Mungeli-Rambod accident: मुंगेली-रामबोड़ हादसा, दुर्घटना के 26 घंटे बाद प्लांट प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर
Mungeli-Rambod accident: छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के रामबोड़ पावर प्लांट हादसे के तकरीबन 26 घंटे बाद अब जाकर पुलिस की सक्रियता दिखाई दी है। प्लांट प्रबंधन के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया है। हादसे में एक मजदूर की मौत हो गई है। रेस्क्यू का कार्य अब भी जारी है। चिमनी गिरने के कारण तकरीबन 200 टन राख मौके पर डंप है। भिलाई से क्रेन मंगाया गया है। बीते चौबीस घंटे बाद भी क्रेन को हटाया नहीं जा सका है।
Mungeli-Rambod accident: बिलासपुर। पावर प्लांट में हादसे के बाद बचाव व राहत का काम चल रहा है। चौबीस घंटे की मशक्कत के बाद भी जिला व पुलिस प्रशासन को वह सफलता नहीं मिल पाई है जिसकी दरकार ग्रामीणों वे राखड़ के नीचे दबे मजदूरों के परिजनों को है। चिमनी को भी अब तक हटाया नहीं जा सका है। चौबीस घंटे बाद पुलिस ने अब जाकर प्लांट प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है।
कुसुम स्मेल्टर्स पॉवर प्लांट में गुरुवार को को दोपहर करीब 01 बजकर 09 मिनट में प्लांट में रखे भारी सैलो ( भंडारण टैंक) के गिरने के कारण मौके पर काम कर रहे मजदूर अब भी दबे हुए हैं। घटना की सूचना के बाद पुलिस टीम, रेस्क्यू टीम, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी राहत व बचाव कार्य में लगे हुए हैं। मौके से मनोज कुमार धृतलहरे को रेस्क्यू किया गया जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ईलाज के दौरान उसकी मौत हो गई है। मनोज कुमार घृतलहरेअमेरी अकबरी (दगोरी) जिला बिलासपुर का रहने वाला था।
इनके खिलाफ दर्ज किया एफआईआर
मृतक मनोज धृतलहरे के परिजनों की रिपोर्ट पर पुलिस ने .कुसुम प्लांट का ऑपरेशन मैनेजर अनिल प्रसाद, इंचार्ज अमित केडिया, .प्रबंधक एवं अन्य प्रबंधक एवं अन्य के विरुद्ध अपराध क्रमांक 02/25 धारा 106(1),289,3(5) बीएनएस के तहत एफआईआर दर्ज किया है।
प्लांट प्रबंधन ने मृतक के परिजनों को दिया एक लाख रुपये
मुआवजा की मांग पर अड़े मनोज के परिजनों को प्लांट प्रबंधन ने परिजनों को एक लाख रुपये का मुआवजा दिया है। मुआवजा के बाद परिजनों ने अंतिम संस्कार के लिए शव को लेकर रवाना हुए।