कमिश्नर ऑफ पुलिस के खिलाफ सीबीआई जांच शुरू, जहां रहे थे एएसआई वही एसएसपी बन चर्चित हुए थे आईपीएस कुलदीप चहल...
NPG डेस्क। पंजाब राज्य के जालंधर पुलिस कमिश्नर कुलदीप चहल के खिलाफ करप्शन व दुर्व्यवहार के आरोप में सीबीआई जांच शुरू की गई है। यह मामला तब का है जब वह चंडीगढ़ के एसएसपी थे। पंजाब के राज्यपाल व चंडीगढ़ के प्रशासक के खत के आधार पर सीबीआई ने जालंधर के वर्तमान कमिश्नर के खिलाफ सीबीआई जांच शुरू की है। बता दे कदाचार के आरोप में समय से पहले डेपुटेशन खत्म कर उन्हें चंडीगढ़ से वापस भेज दिया गया था।
कुलदीप सिंह चहल पंजाब राज्य कैडर के 2009 बैच के अफ़सर है। वह यहां मोहाली एसपी थे। फिर सितंबर 2020 में उन्हें डेपुटेशन पर 3 वर्ष के लिए केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ का एसएसपी बनाकर भेजा गया था। यहां उन पर एक बड़े माल में फुट कोड खाली करवाने, फुट कोर्ट के मैनेजर के खिलाफ यौन शोषण के मामले में एफआईआर दर्ज न करने, एक मकान पर अनाधिकृत कब्जा करने के आरोप लगे थे। आईपीएस कुलदीप चहल के भ्रष्ट आचरण को देखते हुए पंजाब के राज्यपाल व केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने वहां के चीफ सेक्रेटरी से 26 नवंबर 2022 को बात की थी, और आईपीएस चहल के भ्रष्ट आचरण को देखते हुए उन्हें हटाने के निर्देश दिए थे। साथ ही चंडीगढ़ के एसएसपी के पोस्ट के लिए 3 आईपीएस अफसरों का पैनल देने के लिए कहा था। जिसके बाद 12 दिसंबर 2022 को आदेश जारी करते हुए कुलदीप चहल को चंडीगढ़ के एसएसपी के पद से हटाते हुए उनका डेपुटेशन खत्म कर मूल राज्य पंजाब भेज दिया गया था। पंजाब से आईपीएस चहल 3 वर्ष की प्रतिनियुक्ति पर चंडीगढ़ का एसएसपी बनकर आए थे। जहां समय सीमा पूर्ण होने के दस माह पहले ही उनकी मूल कैडर वापसी हो गई।
पंजाब कैडर वापसी के बाद भी 2009 बैच के आईपीएस कुलदीप चहल को कोई पोस्टिंग नहीं दी गई थी। दरअसल चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित पंजाब के गवर्नर भी हैं। उन्होंने 14 दिसंबर को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को पत्र लिखकर कुलदीप चहल के करप्शन के बारे में बताया था। हालांकि कुलदीप चहल को समय से पूर्व चंडीगढ़ से हटाए जाने पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी राज्यपाल व प्रशासक बीएल पुरोहित को पत्र लिखा था। मूल कैडर में वापस आने के बाद भी कुलदीप चहल को कोई पोस्टिंग नहीं दी गई थी। वह 2009 बैच के अफसर थे। और डीआईजी रैंक पर थे। वह पंजाब वापसी के बाद भी 1 माह से अधिक समय तक खाली थे । 21 जनवरी को उन्हें जालंधर का पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया था। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर पंजाब के राज्यपाल बीएल पुरोहित ही गणतंत्र दिवस समारोह पर जालंधर में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। कुलदीप चहल इससे असहज थे और वे 26 जनवरी के 2 दिन पहले ही छुट्टी का आवेदन देकर छुट्टी पर निकल गए थे।
2009 बैच के आईपीएस कुलदीप चहल मूलतः हरियाणा के जींद जिले के रहने वाले हैं। जींद जिले के उझाना गांव में उनका सन 1981 में जन्म हुआ था। उन्होंने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से कला स्नातक की डिग्री पूरी की। इसके बाद पंचकूला चले गए, यहां उनके बड़े भाई रहते थे। पंजाब यूनिवर्सिटी से उन्होंने इतिहास में एमए किया। साथ ही यूपीएससी की तैयारी शुरू। इस बीच चंडीगढ़ पुलिस में उनका एसआई के पद पर चयन हो गया। वह हमेशा अपने साथ एक पिट्ठू में किताबें रखते थे। थाना व अन्य जहां कहीं भी जहां समय मिले वह किताब निकालकर पढ़ते थे। तीसरे प्रयास में 82 वा रैंक लाकर वे आईपीएस के लिए चयनित हुए। उन्होंने कई एनकाउंटर किए हैं लॉरेंस बिश्नोई के करीबी शूटर अंकित भादू को भी एनकाउंटर में मारने के बाद मिली धमकी के चलते पंजाब सरकार ने उन्हें बुलेट प्रूफ जैकेट व सुरक्षा दी थी।