सीयू के कुलपति प्रो0 चक्रवाल ने दी शिक्षकों को न्यू ईयर गिफ्ट, 9 विभागों के 33 शिक्षकों को किया पदोन्नत
गुरू घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ने शिक्षकों को प्रमोशन के रूप में न्यू ईयर का गिफ्ट दिया है। उन्होंने नववर्ष की पूर्वसंध्या पर 9 विभागों के 33 सहायक प्राध्यापकों को सीनियर स्कैल वेतनमान प्रमोशन का पत्र प्रदान किया।
बिलासपुर, 2 जनवरी 2021। गुरू घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ने शिक्षकों को प्रमोशन के रूप में न्यू ईयर का गिफ्ट दिया है। उन्होंने नववर्ष की पूर्वसंध्या पर 9 विभागों के 33 सहायक प्राध्यापकों को सीनियर स्कैल वेतनमान प्रमोशन का पत्र प्रदान किया। प्रमोशन इस मायने में बेहद महत्वपूर्ण है कि शिक्षकों का प्रमोशन सालों से अटका हुआ था। इस वजह से शिक्षकों में निराशा घर कर रही थी। कुलपति की इस पहल से शिक्षकों में उर्जा का संचार हुआ है।
विश्वविद्यालय में कार्यरत शिक्षकों की बहुप्रतीक्षित मांग को ध्यान में रखते हुए कुलपति ने 09 विभागों के 33 शिक्षकों (शिक्षा विभाग 08, शुद्ध एवं अनुप्रयुक्त भौतिकी विभाग 06, ग्रामीण प्रौद्योगिकी एवं सामाजिक विकास विभाग 05, रसायन विज्ञान विभाग 04, वानिकी, वन्य जीव एवं पर्यावरण विभाग 03, वनस्पति शास्त्र विभाग 02, शारीरिक शिक्षा विभाग 02, इतिहास विभाग 02 एवं मानव विज्ञान एवं जनजातीय विकास विभाग 01) का करियर एडवांसमेंट स्कीम (कैस) के अंतर्गत सीनियर स्कैल वेतनमान प्रमोशन प्रदान किया गया। सभी 33 सहायक प्राध्यापकों को उनके लंबित अकादमिक ग्रेड पे छह हजार रुपये से प्रमोट करते हुए सात हजार रुपये के ग्रेड पे एवं सात हजार रुपये ग्रेड पे वाले शिक्षकों को आठ हजार रुपये का ग्रेड पे प्रदान किया गया। यह उनके मूलवेतन के साथ जुड़ने वाली राशि है।
कुलपति ने सभी शिक्षकों को नववर्ष की शुभकामनाएं प्रदान करते हुए उम्मीद जताई कि सभी शिक्षक पूर्ण मनोयोग एवं पहले से अधिक उत्साह के साथ अपने दायित्वों एवं कर्तव्यों का सम्यक निर्वहन करेंगे। उन्होंने कहा कि छात्रों को गढ़ने में शिक्षक की अहम भूमिका होती है। शिक्षक का तनावरहित एवं ऊंचे मनोबल के साथ कार्य करना आवश्यक है, जिससे वे विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने में अहम भूमिका निभा सकें।
शिक्षकों का प्रमोशन इस दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है कि इन बड़े विभागों के प्रमोशन पिछले कई वर्षों से लंबित थे तथा शिक्षकों में निराशा व्याप्त थी और कई शिक्षक बेहतर अवसर के लिए पलायन करने पर विचार करने को बाध्य हो रहे थे। शिक्षकों की इस दुविधा पर पूर्णविराम लगाते हुए नये कुलपति ने पदभार ग्रहण करते ही स्पष्ट संदेश दिया था कि सभी लंबित प्रकरणों को शीघ्र ही सकारात्मक रूप में निराकृत किया जाएगा। इसी नीति के अंतर्गत यह करियर एडवांसमेंट स्कीम को समग्ररूप में विश्वविद्यालय के सभी विभागों में लागू किया जा रहा है।
कुलपति के पदभार ग्रहण करने के पश्चात से विश्वविद्यालय में शिक्षण, शोध, अनुसंधान, नवाचार एवं अधोसंरचना के साथ ही प्रशासनिक व्यवस्था में भी वांछित सुधार किये जा रहे हैं। इसी क्रम में त्वरित एवं सटीक निर्णयों के आधार पर विश्वविद्यालय में विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्षों चक्रानुक्रम से प्रभार में भी परिवर्तन किया है जो नीतिगत रूप से व्यवस्थाओँ के सुचारू संचालन के लिए आवश्यक था। प्रमोट हुए शिक्षकों के बीच कुलपति की इस उत्साहवर्धक पहल ने नवीन ऊर्जा का संचार किया है।