IPS Rajiv Kumar: राजीव कुमार दोबारा बने पश्चिम बंगाल के डीजीपी,चुनाव आयोग ने हटाया था...

IPS Rajiv Kumar: आईपीएस राजीव कुमार को पश्चिम बंगाल का दोबारा डीजीपी नियुक्त किया गया है। राजीव कुमार पश्चिम बंगाल कैडर के 1989 बैच के आईपीएस अफसर हैं। उन्हें केंद्रीय चुनाव आयोग ने डीजीपी के पद से हटा दिया था। पर अब ममता सरकार द्वारा फिर से उन्हें डीजीपी बनाया गया है।

Update: 2024-07-15 16:09 GMT

IPS Rajiv Kumar कोलकाता। पश्चिम बंगाल कैडर के 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी राजीव कुमार को पश्चिम बंगाल का दोबारा डीजीपी नियुक्त किया गया है। चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनाव के समय उन्हें पद से हटा दिया था। उन्हें सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव के पद पर भेज कर उनकी जगह आईपीएस संजय मुखर्जी को केंद्रीय चुनाव आयोग ने डीजीपी नियुक्त किया था। एक बार फिर से राजीव कुमार की डीजीपी के पद पर वापसी हुई है।

राजीव कुमार 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। उन्हें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का करीबी माना जाता है। दिसंबर 2023 में राजीव कुमार को पश्चिम बंगाल का डीजीपी बनाया गया था। जिसके बाद भाजपा ने ममता सरकार पर सवाल खड़े किए थे। भाजपा के प्रवक्ता सुवेंदु अधिकारी ने टिप्पणी करते हुए कहा था कि ममता के सेवक को पुलिस महानिदेशक बनाया गया है। केंद्रीय चुनाव आयोग ने राजीव कुमार को डीजीपी के पद से हटाकर सूचना प्रौद्योगिकी विभाग का सचिव बना दिया गया था। विधानसभा उपचुनाव संपन्न होने के बाद सोमवार को ममता सरकार ने उन्हें डीजीपी के पद पर पुनर नियुक्ति दी है।

केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा डीजीपी बनाए गए संजय मुखर्जी का तबादला डीजी फायर एंड सर्विसेज के पद पर कर दिया गया है। राजीव कुमार जब डीजीपी थे तब चुनाव से पहले संदेशखाली मुद्दे पर राज्य में उथल-पुथल मची हुई थी। राजीव कुमार के खिलाफ शारदा और रोजेवैली चिटीफंड घोटाले में सबूत के साथ छेड़छाड़ करने व साक्ष्य नष्ट करने का आरोप लगा था। शारदा चिटफंड में निवेश करने वाले कई लाख लोग आर्थिक रूप से तबाह हो गए थे। तब राजीव कुमार विधाननगर पुलिस आयुक्त थे। राजीव कुमार पर आरोप था कि उन्होंने शारदा चिटफंड के मालिक सुदीप्तोसेन के सभी उपकरणों को खत्म कर दिया था। अगर सीबीआई को सेन के कार्यालय से इलेक्ट्रॉनिक फाइल में मिल जाती है तो ममता बनर्जी को सेन के साथ जेल में होने का दावा सीबीआई ने किया था।

ममता बनर्जी के करीबी माने जाने वाले राजीव कुमार पर विशेष जांच दल की अगुवाई करते हुए शारदा घोटाले की जांच के दौरान सबूत को दबाने और छुपाने का आरोप लगाया गया था। घोटाला की जांच के लिए राज्य सरकार की तरफ से एसआईटी बनाई गई थी। राजीव कुमार को साक्ष्यों को नष्ट करने के मामले में सीबीआई गिरफ्तार करने भी पहुंच गई थी। तब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गिरफ्तारी के खिलाफ 2019 में धरने पर बैठ गई थीं। हालांकि हाईकोर्ट से राजीव कुमार ने गिरफ्तारी पर स्टे ले लिया था। हाईकोर्ट के खिलाफ सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की है।

कौन है राजीव कुमार

राजू कुमार पश्चिम बंगाल कैडर के 2019 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। राजीव कुमार महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं। वह विधानसभा पुलिस कमिश्नरेट और कोलकाता पुलिस आयुक्त रह चुके हैं। सीआईडी के एडीजी भी रह चुके हैं।

Tags:    

Similar News