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रिकॉर्ड वैक्सीनेशन की खुशी में सरकार दे रही है 3 महीने का फ्री रिचार्ज?... मैसेज आया क्या?, जानिए क्या है सच

रिकॉर्ड वैक्सीनेशन की खुशी में सरकार दे रही है 3 महीने का फ्री रिचार्ज?... मैसेज आया क्या?,  जानिए क्या है सच
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By NPG News

नईदिल्ली 28 दिसंबर 2021 I इस समय पूरी दुनिया कोरोना वायरस महामारी से घिरी है। कोरोना का कोई इलाज नहीं है, ऐसे में टीकाकरण को ही इससे बचाव माना जा रहा है। कोरोना महामारी और टीकाकरण को लेकर कई तरह की रिसर्च लगातार सामने आ रही हैं लेकिन साथ ही इससे जुड़ूी झूठी बातें भी काफी चल रही हैं। खासतौर से सोशल मीडिया पर लगातार कुछ इस तरह के दावे किए जा रहे हैं जिनकी कोई सच्चाई नहीं है। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हुआ है जिसमें कहा जा रहा है कि देश में टीकाकरण की रफ्तार से खुश सरकार सबको फ्री मोबाइल रिचार्ज देगी। सोशल मीडिया पर वायरल इस व्हाट्सऐप मैसेज में कहा गया है कि देश में रिकॉर्ड वैक्सीनेशन के चलते भारत सरकार सभी को 3 महीने का फ्री रिचार्ज दे रही है। इसके बाद एक लिंक दिया गया है। इसमें कहा गया है कि इस लिंक पर क्लिक कर आप रिचार्ज कर सकते है। सरकारी संस्थान पीआईबी के फैक्ट चैक से साफ किया गया है कि ये पूरी तरह से फर्जी है।

अब तक एक दिन में सबसे ज़्यादा कोरोन वैक्सीन लगने का रिकॉर्ड 17 सितंबर 2021 का है। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के मौके पर करीब सवा 2 करोड़ वैक्सीन लगाई गई थीं। लेकिन तब भी ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई थी कि रिकॉर्ड बनने पर लोगों का 3 महीने तक मोबाइल फ्री रिचार्ज कराया जाएगा। अब चूंकि वायरल मैसेज में 15 अक्टूबर तक की डेडलाइन दी गई है। लिहाज़ा लोग बड़ी तादाद में इस मैसेज पर भरोसा करके इसे शेयर कर रहे हैं।वायरल मैसेज में लिखा है, "कोविड-19 टीकाकरण की उपलब्धि का जश्न मनाने के लिए, सभी भारतीय उपयोगकर्ताओं को तीन महीने का मुफ्त मोबाइल रिचार्ज मिलेगा। अगर आपके पास जियो, एयरटेल या वीआई सिम कार्ड हैं, तो आप इस ऑफर का लाभ उठा सकेंगे।" वायरल मैसेज में तीन महीने का मुफ्त रिचार्ज पाने के लिए एक ऑनलाइन लिंक भी शामिल है। मैसेज में आगे लिखा है कि यह ऑफ़र केवल 24 घंटों के लिए वैध है।

कैसे सामने आया सच ? :- सच तक पहुचंने के लिए हमने सबसे पहले टेलिकॉम मिनस्ट्री की वेबसाइट खंगाली...लेकिन यहां हमें ऐसा कोई आदेश या गाइडलाइन नहीं मिली, जो वायरल मैसेज की पुष्टि करती हो। पड़ताल की अगली कड़ी में टेलिकॉम मिनस्ट्री का आधिकारिक ट्वविटर हैंडल भी सर्च किया। तो वहां भी वायरल मैसेज के बारे में कोई ख़बर नहीं मिली. लेकिन इस बारे में हमें सरकार की फैक्ट चेक एजेंसी PIB का एक ट्वीट मिला। जिसमें वायरल हो रहे मैसेज को फेक बताया गया था। PIB ने अपने ट्वीट में जानकारी दी कि भारत सरकार द्वारा ऐसी कोई घोषणा नहीं की गयी है.

दावा गलत :- इस तरह हमारी पड़ताल में वायरल मैसेज गलत साबित हुआ है। मुमकिन है साइबर ठगों ने इस तरह का मैसेज वायरल किया हो। इसलिए सावधान रहें, किसी भी लिंक को खोलकर अपनी जानकारी शेयर न करें.

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