Chhattisgarh News: मानचित्रकार, लेखापाल, स्‍वास्‍थ्‍य व राजस्‍व कर्मी चला रहे हैं नगरीय निकाय, सहायक ग्रेड-2 के हाथों में विभागीय मंत्री के गृह क्षेत्र की परिषद

Chhattisgarh News: छत्‍तीसगढ़ में नगरीय निकायों में प्रशासन की व्‍यवस्‍था पूरी तरह बदहाल है। नगर निगमों की स्थिति फिर भी ठीक है, लेकिन परिषद और नगर पंचायतों का हाल पूरी तरह बेहाल है। कहीं सहायक ग्रेड-2 सीएमओ बने बैठे हैं, तो कहीं लेखापाल, सहायक राजस्‍व निरीक्षक और स्‍वास्‍थ्‍य निरीक्षक निकाय चला रहे हैं।

Update: 2024-11-16 06:51 GMT

Chhattisgarh News: रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में कुल 182 नगरीय निकाय हैं। इनमें 14 नगर निगम, 50 नगर पालिका परिषद और 123 नगर पंचायत शामिल हैं। शहर के विकास की पूरी जिम्‍मेदारी इन्‍हीं निकायों पर होती है, लेकिन निकायों में प्रशासन भगवान भरोसे चल रहा है। ज्‍यादातर निकायों में पदक्रम में बहुत ही छोटे अफसरों को मुख्‍य नगर पालिका अधिकारी बनाकर बैठक दिया गया है। स्थिति यह है कि मानचित्रकार और सहायक ग्रेड-2 से लेकर राजस्‍व और स्‍वास्‍थ्‍य अमला के कर्मचारियों को नगरीय निकायों के प्रमुख की कुर्सी सौंप दी गई है।

प्रदेश के डिप्‍टी सीएम अरुण साव नगरीय प्रशासन विभाग के भी मंत्री हैं। साव का गृह और निर्वाचन क्षेत्र लोरमी है। लोरमी नगर पालिका परषिद में सहायक ग्रेड-2 को सीएमओ बनाकर रखा है। लालजी चंद्राकर जिनकी मूल पदस्‍थापना नगर पंचायत पंडरिया है, वे मई 2023 से वहां पदस्‍थ हैं।

केवल 2 नगर निगम में आईएएस

प्रदेश में कुल 14 नगर निगम है। इसमें केवल रायपुर और बिलासपुर नगर निगम में आयुक्‍त आईएएस हैं। बाकी 12 नगर निगमों के आयुक्‍त राज्‍य प्रशासनिक सेवा के हैं।

50 में से केवल 14 परिषदों में मुख्‍य नगर पालिका अधिकारी

प्रदेश के 50 नगर पालिका परिषदों में से केवल 14 में मुख्‍य नगर पालिका अधिकारी पदस्‍थ हैं। दल्‍लीराजहरा में समाज कल्‍या अधिकारी सीएमओ की जिम्‍मेदारी संभाल रहे हैं। अमलेश्‍वर में लेखापाल को सीएमओ बनाकर रखा गया है। बाकी परिषदों में सहायक वर्ग-02, सहायक राजस्‍व निरीक्षक और स्‍वास्‍थ्‍य निरीक्षक सीएमओ हैं।



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