बाइपोलर डिसऑर्डर बीमारी से जूझ रहे थे एक्टर सुशांत सिंह राजपूत…जानिए क्या होता है बाइपोलर डिसऑर्डर कही आपको तो नहीं ?

Update: 2020-07-23 08:38 GMT

रायपुर 23 जुलाई 2020 बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में मुंबई पुलिस ने तीन साइकेट्रिस्ट और एक साइकोथेरेपिस्ट के बयान दर्ज किए हैं. पुलिस के मुताबिक, सुशांत ने नवंबर 2019 से अपना इलाज कराना शुरू किया था. एक मनोचिकित्सक ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि सुशांत सिंह को बाइपोलर डिसऑर्डर था. वहीं दूसरी ओर बाकी सभी डॉक्टरों ने कहा कि दिवंगत अभिनेता गहरे तनाव में थे

पढ़िए क्या होता है बाइपोलर डिसऑर्डर

बाईपोलर एक: – इस प्रकार की बीमारी में कम से कम एक बार मरीज में अत्यधिक तेजी, अत्यधिक ऊर्जा, अत्यधिक ऊत्तेजना तथा ऊँची ऊँची बाते करने का दौर आता है| इस तरह की तेजी लगभग 3-6 महीने तक रहती है| यदि इलाज ना किया जाये तो भी मरीज़ अपने आप ठीक हो सकता है| इस प्रकार की बीमारी का दूसरा रूप कभी भी मन में उदासी के रूप मे आ सकता है| उदासी लगातार दो हफ़्ते से अधिक रहने पर इसे डिप्रेशन कहते हैं|

बाईपोलर दो: – इस प्रकार की बीमारी में मरीज को बार बार उदासी (डिप्रेशन) का प्रभाव आता है| कभी कभार हल्की तेजी भी आ सकती है|

रैपिड साइलिक;- इस प्रकार की बीमारी में मरीज को एक साल में कम से कम चार बार उदासी (डिप्रेशन) या मैनिया (तेजी) का असर आता है|

इस बीमारी का मुख्य कारण सही रूप से बता पाना कठिन है| वैज्ञानिक समझते है कि कई बार शारीरिक रोग भी मन में उदासी तथा तेजी कर सकते हैं| कई बार अत्यधिक मानसिक तनाव इस बीमारी की शुरुआत कर सकता है|

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