हायर एजुकेशन सिकरेट्री और डारेक्टर टेक्नीकल एजुकेशन की मौजदूगी में शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय बिलासपुर में अटल एफडीपी हुआ संपन्न

Update: 2021-08-27 06:45 GMT

बिलासपुर, 27 अगस्त 2021। शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय कोनी बिलासपुर में चल रहे पांचदिवसीय अटल फेकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) आज सफलतापूर्वक संपन्न हो गया।
नयी शिक्षा नीति (एनईपी) 2020“ विषय पर होने वाले इस एफडीपी. का आयोजन संस्था के विद्युत इंजीनियरिंग विभाग द्वारा अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् (एआईसीटीई) नई दिल्ली के प्रवर्तन एवं दिशा निर्देशों के अंतर्गत आयोजित किया गया। इस अटल एफडीपी में देश के 20 विभिन्न राज्यों के कुल 184 प्रतिभागियो ने भाग लिया जिनमे अकादमिक के साथ साथ उद्योग जगत के लोग शामिल हैं।
इस पांच दिवसीय ऑनलाइन एफडीपी में देश के प्रसिद्ध संस्थानों के विशेषज्ञ उपस्थित रह,े जिन्होंने नयी शिक्षा नीति 2020 के विभिन्न पहलुओं पर संक्षेप में चर्चा के साथ साथ इस नीति को संस्थानों में प्रभावी रूप से लागू करने के सम्बन्ध में बहुमूल्य मार्गदर्शन दिया। कार्यक्रम में प्रमुख वक्ता के रूप में प्रो. एस. के. सारंगी, पूर्व निर्देशक एनआई टी राउरकेला,प्रो. भीमराय मैत्री, निर्देशक आईआईएम नागपुर, प्रो. एपी मित्तल, निर्देशक, एनएसयूटी नई दिल्ली, डॉ मनीष ओकड़े, सहायक प्राध्यापक एन. आई. टी. राउरकेला, प्रो. रवि प्रकाश तिवारी, प्राध्यापक एम. एन. आई. टी. अलाहाबाद, प्रो. संगीता साहने, प्राध्यापक आई.आई. टी. खड़गपुर एवं श्री अनिरुद्ध, डेलॉइट हैदराबाद, ने अपने व्याख्यान प्रस्तुत किये। कार्यक्रम के अंतिम चरण में व्याख्यान हेतु प्रो पीयूष वर्मा, प्राध्यापक (सेवानिवृत्त ), एन. आई. टी. टी. टी. आर. भोपाल एवं डॉ एस श्रीनिवासन, सहायक प्राध्यापक, आई.आई. टी. खड़गपुर उपस्थित रहे जिन्होंने नयी शिक्षा नीति को परिणाम आधारित शिक्षा (ओ. बी. ई.) के परिपेक्ष में लागू किये जाने एवं सम्बंधित चुनौतियों तथा इसके निवारण के बारे में श्रोताओ को महत्वपूर्ण जानकारियां दी।
कार्यक्रम के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में धनंजय देवांगन (आईएएस) सचिव, तकनीकी शिक्षा छत्तीसगढ़ शासन एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में अवनीश शरण (आईएएस. ), निर्देशक तकनीकी शिक्षा छत्तीसगढ़ शासन तथा दिवाकर मिश्रा, (सेवानिवृत्त आईएफएस ) राज्य परियोजना प्रशासक उपस्थित रहे। उन्होंने नयी शिक्षा नीति के महत्त्व को समझते हुए इस कार्यक्रम के सफल आजोजन हेतु समस्त महाविद्यालय परिवार को बधाई एवं प्रोत्साहन दिया। साथ ही अपने उद्बोधन में उच्च शिक्ष सचिव ने कहा कि एनईपी 2020 की सफलता का सपना तब साकार होगा जब महाविद्यालय के भूतपूर्व छात्र बड़े उद्यमी के रूप में विकसित होकर महाविद्यालय के भावी छात्रों को रोजगार के उत्तम अवसर प्रदान करेंगे। इसके लिए संस्था के प्राचार्य डॉ बीएस चावला ने उक्त लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु हर संभव प्रयास करने का आश्वासन दिया है।
उक्त कार्यक्रम संस्था के प्राचार्य डॉ बी. एस. चावला के निर्देशन एवं अध्यक्षता में, विघुत इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ एस. के. सिंघई के समन्वयन में एवं संस्था के समस्त अधिकारीयों एवं कर्मचारियों के सहयोग से आयोजित की गई।

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