Birthday spl: दिलीप कुमार की इस गवाही से टूट गया था मधुबाला का दिल…प्यार का इजहार करने गुलाब का फूल और एक पर्ची भेजी था

Update: 2020-02-14 05:59 GMT

मुंबई 14 फरवरी 2020 हिंदी सिनेमा की सबसे खूबसूरत अदाकारा मधुबाला (Madhubala) का नाम उन चंद अभिनेत्रियों में शुमार है,जिन्होंने सिनेमा के लिए खुद को पूरी तरह से समर्पित कर दिया। हिंदी सिनेमा की इस खूबसूरत अभिनेत्रियों का आज जन्मदिन है। 14 फरवरी 1933 को दिल्ली में जन्मीं मधुबाला बचपन में मुमताज जहां देहलवी के नाम से जानी जाती थीं। उनके पिता का नाम अताउल्लाह और मां का नाम आयशा बेगम था। अफसोस की बात तो यह है कि मधुबाला की पूरी जिंदगी का सफर महज 36 साल का है।

मधुबाला ने महज 6 साल की उम्र में मायानगरी में अपने कदम रख दिए थे, वो अकेले ही अपनी कमाई से माता-पिता समेत अपने 11 भाई-बहनों का खर्च उठाती थी। हिंदी सिनेमा में कदम रखने के बाद उन्होंने मुगल-ए-आजम, चलती का नाम गाड़ी, मिस्टर एंड मिसेज 55 जैसी कई ब्लॉकबस्टर फिल्मों में काम किया। अपनी दमदार अदायगी और खूबसूरती के दम पर उन्होंने सिर्फ हिंदी सिनेमा जगत पर ही नहीं, बल्कि लाखों-करोड़ों दिलों पर भी राज किया। वैलेंटाइन डे को जन्मीं मधुबाला बेहद रोमांटिक थीं। लेकिन पिता की वजह से और एक फिल्म की वजह से उनकी जिंदगी ऐसे बदल गई जिसका किसी को अंदाजा भी न था।

मधुबाला और दिलीप कुमार की लव स्टोरी की शुरुआत साल 1951 में आई फिल्म ‘तराना’ के सेट से हुई थी। मधुबाला और दिलीप कुमार को पहली नजर में ही एक-दूसरे से प्यार हो गया था। कहा जाता है कि अपने प्यार का इजहार करने के लिए मधुबाला ने दिलीप कुमार को गुलाब (Rose) का फूल और एक पर्ची भेजा था। दरअसल, कुछ समय पहले आई दिलीप कुमार की बायोग्राफी में भी मधुबाला का जिक्र किया गया है।

मधुबाला और दिलीप कुमार की प्रेम कहानी आगे बढ़ ही रही थी, लेकिन मधुबाला के पिता अताउल्ला खान को जब दोनों की प्रेम कहानी की भनक लगी, तब उन्होंने इसका विरोध किया। दरअसल, मधुबाला के पिता दोनों के रिश्ते के सख्त खिलाफ थे। दोनों के रिश्ते में परेशानी तब आई जब मधुबाला और दिलीप कुमार बीआर चोपड़ा की फिल्म ‘नया दौर’ की शुटिंग साथ कर रहे थे। इस फिल्म की शूटिंग 40 दिनों तक आउटडोर होनी थी, लेकिन उनके पिता इसके लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं हुए। इसकी वजह दोनों की प्रेम कहानी और मधुबाला की बिगड़ी सेहत बताई जाती है।

दरअसल, आउटडोर शुटिंग पर न जाने के कारण बीआर चोपड़ा ने उनकी जगह वैजयंतीमाला को साइन कर लिया। मधुबाला की जगह वैजयंतीमाला को साइन किए जाने का यह मामला इतना बिगड़ा कि यह कोर्ट तक पहुंच गया। इसके साथ ही दोनों की प्रेम कहानी भी अदालत पहुंच गई। इस दौरान दिलीप कुमार ने फिल्म के डायरेक्टर का साथ दिया और मधुबाला के खिलाफ कोर्ट में गवाही दी। दिलीप कुमार के इस बयान से न सिर्फ मधुबाला का दिल टूट गया, बल्कि वो बहुत आहत भी हुईं।

गौरतलब है कि दिलीप कुमार की इस गवाही के बाद दोनों की प्रेम कहानी में कभी न मिटने वाली दूरी पैदा हो गई। हालांकि दोनों पहले से चल रही फिल्म ‘मुगल-ए-आजम’ में साथ शूटिंग जरूर करते रहे थे, लेकिन साथ रहते हुए दोनों एक-दूसरे के लिए बिल्कुल अजनबी बन गए। दिलीप कुमार के साथ प्यार में नाकामी मिलने के बाद मधुबाला ने किशोर कुमार के साथ शादी कर ली, लेकिन उनकी सेहत ने उनका साथ नहीं दिया और 23 फरवरी 1969 को उन्होंने महज 36 साल की उम्र में इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया।

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