Chhattisgarh NHM Scam: आईएएस को नोटिस, दो घंटे में मांगा जवाब...प्रताड़नापूर्ण ट्रांसफर से लेखा प्रबंधक की हार्ट अटैक से मौत और आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत को चुनाव आयोग ने लिया संज्ञान
Chhattisgarh NHM Scam: आचार संहिता लागू होने से एक दिन पहले नियमों को ताक पर रखकर संविदा कर्मियों के थोक में ट्रांफसर करने वाले राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के आईएएस डायरेक्टर एक और विवाद में घिर गए हैं। आचार संहिता का उल्लंघन और ट्रांसफर से तनाव में एकाउंट मैनेजर की मौत की शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग ने आईएएस को नोटिस देकर दो घंटे में जवाब मांगा है।
Chhattisgarh NHM Scam: रायपुर। एनएचएम में नियम विरूद्ध ट्रांसफर का मामला भारत निर्वाचन आयोग को पहुंच गया है। आयोग ने इस पर संज्ञान लेकर स्वास्थ्य विभाग को कार्रवाई करने कहा है। स्वास्थ्य विभाग ने एनएचएम के मिशन संचालक आईएएस जगदीश सोनकर को नोटिस देते हुए जवाब मांगा है। स्वास्थ्य विभाग की अवर सचिव दिव्या वैष्णव ने नोटिस के विषय में लिखा है...आदर्श आचार संहिता का खुलेआम उल्लंघन का मामला और हत्या का मुकदमा दर्ज कर कठोर कार्रवाई करने की शिकायत बाबत। दिव्या वैष्णव ने आईएएस से दो घंटे में नोटिस का जवाब मांगा है।
दरअसल, आचार संहिता प्रभावशील होने के एक दिन पहले एनएचएम में सिंगल-सिंगल आर्डर निकालकर 50 से अधिक कर्मचारियों, अधिकारियों के ट्रांसफर कर दिए गए। इसमें बड़ा खेला होने की चर्चा है। एनपीजी न्यूज ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने इसकी शिकायत सीधे निर्वाचन आयोग के पोर्टल में शिकायत कर दी। उसकी कॉपी राष्ट्रपति, कैबिनेट, कैबिनेट सिकरेट्री, मुख्य निर्वाचन आयुक्त भेजी गई है। चुनाव आयोग के निर्देश पर छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने शिकायत की प्रति स्वास्थ्य विभाग को भेजा। इसके बाद विभाग ने जगदीश सोनकर को नोटिस थमा कर जवाब मांगा है। इलेक्शन कमीशन की शिकायत में महासमुंद के एनएचएम के एकाउंट मैनेजर राकेश देवांगन की हार्ट अटैक से मौत को प्रताड़नापूर्ण ट्रांसफर का नतीजा बताया गया है। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की शिकायत के अनुसार राकेश देवांगन नियमों के खिलाफ खरीदी का पेमेंट करने का तैयार नहीं थे, इसलिए उनका ट्रांसफर कर दिया गया। इससे वे तनाव में थे। नीचे लास्ट में पढ़िये स्वास्थ्य कर्मचारियों ने चुनाव आयोग में क्या शिकायत की और स्वास्थ्य विभाग की अंडर सिकरेट्री दिव्या वैष्णव द्वारा आईएएस को दी गई नोटिस में क्या लिखा है...।
आश्चर्य की बात है कि जिन लोगों का ट्रांसफर किया गया है, वे या तो संविदा नियुक्ति वाले हैं या फिर उसी पद के लिए उन्हें नियुक्त किया गया है। मगर छत्तीसगढ़ बनने के बाद पहली बार संविदा के साथ नॉन ट्रांसफरेबल अधिकारियों का भी तबादला कर दिया गया। इनका एक जिला से दूसरे जिला में ट्रांसफर किया गया है। फार्मासिस्ट आरबीएसके (संविदा) के पद शंकरगढ़ बलरामपुर में पदस्थ अनिल कुमार कुलस्त का ट्रांसफर मरवाही कर दिया गया है। राजीव रंजन जिला कार्यक्रम प्रबंधक (संविदा) बलरामपुर से बीजापुर, असरफ अंसारी जिला कार्यक्रम प्रबंधक (संविदा) कोरबा से कोरिया, पद्माकर शिंदे जिला कार्यक्रम प्रबंधक (संविदा) दुर्ग से कोरबा, सुचिता लकड़ा जिला माइक्रोबायोलाजिस्ट (संविदा) बस्तर से कोरबा और समीम अंजुम जूनियर सचिवीय सहायक पीएडीए (संविदा) सूरजपुर से मनेंद्रगढ़ सहित ऐसे दर्जनों आर्डर निकाले गए हैं।
विभागीय जानकारों की मानें तो किसी भी विभाग में संविदा कर्मी का तबादला नहीं किया जाता। एनएचएम के भर्ती नियम के अनुसार संविदा के पोस्ट पर ट्रांसफर नहीं होगा। स्वास्थ्य विभाग के एडिशनल चीफ सिकरेट्री मनोज पिंगुआ से एनपीजी न्यूज से इस संबंध में बात की थी। उन्होंने स्वीकार किया कि एनएचएम में ट्रांसफर नहीं हो सकता। पिंगुआ ने कहा था कि अगर ऐसा हुआ है, तो उसे दिखवाएंगे और नियमानुसार इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।