RBI Governor Sanjay Malhotra: कौन हैं RBI के नए गवर्नर आईएएस संजय मल्होत्रा? जानिए उनके बारे में
RBI Governor Sanjay Malhotra:आईएएस संजय मल्होत्रा को रिजर्व बैंक का 26 वां गर्वनर नियुक्ति किया गया है। वे राजस्थान कैडर के 1990 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। मूलतः भी वे राजस्थान के रहने वाले हैं। संजय मल्होत्रा ने यूपीएससी के अपने फर्स्ट अटेम्प्ट में ही परीक्षा टॉप की थी। वर्तमान में वे भारत सरकार के वित्त मंत्रालय में राजस्व सचिव के पद पर कार्यरत है।
RBI Governor Sanjay Malhotra: संजय मल्होत्रा रिजर्व बैंक का नया गवर्नर नियुक्त किया गया है। 11 दिसंबर 2024 को वह इस पद वह संभालेंगे। केंद्रीय कैबिनेट कमेटी ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। वे रिजर्व बैंक के 26 वें गर्वनर होंगे। मल्होत्रा रिजर्व बैंक के वर्तमान गवर्नर शक्तिकांत दास की जगह लेंगे। पहले अटकले थी कि दास को सेवा विस्तार मिलेगा पर ऐसा नहीं हुआ और संजय मल्होत्रा के नाम पर सरकार ने मुहर लगा दी। संजय मल्होत्रा राजस्थान कैडर के 1990 बैच के आईएएस हैं। मूलतः भी वे राजस्थान के बीकानेर के रहने वाले हैं। संजय मल्होत्रा ने प्रथम प्रयास में ही यूपीएससी में चयन पाया है। फर्स्ट अटेम्प्ट में ही वे अपने बैच के टॉपर बने हैं। जिसके चलते उन्हें होम कैडर एलॉट हुआ था। आईए जानते हैं उनके बारे में...
जन्म और शिक्षा
राजस्थान कैडर के 1990 बैच के आईएएस संजय मल्होत्रा को रिजर्व बैंक का नया गवर्नर नियुक्त किया गया है। मूलतः भी वे राजस्थान राज्य के बीकानेर जिले के रहने वाले हैं। उनका जन्म बीकानेर में ही 14 फरवरी 1968 को हुआ है। उनका मकान बीकानेर के जयनारायण व्यास कॉलोनी में था। 2006 में उन्होंने मकान पूर्व मंत्री गोविंद राम मेघवाल को बेच दिया था। संजय मल्होत्रा ने केंद्रीय विद्यालय –1 से पढ़ाई की थी। यहीं से 12 वीं तक अपनी स्कूलिंग पूरी कर उन्होंने आईआईटी प्रवेश परीक्षा दी थी और आईआईटी प्रवेश परीक्षा में भी टॉपर रहे थे।
उन्होंने आईआईटी कानपुर से कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग ब्रांच में बीटेक किया है। वर्ष 1989 में बीटेक कंप्लीट करने के बाद फर्स्ट अटेम्प्ट में ही यूपीएससी क्रैक की थी। वे अपने बैच के टॉपर हैं। सेवा के दौरान अध्ययन अवकाश लेकर अमेरिका की प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से पब्लिक पॉलिसी (सार्वजनिक नीति) में मास्टर डिग्री भी ली है।
प्रोफेशनल कैरियर
संजय मल्होत्रा ने 1989 में बीटेक की डिग्री हासिल की। इंजीनियरिंग के अंतिम वर्ष में ही उन्होंने यूपीएससी सिविल सर्विसेज परीक्षा 1989 दिलाई। पहले प्रयास में उन्होंने देशभर में परीक्षा टॉप की। उन्हें आईएएस बैच 1990 एलॉट हुआ। टॉपर होने के चलते होम कैडर राजस्थान भी मिला।
उन्होंने अपने गृह जिले बीकानेर से ही बतौर एसडीओ बीकानेर नोर्थ अपने कैरियर की शुरुआत की। फिर अलवर यूआईटी के सचिव रहे। इसके बाद लगातार कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां राजस्थान में संभाली। वह आयुक्त वाणिज्य कर विभाग, सरकारी बिजली कंपनी आरईसी लिमिटेड के अध्यक्ष और एमडी, राजस्व वित्त स्वास्थ्य ऊर्जा और कृषि विभाग में कार्य कर चुके हैं। वर्ष 2003 में संजय मल्होत्रा संयुक्त राष्ट्र डेवलपमेंट प्रोग्राम के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर भी रहे। वर्ष 2006 में राजस्थान में वित्त और राजस्व विभाग के विशेष सचिव और 2007 में राजस्थान का कार्मिक सचिव बनाया गया। 2008 से 2009 तक स्टडी लीव लेकर अमेरिका की क्रिश्चियन यूनिवर्सिटी से पब्लिक पॉलिसी में मास्टर डिग्री ली।
वसुंधरा राजे सिंधिया के करीबी और विश्वस्त अफसरों में संजय मल्होत्रा की गिनती होती है। 1999 में जब अटल बिहारी वाजपेई की सरकार में राजस्थान से सांसद वसुंधरा राजे को केंद्रीय मंत्री बनाया गया तब वसुंधरा राजे उन्हें डेपुटेशन पर अपने मंत्रालय ले गई थी। राजस्थान में ई गवर्नेंस शुरू करने का श्रेय इन्हीं को जाता है। वह वर्ष 2010 में राजस्थान के आईटी सचिव रहे। खनिज विभाग में भी सचिव रहे। इसी दौरान उन्होंने राजस्थान में कंप्यूटर कारण और ई गवर्नेंस की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किए। जीएसटी परिषद के पदेन सचिव के रूप में कार्य किया।
संजय मल्होत्रा राजस्थान के टॉप फाइव सीनियर अफसरों में चौथे नंबर पर आते है। राजस्थान के चीफ सेक्रेटरी से भी संजय मल्होत्रा सीनियर है। जनवरी 2020 में वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर केंद्र गए हैं। केंद्र में उनकी पहली प्रतिनियुक्ति उन्हें ऊर्जा मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के पद पर मिली थी। फिर वे वित्त मंत्रालय में पदस्थ हो गए। राजस्व सचिव के रूप में उन्होंने कई महत्वपूर्ण कार्य किए। वित्तीय सेवा विभाग में सचिव के तौर पर कार्य करने वाले संजय मल्होत्रा ने 2023–24 के केंद्रीय बजट से संबंधित सभी टैक्स संबंधी मामलों को अंतिम रूप देने में भूमिका निभाई थी। संजय मल्होत्रा को फाइनेंस के मामलों में सुधारवादी और मजबूत काम करने वाला अफसर माना जाता है। राज्य और केंद्र दोनों जगह पर वित्त विभाग और प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष कराधान में गहरा अनुभव मल्होत्रा को है। वर्तमान में भी वे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष करों से संबंधित महत्वपूर्ण नीतियां बनाते हैं। राजस्व सचिव के रूप में मल्होत्रा ने माल और सेवा कर जीएसटी सुधारो की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किया है। अक्टूबर 2022 से वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग में वित्त सचिव के रूप में सेवा संजय मल्होत्रा दे रहे हैं।
चीफ सेक्रेटरी की भी दौड़ में थे आगे
संजय मल्होत्रा का नाम राजस्थान के चीफ सेक्रेटरी के लिए भी टॉप पर था। सुधांशु पंत से पहले संजय मल्होत्रा को ही राजस्थान सरकार के सेक्रेटरी बनाना चाहती थी। पर केंद्र में उनकी भूमिका और योग्यता को देखते हुए केंद्र सरकार ने उन्हें वापस नहीं भेजा। अब केंद्र सरकार ने उन्हें आरबीआई का नया गवर्नर बनाया है। उनका कार्यकाल 3 वर्षों का होगा। अब कहां जा सकता है कि एक राजस्थानी धारक को रुपए अदा करने का वचन देगा।