Dhan Kharidi: धान पर खतरा: खरीदी केंद्रों में रखा है 40 लाख टन से ज्‍यादा धान, मौसम का बिगड़े मिजाज से बढ़ी चिंता..

Dhan Kharidi: प्रदेश के मौसम का मिजाज अचानक से बदल गया है। बदली के बीच राज्‍य के कई हिस्‍सों में बारिश हो रही है। मौसम विभाग अभी अगले एक-दो दिनों तक बारिश की संभावना व्‍यक्‍त कर रहा है। इससे धान खरीदी समितियों की चिंता बढ़ गई है।

Update: 2024-02-12 15:03 GMT

Dhan Kharidi: रायपुर। प्रदेश में इस बार रिकार्ड तोड़ धान खरीदी हुई है। इससे किसान तो प्रसन्‍न हैं, लेकिन मौसम के बदलते मिजाज ने धान खरीदी करने वाली समितियों की चिंता बढ़ा दी है। वजह यह है कि बदली और बारिश के कारण धान के भींगने और नमी बढ़ने का खतरा बढ़ गया है। इससे धान की की गुणवत्‍ता प्रभावित हो सकती है। इसका खामियाजा धान खरीदी करने वाली समितियों को उठाना पड़ सकता है।

बता दें कि इस वर्ष प्रदेश में समर्थन मूल्‍य पर 144 लाख 92 हजार 96 टन धान की खरीदी हुई है। खरीदी की प्रक्रिया 4 फरवरी को खत्‍म हो चुकी है, लेकिन खरीदी केंद्रों में अब भी करीब 40 लाख टन धान रखा हुआ है। खरीदी समिति से जुड़े लोगों के अनुसार अलग-अलग कारणों से इस बार उठाव की रफ्तार धीमी थी। बता दें कि धान खरीदी केंद्रों से धान उठाव की जिम्‍मेदारी राइस मिलरों की है। विभागीय रिपोर्ट के अनुसार सबसे ज्‍यादा दो लाख 97 हजार टन धान बलौदाबाजार के अलग-अलग खरीदी केंद्रों में रखा हुआ है। बिलासपुर में 2 लाख 61 हजार 232, पड़ोसी जिला मुंगेली में 2 लाख 18 हजार 980, बालोद में 2 लाख एक हजार 760 व कवर्धा में करीब 2 लाख टन धान शामिल है। 33 में से करीब 17 जिलों में खरीदी केंद्रों में एक लाख टन से ज्‍यादा धान रखा हुआ है।

सोमवार को प्रदेश में सबसे ज्‍यादा 7 सेमी बारिश रायगढ़ जिला में हुई है। वहां खरीदी केंद्रों में एक लाख 34 हजार टन से ज्‍यादा धान रखा हुआ है। समिति के सदस्‍यों के अनुसार बारिश से धान को भींगने से तो बचाया जा सकता है, लेकिन नमी बढ़ने से रोकने का कोई उपाय नहीं है। धान में नमी बढ़ी तो मिलर भी उसे नहीं लगें। ऐसे में धान को सुखाना पड़ेगा। इससे सुखत बढ़ेगी इसका नुकसान समितियों को उठाना पड़ेगा।

इधर, बारिश को लेकर मौसम विभाग की चेतावनी

सिस्‍टम में आए बदलाव के कारण छत्‍तीसगढ़ का मौसम भी पूरी तरह बदल गया है। रविवार की शाम को अचानक बादल छाने लगे और प्रदेश के कुछ एक स्‍थानों पर हल्‍की बारिश भी हुई। लेकिन बादलों का असली असर सोमवार की सुबह नजर आया, जबकि राजधानी रायपुर सहित प्रदेश के कई हिस्‍सों में झमाझम बारिश हुई। रायगढ़ में आज 7 सेमी बारिश रिकार्ड की गई है। गरियाबंद और बलौदाबाजार में भी एक-एक सेमी बारिश दर्ज की गई।

मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विदर्भ में हवा का एक चक्रवात बना हुआ है। इसकी ऊंचाई समुद्रतल से करीब 1.5 किलोमीटर है। इस चक्रवात के कारण हवा के साथ नमी आ रही है। इससे बादल छाए हुए हैं। इसका असर एक-दो दिनों तक बना सकता है। इसकी वजह से कल राज्‍य के अधिकांश हिस्‍सों में बादल छाए रह सकते हैं। प्रदेश में एक- दो स्‍थानों पर हल्‍की से मध्‍यम वर्षा हो सकती है। मौसम विभाग ने राज्‍य में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ वज्रपात की चेतावनी भी दी है।

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