Bilaspur News: नशे की लत से किस तरह परिवार हो रहे तबाह, निजात फिल्म बना लोगों को संदेश दे रही पुलिस, थानेदारों ने निभाए किरदार...

नशे की लत से किस तरह परिवार हो रहे तबाह, निजात फिल्म बना लोगों को संदेश दे रही पुलिस, थानेदारों ने निभाए किरदार...

Update: 2023-09-23 12:43 GMT

Bilaspur News : बिलासपुर। बिलासपुर पुलिस द्वारा बिलासपुर ज़िले में नारकोटिक्स ड्रग्स व अवैध नशा के ख़िलाफ़ एक जागरूकता और कार्यवाही अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत ज़िला में विभिन्न एनजीओ, एनसीसी, एनएसएस, स्कूल बच्चे और टीचर , प्रजापति ब्रह्मकुमारी ,सक्षम संस्था काउन्सलिंग करने वाले काउंसलर, पुलिस अधिकारी और सामाजिक संगठन के कार्यकर्तागण की उपस्थिती में लखीराम अग्रवाल ऑडिटोरियम बिलासपुर में कार्यक्रम कर रंग रंग के नशा नामक वीडियो फ़िल्म का विमोचन किया गया। जिसमें बिलासपुर पुलिस के निरीक्षक पौरूस पुर्रे, प्रदीप आर्या, कमला पुसाम, नवीन देवांगन और अन्य ने भूमिका निभाई है। इसे यूट्यूब चैनल में लॉंच किया गया जिसे आप अपने मोबाइल टीवी में यूट्यूब से देख सकते है। नशा से होने वाले आर्थिक सामाजिक पारिवारिक मानसिक हानि होती है और पुलिस द्वारा अभियान के तहत अन्य सहयोगी संस्था के द्वारा मोटिवेट कर के नशा से दूर कर अच्छी जीवन यापन हेतु प्रतीत किया गया। जिसमें कई व्यक्ति ने नशा से दूर होकर ख़ुशी पूर्वक जीवन व्यतीत कर रहे है, इनकी सफलता को भी सक्सेस स्टोरी के माध्यम से बताया गया।

निजात के तहत अपराध में कमी होने के कारण ज़िले में सभी वर्ग के लोगो में उत्साह भर गया है और शहरवासी, जनप्रतिनिधि, बॉलीवुड व छत्तीसगढ़ के फ़िल्म स्टार, राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने भी बिलासपुर पुलिस की सराहना कर रहे हैं और निजात अभियान में सहयोग दे रहे हैं।

निजात के तहत अभियान से प्रतिदिन जागरूकता कार्यक्रम नशा के विरुद्ध अपराध रोकथाम हेतु कार्यवाही सभी थाना चौकी द्वारा किया जा रहा। जिससे अपराध में लगातार कमी आ रही है।

यहां देखिए वीडियो...

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रंग रंग के नशा म काबर ते पगला गे:–

निजात थिम के तहत बनी यह शार्ट फिल्म एक किसान परिवार की कहानी है। किसान किस तरह नशे की लत में पड़कर अपनी पूरी जिंदगी तबाह कर देता इसे फिल्माया गया है। छत्तीसगढी भाषा में बनी शार्ट में गाने के बोल रंग रंग के नशा म काबर ते पगला गे के बोल बहुत ही सुंदर है व फिल्म को बहुत की खुबसूरती से फिल्माया गया है।

इन थाना प्रभारियो ने निभाया किरदार:–

निजात फिल्म कोनी थाना प्रभारी पौरूष पुर्रे के साथ ही सिविल लाइन थाना प्रभारी प्रदीप आर्या, तोरवा थाना प्रभारी कमला पुसाम ठाकुर, सिरगिट्टी थाना प्रभारी नवीन देवांगन, आरक्षक दीपक उपाध्याय, व अन्य पुलिस कर्मियों ने सराहनीय भूमिका निभाई है। एसपी संतोष सिंह ने बताया कि निजात शार्ट फिल्म एक कृषक परिवार के जीवन पर आधारित है। एक किसान किस तरह नशे की लत में पड़ कर अपनी जमीन जायदाद को नशे की लत पूरा करने के बेच देता है, इसे विस्तार से दिखाया गया है। जब वह कृषक पुलिस के पास आता है तो निजात अभियान के तहत उसकी काउंसलिंग कर उसका समुचित उपचार कराया जाता है और वह फिर से समाज की मुख्यधारा से जुड़ जाता है।

निजात अभियान के माध्यम से लगातार अवैध नशे पर कार्रवाई की जा रही है। जिसके चलते अपराधों के दर में भी लगातार गिरावट आ रही है। पिछले कुछ सालों से बिलासपुर की पहचान चाकू बाजी वाले जिले के तौर पर होने लगी थी। लेकिन एसपी संतोष सिंह के नेतृत्व में पिछले 7 माह से बिलासपुर पुलिस ने इस छवि को बदल कर रख दिया है। नशे पर प्रभावी कार्यवाही के चलते लगातार अपराधों के क्राइम रेट में भी गिरावट देखने को मिली है। लगातार अवैध नशे पर अंकुश लगाने का असर जिले के क्राइम रेट पर पड़ा है और अपराधों का ग्राफ गिरा है। इस दौरान जिले में 75 फ़ीसदी चाकूबाजी की घटनाओं में कमी देखने को मिली है। पुलिस अफसरों के अनुसार अधिकतर चाकूबाजी नशे की हालत में ही होती है। पर पुलिस के अभियान से नशे में अपराधों को अंजाम देने वाले अपराधियों के मनोबल में कमी आई है। जिसके चलते चाकू बाजी की घटनाओं में कमी देखने को मिली है। एसपी संतोष सिंह ने बताया कि निजात अभियान आगे भी जारी रहेगा और आगामी चुनाव को देखते हुए नशा कारोबारी नशेड़ियों अपराधियों गुंडे बदमाशों और असामाजिक तत्व वारंटी और अपराधियों पर कार्यवाही तेज की जाएगी। ताकि जिले में शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव नियुक्त पाया जा सके।

नशे पर हुई ताबड़तोड़ कार्रवाई तो 17 फीसदी ज्यादा दर्ज हुए केस-

जिले में फरवरी माह से निजात अभियान की शुरुआत की गई। जिसके तहत अपराधियों और गुंडे-बदमाशों पर कार्रवाई के अलावा मुख्य रूप से नशे के सौदागरों के खिलाफ विशेष कार्रवाई की गई। जिसके चलते एनडीपीएस एक्ट, आबकारी एक्ट, कोटपा एक्ट की कार्रवाईयां ताबड़तोड़ की गईं। जिसके वजह से जिले में रजिस्टर्ड क्राइम की संख्या में भी 17 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। साल 2021 के फरवरी माह से अगस्त माह तक जहां 6002 क्राइम रजिस्टर्ड हुए, वहीं यह आंकड़ें साल 2022 में 6820 पर पहुंच गए। जबकि, इस साल नशे के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई करने से यह आंकड़ें बढ़कर 7978 तक पहुंच गए हैं।

महिलाएं और बच्चे अब खुद को समझने लगे सुरक्षित-

बिलासपुर पुलिस के द्वारा लगातार गुंडे-बदमाशों और अपराधियों पर कार्रवाई करने से महिला संबंधी अपराधों में भी कमी दर्ज की गई है। पिछले दो सालों की तुलना मौजूद साल से करें तो छेड़छाड़ व यौन उत्पीड़न जैसे मामलों में 36 फीसदी की कमी देखी गई है। दूसरी ओर दुष्कर्म के केस पर नजर डालें तो यह आंकड़ें 20 फीसदी गिरे हैं। जो एक तरह से महिला सुरक्षा को लेकर बिलासपुर पुलिस के द्वारा चलाए जा रहे अभियान का असर कहा जा सकता है।

हत्या और हत्या के कोशिश जैसे केस में 33 से 70 प्रतिशत की कमी-

एसपी संतोष कुमार सिंह द्वारा चलाए जा रहे निजात अभियान के चलते हत्या और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर अपराधों तक में कमी देखने को मिली है। पिछले दो सालों की आकंड़ों की तुलना करें तो इस साल हत्या के 24 मामले फरवरी से अगस्त माह तक दर्ज हुए हैं, जबकि साल 2022 में यह आंकड़ें 36 और साल 2021 में यह आंकड़ें 34 थे। इसी तरह हत्या की कोशिश (धारा 307) जैसे अपराध में 70 फीसदी की गिरावट आई है, जो पुलिस की सख्त कार्रवाई और कानून व्यवस्था को लेकर कसावट बरतने का असर के रूप में देखा जा रहा है। साल 2022, साल 2021 में 50-50 केस केवल 307 के दर्ज हुए थे, जबकि साल 2023 में यह आंकड़ें 15 तक ही सीमित हैं।

आंकड़ें एक नजर में (फरवरी से अगस्त माह तक) –

मारपीट- 11 फीसदी की कमी :

साल- संख्या

2021- 2202

2022- 2538

2023- 2258

चाकूबाजी- 75 फीसदी की कमी:

साल- संख्या

2021- 53

2022- 60

2023- 15

हत्या की कोशिश- 70 फीसदी की कमी:

साल- संख्या

2021- 50

2022- 50

2023- 15

हत्या – 33 फीसदी की कमी:

साल- संख्या

2021- 34

2022- 36

2023- 24

चोरी व नकबजनी – 18 फीसदी की कमी:

साल- संख्या

2021- 852

2022- 938

2023- 767

छेड़छाड़ – 36 फीसदी की कमी:

साल- संख्या

2021- 138

2022- 116

2023- 74

दुष्कर्म- 20 फीसदी की कमी:

साल- संख्या

2021- 138

2022- 138

2023- 110

इस फिल्म के लांचिंग के बारे में एसपी संतोष सिंह ने बताया कि पुलिस कार्यवाही के अलावा नशे की गिरफ्त में फंसे लोगों को नशे से बाहर निकालने की कोशिश में भी लगी हुई है। सामाजिक संस्थाओं के साथ-साथ आम जनता भी अब पुलिस के इस अभियान का हिस्सा बन रही और पुलिस के साथ मिलकर नशे व अपराध के खिलाफ मुहिम चला रहे है।

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