CG Video-मुर्गे के चक्कर में फंसा तेंदुआ, खाने की तलाश में जंगल से भटककर पहुंचा गांव, ग्रामीणों में दहशत
बिलासपुर। जंगल से तेंदुआ रास्ता भटककर शहर के करीब के गांव में आ गया। तेंदुए को गांव में देखकर ग्रामीण दहशत में आ गए। ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग का अमला गांव पहुँचा और तेंदुए को पकडने के लिए अभियान चलाया गया। पर घण्टों बाद भी तेंदुआ जब काबू में नही आया तो पिंजरे में मुर्गा बांध लालच देकर उसे पिंजरे में बुला बंद किया गया। इधर पड़ोस के गांव में तेंदुए की आशंका से ग्रामीण दहशतजदा है।
मिली जानकारी के अनुसार बिलासपुर से लगे कानन पेंडारी के पास स्थित ग्राम बिनौरी में कल दोपहर खेत की सब्जी बाड़ी में तेंदुआ देखा गया। यहां शकील हुसैन किराए की जमीन पर सब्जी की खेती करते हैं। दोपहर को जब मजदूर खेत में काम कर रहे थे तब तेंदुआ वहां पहुंचा। आदमखोर तेंदुए को पपीता,टमाटर और केलाबाड़ी के अंदर घुसते देखते ही मजदूरों को खेत से छुट्टी देकर घर भेज दिया गया। साथ ही सकरी पुलिस के साथ ही वन विभाग के कर्मचारियों को इसकी सूचना दी। तेंदुआ जिस खेत में घुसा था उस से 250 मीटर की दूरी पर रिहायशी इलाका था और ग्रामीणों के घर भी थे। तेंदुए की जानकारी गांव में आग की तरह फैली और लोगों की भीड़ आ जाने के कारण तेंदुआ खेत तक ही सीमित रहा। बताया जाता है कि किसी के नहीं देख पाने की स्थिति में तेंदुआ बस्ती में भोजन की तलाश में घुसने का प्रयास करता वह ग्रामीणों पर भी हमला कर सकता था।
ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग के साथ ही पुलिस व तहसीलदार तथा पटवारी मौके पर पहुंचे। सबसे पहले प्लाट के पास से ग्रामीणों को हटाया, उसके बाद वन विभाग की टीम ने प्लाट में रेस्क्यू शुरू किया पर तेंदुआ काबू में ही नहीं आ रहा था। वह सब्जी के खेत में झाड़ियों में छुपा बैठा था। घंटों की मशक्कत के बाद भी तेंदुआ जब काबू में नहीं आया तब वन विभाग के अमले ने पिंजरे में मुर्गा बांधकर लटका दिया, वही दूसरी तरफ जाल बिछाया गया ताकि तेंदुए के भागने की आशंका ना रहे। मुर्गे को देखकर तेंदुआ उसे खाने के लिए पिंजरे के अंदर आया तभी वन विभाग के कर्मचारियों ने पिंजरे का गेट बंद कर दिया। 6 घंटे की मशक्कत के बाद तेंदुआ पकड़ा गया।
तेंदुआ घुसने की सूचना मिलने पर डीएफओ निशांत कुमार, एसडीओ सुनील बच्चन, तखतपुर एसडीएम सूरज साहू व पुलिसकर्मी भी रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान मौजूद रहे। इस संबंध में एसडीओ सुनील बच्चन ने बताया कि लकड़बग्घा और तेंदुआ एक जैसे दिखने के कारण कभी-कभी भ्रम हो जाता है इसलिए पहले मौके पर कर्मचारियों को भेजकर जांच कराई गई। तेंदुआ होने की सूचना पर दोपहर 3 बजे से टीम के द्वारा रेस्क्यू शुरू किया गया। रात 9 बजे तेंदुए को पकड़ा गया तेंदुए को वहां से कानन पेंडारी लाया गया है। तेंदुए की उम अवस्था कितनी है यह जांच करने के बाद ही बताया जा सकता है।
दूसरे तेंदुए की भी मौजूदगी
बिनौरी में तेंदुआ के पकड़े जाने के बाद वहां से 3 किलोमीटर दूर स्थित गांव बिंध्यासर में एक और तेंदुए की आशंका गांव वालों की थी। वन विभाग की टीम ने वहां पहुंचकर सरपंच के माध्यम से मुनादी करवा कर गांव वालों को घर से बाहर ना निकलने की समझाइश दी गई।