Gold-Silver Price Today 22 April 2025: सोने ने तोड़ा 1 लाख का बैरियर! ट्रेड वॉर ने बढ़ाई चमक, जानें और कितना ऊपर जाएगा सोने का भाव

Gold-Silver Price Today 22 April 2025: सोना अब आम आदमी की पहुंच से और दूर होता जा रहा है। मंगलवार को सोने की कीमत ने इतिहास रचते हुए 1,00,000 रुपये प्रति 10 ग्राम का मनोवैज्ञानिक स्तर पार कर लिया।

Update: 2025-04-22 05:34 GMT
Gold-Silver Price Today 22 April 2025: सोने ने तोड़ा 1 लाख का बैरियर! ट्रेड वॉर ने बढ़ाई चमक, जानें और कितना ऊपर जाएगा सोने का भाव
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Gold-Silver Price Today 22 April 2025: सोना अब आम आदमी की पहुंच से और दूर होता जा रहा है। मंगलवार को सोने की कीमत ने इतिहास रचते हुए 1,00,000 रुपये प्रति 10 ग्राम का मनोवैज्ञानिक स्तर पार कर लिया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में रिकॉर्ड उछाल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और फेडरल रिजर्व चेयरमैन जेरोम पॉवेल के बीच तीखी बहस, और अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर ने निवेशकों को सुरक्षित निवेश (सेफ हेवन) की ओर धकेल दिया है। नतीजतन सोना अब अपने अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है। क्या सोना जल्द ही 1,38,000 रुपये का स्तर छूएगा? आइए, जानते हैं इस उछाल के पीछे की पूरी कहानी।

GST के साथ सोना 1,00,116 रुपये तक पहुंचा

भारत में 3% GST जोड़ने के बाद 24 कैरेट सोने की कीमत 1,00,116 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोना 1.76% की तेजी के साथ 98,991 रुपये पर ट्रेड कर रहा है। वहीं, चांदी में भी उछाल देखने को मिला, जो 0.62% बढ़कर 95,840 रुपये प्रति किलोग्राम पर रही। GST समेत चांदी की कीमत 98,715 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई। यह तेजी न सिर्फ निवेशकों बल्कि आम उपभोक्ताओं के लिए भी चिंता का विषय बन रही है, खासकर तब जब त्योहारी सीजन नजदीक है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की रिकॉर्ड ऊंचाई

अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना पहली बार $3,400 प्रति औंस के स्तर को पार कर गया। स्पॉट गोल्ड 1.4% चढ़कर $3,472.49 प्रति औंस पर पहुंचा, जो सत्र के दौरान $3,473.03 के रिकॉर्ड स्तर को भी छू चुका है। अमेरिकी गोल्ड फ्यूचर्स भी 1.7% की बढ़त के साथ $3,482.40 पर ट्रेंड कर रहे हैं। यह उछाल वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और डॉलर की कमजोरी का नतीजा है।

क्यों बढ़ रही है सोने की कीमत?

Mehta Equities Ltd के वाइस प्रेसिडेंट राहुल कलंत्री बताते हैं कि डॉलर इंडेक्स तीन साल के निचले स्तर पर है। ट्रंप और पॉवेल के बीच ब्याज दरों को लेकर तनातनी ने बाजार में अस्थिरता पैदा की है। अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर और टैरिफ विवाद ने भी निवेशकों को सेफ हेवन एसेट्स जैसे सोने की ओर आकर्षित किया है। इसके अलावा, मुद्रास्फीति और कमजोर रुपये ने भारत में सोने की कीमतों को और ऊंचा किया है।

ट्रंप की चेतावनी ने बढ़ाई निवेशकों की बेचैनी

KCM Trade के चीफ मार्केट एनालिस्ट टिम वॉटरर के मुताबिक, ट्रंप ने ब्याज दरों में तत्काल कटौती की मांग दोहराई है और चेतावनी दी है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था मंदी की ओर बढ़ सकती है। इस बयान ने निवेशकों को अमेरिकी एसेट्स से दूर कर दिया और सोने को उनकी पहली पसंद बना दिया। वैश्विक बाजारों में अस्थिरता और डॉलर की कमजोरी ने सोने को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह ट्रेंड आने वाले दिनों में भी जारी रह सकता है।

विशेषज्ञों का अनुमान है कि अगर अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर और गहराता है, तो सोना 1,38,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है। हालांकि, अगर बाजार स्थिर होता है, तो कीमतें 75,000 रुपये तक भी गिर सकती हैं। गोल्डमैन सैक्स ने अनुमान लगाया है कि 2025 के अंत तक सोना 1,30,000 रुपये तक जा सकता है।

सोने में निवेश क्यों है फायदेमंद?

  1. सुरक्षित निवेश: आर्थिक अनिश्चितता और भू-राजनीतिक तनाव के दौरान सोना सेफ हेवन माना जाता है।
  2. मुद्रास्फीति से बचाव: सोना मुद्रास्फीति के खिलाफ एक मजबूत हेज है।
  3. लंबी अवधि का रिटर्न: दीर्घकालिक निवेश में सोना स्थिर और लाभकारी रहा है।
  4. सांस्कृतिक महत्व: भारत में सोना त्योहारों, शादियों, और पूजा में महत्वपूर्ण है।

देश में कैसे तय होती है सोने की कीमत?

भारत में सोने की कीमत कई वजहों से बदलती रहती है, जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजार के भाव, सरकार की लगाई गई इंपोर्ट ड्यूटी, टैक्स और रुपए की कीमत में उतार-चढ़ाव। सोना सिर्फ निवेश का साधन नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति का अहम हिस्सा भी है। शादी-ब्याह और त्योहारों के समय इसकी मांग बढ़ने से कीमतें भी बढ़ जाती हैं। लोग इसे सुरक्षित निवेश मानते हैं, इसलिए इसकी कीमत में बदलाव का असर आम लोगों की जेब पर भी पड़ता है।

सोने की शुद्धता की पहचान

ISO (Indian Standard Organization) द्वारा सोने की शुद्धता पहचानने के लिए हॉल मार्क दिए जाते हैं। 24 कैरेट सोने के आभूषण पर 999, 23 कैरेट पर 958, 22 कैरेट पर 916, 21 कैरेट पर 875 और 18 कैरेट पर 750 लिखा होता है। ज्यादातर सोना 22 कैरेट में बिकता है, और कुछ लोग 18 कैरेट का इस्तेमाल भी करते हैं। कैरेट 24 से ज्यादा नहीं होता, और जितना ज्यादा कैरेट होगा, सोना उतना ही शुद्ध कहलाता है।

22 और 24 कैरेट में अंतर

24 कैरेट गोल्ड 99.9% शुद्ध होता है और 22 कैरेट लगभग 91% शुद्ध होता है। 22 कैरेट गोल्ड में 9% अन्य धातु जैसे तांबा, चांदी, जिंक मिलाकर जेवर तैयार किया जाता है। 24 कैरेट सोना शुद्ध होता है, लेकिन उसके आभूषण नहीं बनाए जा सकते। इसलिए ज्यादातर दुकानदार 22 कैरेट में सोना बेचते हैं।

मिस्ड कॉल से ऐसे जानें गोल्ड का भाव

22 कैरेट और 18 कैरेट गोल्ड ज्वेलरी के खुदरा रेट जानने के लिए 8955664433 पर मिस्ड कॉल दे सकते हैं। कुछ ही देर में SMS के जरिए रेट्स मिल जाएंगे। इसके अलावा, लगातार अपडेट्स के लिए ibja.co या ibjarates.com पर देख सकते हैं।

हॉलमार्क का रखें ध्यान

सोने को खरीदते समय उसकी क्वॉलिटी का ध्यान जरूर रखें। ग्राहक हॉलमार्क का निशान देखकर ही खरीदारी करें। हॉलमार्क सोने की सरकारी गारंटी है, जिसे ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (BIS) द्वारा निर्धारित किया जाता है। हॉलमार्किंग योजना भारतीय मानक ब्यूरो अधिनियम के तहत संचालन, नियम और रेग्युलेशन का काम करती है।

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