बिग ब्रेकिंग : कोटा से लौटकर गृह जिलें में नहीं जा पायेंगे बच्चे…. अपनों से दूर रखने, अलग-अलग जिलों में भेजे जायेंगे क्वारंटाईन में….कोटा से चली बसें, परसों तक पहुंचेगी छत्तीसगढ़

Update: 2020-04-26 14:48 GMT

रायपुर 26 अप्रैल 2020। कोटा से लौटने के बाद भी मां-बाप अपने बच्चों से नहीं मिल पायेंगे। राज्य सरकार ने बच्चों को उनके परिजनों से दूर रखने का फैसला लिया है, लिहाजा छत्तीसगढ़ आने के बाद भी बच्चों को उन जिलों में नहीं भेजा जायेगा, जहां के वो रहने वाले हैं। विभाग की तरफ से बच्चों को अलग-अलग जिलों में 14 दिन के लिए क्वारंटाइन में रखने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार के निर्णय के मुताबिक दुर्ग के रहने वाले बच्चों को बिलासपुर ले जाया जायेगा, जहां उन्हें 14 दिन के लिए क्वारंटाइन में रखा जायेगा, उसी तरह बिलासपुर के रहने वाले बच्चों को रायपुर में आइसोलेट किया जायेगा। जबकि कोरबा के बच्चों को बिलासपुर में 14 दिन के लिए रोका जायेगा।

राज्य सरकार ने सभी कलेक्टरों को संख्या के हिसाब से बच्चों के लिए व्यवस्था का निर्देश दिया है। राजस्थान के कोचिंग हब से छत्तीसगढ़ के छात्र-छात्राओं को लेकर बसें आज शाम सात बजे के बाद कोटा से रवाना हो जायेंगी। कोटा से आने के लिए सर्वाधिक दुर्ग के बच्चों का रजिस्ट्रेशन किया गया है, वहीं कोरबा जिले के 141 छात्र-छात्राओं और रायपुर से करीब 300 बच्चों का रजिस्ट्रेशन हुआ।

इन बसों से परसों सुबह तक छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों में पहुँचने की उम्मीद है। बिलासपुर संभाग के विद्यार्थियों को लेकर बसें कोटा में तीन तय जगहों से शाम सात बजे छत्तीसगढ़ के लिए रवाना हुई है। कोरबा के बच्चों के लिए कोटा के कंट्री इन से नौ बसें, सत्यार्थ से आठ बसें और कुनहाड़ी से 11 बसें बिलासपुर संभाग के विद्यार्थियों को लेकर रवाना होंगी। कोटा जिला प्रशासन द्वारा इसकी सूचना सभी कोचिंग संस्थानों को दी गई है।

 

हर दिन बच्चों का होगा हेल्थ चेकअप

बिलासपुर कलेक्टर संजय अलंग ने बच्चों की व्यवस्था और देखरेख के लिए पर्याप्त कर्मचारी की व्यवस्था करने के निर्देश अधिकारियों को दिए है । कलेक्टर ने कहा कि स्वास्थ्य टीम द्वारा प्रतिदिन बच्चों का हेल्थ चेकअप किया जाएगा। बच्चों के लिए स्कूल के हॉस्टल में सेनेटाईजर की व्यवस्था भी होनी चाहिए। उनकी सुरक्षा के लिए पुलिस भी तैनात रहेगबच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में बताया जाए। क्वारेंटाइन के दौरान क्या करना है और क्या नहीं इसकी भी जानकारी उन्हें दी जाए। कलेक्टर ने कहा कि स्वास्थ्य टीम द्वारा प्रतिदिन बच्चों का हेल्थ चेकअप किया जाएगा। बच्चों के लिए स्कूल के हॉस्टल में सेनेटाईजर की व्यवस्था भी होनी चाहिए। उनकी सुरक्षा के लिए पुलिस भी तैनात रहेगी।

शैलेष पांडेय ने किया क्वांरटाइन स्थल का मुआयना

परसों शाम तक बच्चे कोटा से छत्तीसगढ़ पहुंचने शुरू हो जायेंगे। लिहाजा जिला प्रशासन की तरफ से इंतजाम किये जा रहे हैं। इधर बिलासपुर विधायक शैलेष पांडेय ने आज क्वारंटाईन स्थल का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने बच्चों की सुविधा और स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जिलों में बच्चों का भरपूर ख्याल रखा जायेगा। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम उनकी मानटरिंग करेंगी। 14 दिन के क्वारंटाइन के बाद उन्हें उनके घरों में भेजवा दिया जायेगा।

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