पुडुचेरी से किरण बेदी को क्यों हटाया गया?…हटाए जाने के बाद आई पहली प्रतिक्रिया, जानें क्या कहा
नई दिल्ली 17 फरवरी 2021. पुडुचेरी में राजनीतिक संकट के बीच किरण बेदी को एलजी पद से हटा दिया गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बेदी को तुरंत प्रभाव से हटाते हुए तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन को पुडुचेरी का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया है। पुडुचेरी के उपराज्यपाल पद से हटाए जाने के बाद किरण बेदी ने कहा कि- मैं पुडुचेरी में उपराज्यपाल के रूप में जीवन भर के अनुभव के लिए भारत सरकार का धन्यवाद करती हूं। पद से हटाए जाने के बाद अब किरण बेदी ने अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है.
किरण बेदी ने ट्वीट करके सभी को शुक्रिया कहा है. उन्होंने एक पत्र शेयर करते हुए लिखा है, ‘’पुदुच्चेरी के उप राज्यपाल के तौर पर मेरे अनुभव के लिए मैं भारत सरकार की आभारी रहूंगी. मैं उन सब का भी आभार जताती हूं, जिन्होंने मेरे साथ काम किया.’’ उन्होंने कहा, ‘’मैं पूरे भरोसे के साथ कह सकती हूं कि मेरे इस कार्यकाल के दौरान राजनिवास टीम ने पूरी लगन से जनहित के लिए काम किया है. पुदुच्चेरी का भविष्य बहुत उज्ज्वल है.’’
अगले कुछ ही महीने में पुदुचेरी में विधानसभा का चुनाव है. सीएम नारायणसामी ने बेदी को हटाए जाने के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि यह लोगों के अधिकारों की जीत है. ए नमास्सिवयम ने कहा कि उन्हें खुशी है कि तमिल भाषी सौंदर्यराजन को पुदुचेरी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है और उन्होंने विश्वास जताया कि वह विकास योजनाओं को लागू करने में मदद करेंगी.
Thank all those who were a part my journey as Lt Governor of Puducherry—
The People of Puducherry and all the Public officials. 🙏 pic.twitter.com/ckvwJ694qq— Kiran Bedi (@thekiranbedi) February 17, 2021
सबसे बड़ी वजह है कि आने वाले विधानसभा चुनाव, जिसके चलते ये फैसला किया गया है. पहला, पुदुचेरी की कांग्रेस सरकार किरण बेदी पर समानांतर सरकार चलाने और निर्वाचित सरकार के दैनिक काम में दखल का आरोप लगा कर उन्हें हटाने की मांग करती आई है. बीजेपी के रणनीतिकारों के मुताबिक -कांग्रेस किरण बेदी को विधानसभा चुनाव में मुद्दा बना सकती थी इसलिए उन्हें हटाकर यह मुद्दा खत्म कर दिया गया.
बीजेपी के सामने दूसरी परेशानी उसकी सहयोगी एआईएनआरसी को लेकर थी जो किरण बेदी से खुश नहीं थी, बीजेपी, एआईएनआरसी और एआईएडीएम का आने वाले चुनाव के लिए गठबंधन होगा और सहयोगी पार्टी को साथ लेने के लिए भी किरण बेदी को हटा दिया गया. उनका तबादला करने के बजाए बर्खास्त कर दिया गया. ऐसा पुदुच्चेरी की जनता को संदेश देने के लिए किया गया कि पार्टी उनसे खुश नहीं थी.