Chhattisgarh News: महीनेभर में चौथी बार कर्ज ले रही है छत्‍तीसगढ़ सरकार: जनवरी से अब तक 3 बार में 4 हजार करोड़ ले चुकी है उधार

Chhattisgarh News: छत्‍तीसगढ़ की सरकार ने फिर एक बार कर्ज के लिए रिजर्व बैंक आफ इंडिया (आरबीआई) का दरवाजा खटखटाया है। महीनेभर में यह चौथी बार है जब प्रदेश सरकार कर्ज लेने जा रही है।

Update: 2024-02-03 07:23 GMT

Chhattisgarh News: रायपुर। छत्‍तीसगढ़ की पूर्ववर्ती सरकार खजाना इतना खाली करके गई है कि नई सरकार को बार-बार कर्ज लेना पड़ रहा है। प्रदेश की करीब 2 महीने पुरानी विष्‍णुदेव साय सरकार फिर हजार करोड़ रुपये का कर्ज लेने जा रही है। राज्‍य सरकार ने इसके लिए रिजर्व बैंक आफ इंडिया (आरबीआई) को आवेदन दिया है। महीनेभर के भीतर यह चौथा मौका है जब राज्‍य सरकार कर्ज लेने जा रही है। पिछले चार सप्‍ताह से राज्‍य सरकार लगातार आरबीआई के माध्‍यम से कर्ज ले रही है।

प्रदेश की नई विष्‍णुदेव साय सरकार अब तक तीन बार में 4 हजार करोड़ रुपये कर्ज ले चुकी है। फिर हजार करोड़ का कर्ज लेने जा रही है। इसे शामिल कर लें तो महीनेभर में कर्ज की राशि 5 हजार करोड़ रुपये पहुंच जाएगी, जबकि राज्‍य सरकार पर कुल कर्ज भार 96 हजार करोड़ रुपये पहुंच जाएगा, जो चालू वित्‍तीय वर्ष के मूल बजट का 78 प्रतिशत से ज्‍यादा है। राज्‍य सरकार हर महीने करीब 500 करोड़ रुपये से ज्‍यादा ब्‍याज भर रही है।

बीते 5 वर्षों में बढ़ा कर्ज का भार

अफसरों के अनुसार प्रदेश सरकार का कर्ज पिछले 5 सालों में काफी बढ़ गया है। एक नवंबर 2000 को जब राज्‍य बना तब 4686 करोड़ रुपये का कर्ज विरासत में मिला था। 2003 में जब भाजपा सत्‍ता में आई तो उसे करीब 8 हजार करोड़ रुपये का कर्ज विरासत में मिला था। 2018 तक यह बढ़कर 41 हजार करोड़ रुपये पहुंच गया। 2018 में कांग्रेस सत्‍त में आई और 2023 तक सत्‍ता में रही। पिछले साल दिसंबर में हुई नई विधानसभा की पहली बैठक के दौरान मुख्‍यमंत्री विष्‍णुदेव साय ने सदन में बताया था कि राज्‍य सरकार पर इस वक्‍त 91 हजार करोड़ रुपये का कर्ज है। यानी 5 वर्षों में करीब 50 हजार करोड़ का कर्जभार बढ़ गया।



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