CG धर्मांतरित परिवार की घर वापसी: पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में दोनों परिवारों ने आदिवासी रीति-रिवाज को अपनाया

Update: 2022-11-13 14:01 GMT

अंतागढ़। धर्मांतरण के कारण गांव से हुक्का-पानी बंद करने की शिकायत के मामले में रविवार को नया मोड़ आया। समाज के गायता-पटेल, पुलिस और प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद दोनों परिवारों ने फिर से आदिवासी रीति-रिवाज को अपना लिया।


आमाबेड़ा थाना क्षेत्र के अर्रा गांव के महेश कावड़े और तुलसी बती पोटाई का गांव के लोगों ने हुक्का-पानी बंद करने का फरमान सुना दिया था। गांव के लोगों ने खेत से फसल काटने और नल से पानी लेने से भी मना कर दिया था। इसकी शिकायत पुलिस थाने, एसडीएम के पास की गई थी।

अर्रा गांव के सामुदायिक भवन में रविवार को एसडीओपी अमर सिदार, अंतागढ़ तहसीलदार, नायब तहसीलदार, आमाबेड़ा थाना प्रभारी हरिशंकर ध्रुव आदि जुटे। अधिकारियों ने मिल-जुलकर रहने की समझाइश दी।


सरपंच रमेश मंडावी ने NPG.News से बातचीत में बताया कि दोनों परिवारों ने गायता-पटेल की मौजूदगी में आदिवासी रीति-रिवाज को मानने की बात कही। उन्होंने समाज के लोगों से कहा कि वे बहकावे में आ गए थे। इसके बाद आदिवासी रिवाज के मुताबिक उनकी घर वापसी कराई गई।

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