेडिकल कॉलेज में मारपीट का मामला, इंटर्न छात्रा और स्टाफ को टेक्नीशियन ने पीटा, मानसिक बीमारी से ग्रसित, कार्रवाई के लिए जेडी ने लिखा पत्र
CG Bilaspur News: मेडिकल कॉलेज में मारपीट का मामला सामने आया है। सिम्स के रेडियोलॉजी विभाग के टेक्नीशियन ने इंटर्नशिप कर रही छात्रा की पिटाई कर दी। वही प्रबंधन से छात्रा की शिकायत के बावजूद अब तक दोषी टेक्नीशियन पर कोई कार्यवाही नहीं की जा सकी है। टेक्नीशियन मानसिक बीमारी से ग्रसित बताया जा रहा है..वहीं मामले की कार्रवाई के लिए JD ने पत्र लिखा है..
CG Bilaspur News: बिलासपुर। सिम्स अस्पताल में मारपीट का मामला सामने आया है। जहां इंटर्नशिप कर रही छात्रा को टेक्नीशियन ने पीट दिया। खास बात यह है कि छात्रा से मारपीट के मामले में दोषी टेक्नीशियन पर अब तक सिम्स प्रबंधन ने कोई कार्यवाही नहीं की है। जिससे इंटर्न विद्यार्थियों में नाराजगी देखी जा रही है।टेक्नीशियन मानसिक बीमारी से ग्रसित बताया जा रहा है.वहीं मामले की कार्रवाई के लिए JD ने पत्र लिखा है.
सिम्स प्रबंधन में लगातार कोई न कोई विवाद सामने आ रहा है। पहले यहां एक पीजी छात्रा से छेड़छाड़ का मामला सामने आया था। जिसमें एचओडी डॉक्टर पंकज टेंभूर्णीकर पर आरोप लगे थे। पर सिम्स प्रबंधन कोई कार्यवाही करने की बजाय उल्टा छात्रा को ही शिकायत वापस लेने धमका रहा था। छात्रा के द्वारा आयुक्त चिकित्सा शिक्षा को शिकायत करने और हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करने के बाद आरोपी डॉक्टर पंकज टेंभूर्णीकर को चिकित्सा शिक्षा विभाग ने यहां से हटा कर अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजने का आदेश जारी किया।
इसी तरह का अब एक और मामला सामने आया है। जिसमें सिम्स में इंटर्नशिप कर रही छात्रा को रेडियोलोजी विभाग के टेक्नीशियन मनीष कुमार सोनी ने पीट दिया। पूरी घटना कल शुक्रवार दोपहर की है। मिली जानकारी के अनुसार मनीष कुमार सोनी और छात्रा के बीच कुछ पुराना विवाद था। कल छात्रा दोपहर को अपने इंटर्न कामों में व्यस्त थी, इसी दौरान मनीष कुमार सोनी वहां पहुंचा। पुराने विवाद को लेकर दोनों के बीच पहले हल्की कहा–सुनी हुई जो विवाद में बदल गई। जिसके बाद आक्रोशित होकर टेक्नीशियन मनीष कुमार सोनी ने छात्रा को कई थप्पड़ जड़ दिए।
छात्रा को इस तरह के किसी हरकत की उम्मीद नहीं थी, इसलिए वह हथप्रभ रह गई। इसके साथ ही मौके पर मौजूद लोग भी अवाक रह गए। घटना इतनी तेजी से हुई कि किसी को समझने और बीच–बचाव करने का मौका नहीं मिला। सबके सामने थप्पड़ों से मारपीट से मानसिक रूप से आहत छात्रा ने सिम्स के डीन और मेडिकल सुप्रोडेंटेड को घटना की शिकायत की। मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में सिम्स प्रबंधन में 1 घंटे तक के बैठक भी किया पर बावजूद इसके कोई भी कार्यवाही अब तक दोषी रेडियोलोजी विभाग के टेक्नीशियन मनीष कुमार सोनी पर नहीं किया है, जिससे छात्रा के अलावा अन्य इंटर्न छात्र– छात्राओं तथा मेडिकल छात्र–छात्राओं में आक्रोश है।
बता दे सिम्स प्रबंधन लगातार घटनाओं से विवादों में रहता है, वह अपने दोषी कर्मचारी और प्रोफेसर पर कार्रवाई भी नहीं करता। जिसका ताजा उदाहरण एचओडी पंकज टेंभूर्णीकर का है। छात्रा से छेड़छाड़, अश्लील मैसेज भेजना, धमकी देना और यौन उत्पीड़न के आरोपी एचओडी पर सिम्स प्रबंधन और उसकी विशाखा कमेटी ने कोई कार्यवाही नहीं की थी। हाईकोर्ट में मामला जाने के बाद शासन स्तर पर कार्रवाई हो सकी थी। इसके अलावा सिम्स से एमबीबीएस करके जा चुकी एक छात्रा एक शादी अटेंड करने के लिए बिलासपुर आई थी और रात सिम्स में रुकी थी। इसी दौरान छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इन सब घटनाओं से सिम्स प्रबंधन की खामियां अक्सर सामने आती जा रही है।
जेडी ने लिखा पत्र
संयुक्त संचालक एवं अधीक्षक छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान संबंद्ध चिकित्सालय, (सिम्स चिकित्सालय) ने अधिष्ठाता सिम्स को पत्र लिखकर मनीष सोनी, रेडियोग्राफर द्वारा अभद्र व्यवहार, मारपीट एवं मानसिक से बीमारी संबंध में उचित आवश्यक कार्यवाही करने का निर्देश दिया है। जारी पत्र में लिखा है कि रेडियोडायग्नोसिस विभाग में पदस्थ मनीष कुमार सोनी, रेडियोग्राफर द्वारा विभागाध्यक्ष कक्ष के सामने एक मेडिकल इंटर्न छात्रा (आमातुल्ला) को अचानक से झापड़ मार दिया तथा विभागीय में कार्यरत क्लर्क (विनय कुमार देवांगन) को गाली गलौच करते हुए हाथ पकड़कर मोड़ते हुए लात से मारपीट करने लगा। इसी दौरना दो इंटर्न एवं डॉ. आयुषी शर्मा (जे.आर.) को विभागाध्यक्ष कक्ष में बुलाया और सुरक्षा हेतु दरवाजा बन्द करके रखा गया। इस गंभीर परिस्थिति को देखते हुए विभागाध्यक्ष द्वारा तत्काल अधिष्ठाता एवं चिकित्सा अधीक्षक को मोबाइल फोन से सूचना दी गई, तत्पश्चात् चिकित्सा अधीक्षक पहुंचे और डॉ. एसके. नायक, प्राध्यापक व विभागाध्यक्ष, मनोरोग विभाग को बुलाया गया।
अतः आपसे निवेदन है कि इस प्रकार की भविष्य में आगामी किसी बड़ी घटना घटित न हो, को रोकथाम के लिए उचित आवश्यक कार्यवाही करने का कष्ट करें।
विभागाध्यक्ष रेडियोडायग्नोसिस विभाग ने अधिष्ठाता को लिखी चिट्ठी
प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष रेडियोडायग्नोसिस विभाग, छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान, डा अर्चना सिंह ने अधिष्ठाता को पत्र लिखकर मनीष सोनी, रेडियोग्राफर द्वारा अभद्र व्यवहार, मारपीट एवं मानसिक रोग की बीमारी का खुलासा करते हुए पत्र लिखकर कार्रवाई की अनुशंसा की है। पत्र में लिखा है कि विभाग में पदस्थ मनीष कुमार सोनी, रेडियोग्राफर द्वारा मेरे कक्ष के सामने एक इंटर्न लड़की (आमातुल्ला) को अचानक से झापड़ मार दिया तथा मेरे क्लर्क (विनय कुमार देवांगन) को गाली गलौच करते हुए हाथ पकड़कर मोड़ते हुए लात से मारपीट करने लग रहा था। इसी दौरान दो इन्टर्न एवं डॉ. आयुषी शर्मा (जे.आर.) को अपने कक्ष में बुलाया और सुरक्षा हेतु दरवाजा बन्द करके रखा गया। इस गंभीर परिस्थिति को देखते हुए मेरे द्वारा तत्काल अधिष्ठाता एवं चिकित्सा अधीक्षक को मोबाइल फोन से सूचना दी गई, तत्पश्चात् चिकित्सा अधीक्षक पहुंचे और मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. एसके. नायक को बुलाया गया। आगामी किसी बड़ी घटना घटित न हो इसलिए आपकी ओर आवश्यक कार्यवाही एवं सादर सूचनार्थ प्रेषित।
देखें पत्र