Ma Bamleshwari Trample in Dongargarh: छत्तीसगढ़ के इस मंदिर को सजाया गया 3 किलो सोने से, राजस्थानी शैली में डेकोरेट किया गया मां बम्लेश्वरी का दरबार

Update: 2023-03-14 12:44 GMT

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Ma Bamleshwari Trample in Dongargarh: रायपुर। 22 मार्च से शुरू हो रहे चैत्र नवरात्रि पर्व की तैयारियां शुरू हो गई है। इस बार नवरात्रि पर्व पर मां बम्लेश्वरी का दरबार और भी भव्य रूप में नजर आएगा। मां बम्लेश्वरी के गर्भगृह की दीवारों पर राजस्थानी शैली की कलाकृतियां उकेरी गई है। ये कलाकृति सीमेंट, पेंट या किसी अन्य सामाग्री से नहीं, बल्कि सोने से तैयार की गई है। इसके लिए मंदिर ट्रस्ट को दान में मिले करीब 3 किलो सोने का प्रयोग किया गया है।


राजस्थान के जयपुर से आए 20 कारीगरों की टीम ने मिलकर इसे तैयार किया है। माता बम्लेश्वरी मंदिर के ट्रस्टी संजीव गोमास्ता के अनुसार 26 फरवरी से यहां सजावट का काम शुरू हुआ, जो 13 मार्च को पूरा हुआ। दरअसल, राजस्थान के ऐतिहासिक इमारतों में इस तरह की कारीगरी की जाती है। मंदिर के गर्भगृह में उभारदार आकृति बनाने के लिए इम्पोर्टेड सिरेमिक कोटेट पेंट का इस्तेमाल किया गया है।

1600 फीट की ऊंचाई पर है मां का दरबार

राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ की पहाड़ी पर स्थित मां बम्लेश्वरी का दरबार 1600 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यहां हर साल चैत्र और क्वांर नवरात्र में मेला लगता है। मेले में छत्तीसगढ़ के अलावा, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, ओड़िशा समेत देशभर के अलग-अलग इलाकों से श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। देशभर के अलावा विदेशों से भी लोग यहां ज्योति कलश की स्थापना करवाते हैं।

नवरात्र में उमड़ती है श्रद्धालुओं की भीड

नवरात्र पर्व पर माता के दरबार में भारी भीड़ उमड़ती है। यहां देशभर से श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। नवरात्र पर्व के दौरान पंचमी और अष्टमी तिथि को यहां सर्वाधिक भीड़ होती है और श्रद्धालुओं को माता के दर्शन के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है।

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