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कौन हैं वो IAS मियां-बीवी? जिन्हें मुख्यमंत्री ने अपने गृह क्षेत्र में दी है बड़ी जिम्मेदारी…. 2013 बैच के IAS दंपत्ति को एक ही शहर में मिली पोस्टिंग… चार्ज लेते ही आये एक्शन में

कौन हैं वो IAS मियां-बीवी? जिन्हें मुख्यमंत्री ने अपने गृह क्षेत्र में दी है बड़ी जिम्मेदारी…. 2013 बैच के IAS दंपत्ति को एक ही शहर में मिली पोस्टिंग… चार्ज लेते ही आये एक्शन में
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By NPG News

लखनऊ 12 दिसंबर 2019। I.A.S. दंपत्ति की पोस्टिंग में ऐसे संयोग बेहद कम हो पाते हैं जबकि दोनों को एक ही ज़िले में पदस्थापित किया जाए। पर यूपी के CM योगी आदित्यनाथ के गृहक्षेत्र में यह खूबसूरत संयोग मौजुद है। गोरखपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अनुज सिंह हैं जबकि गोरखपुर के मुख्य विकास अधिकारी के रुप में जिन्हें पदस्थापना दी गई है वे हर्षिता माथूर हैं। हर्षिता और अनुज दंपत्ति हैं और 2013 बैच के I.A.S. हैं ।IAS मियां-बीबी की एक ही शहर में पोस्टिंग की खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। ये आईएएस अफसर हैं गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) के उपाध्यक्ष अनुज सिंह और उनकी पत्नी व गोरखपुर की नई मुख्य विकास अधिकारी हर्षिता माथुर। अनुज अब जीडीए के कामकाज को रफ्तार देने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी में जुट गए हैं। उनकी पत्नी हर्षिता ग्रामीण विकास की योजनाओं पर ध्यान देंगी

अनुज को जीडीए के कामकाज को रफ्तार देने की अहम जिम्मेदारी मिली है और उनकी पत्नी को ग्रामीण विकास की योजनाओं को तेजी से धरातल पर उतरना होगा। अनुज अभी गोरखपुर में मुख्य विकास अधिकारी थे तो हर्षिता सिद्धार्थनगर की मुख्य विकास अधिकारी थी।मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) हर्षिता माथुर ने बीते शनिवार को पदभार संभाला। जीडीए उपाध्यक्ष अनुज सिंह और उनकी पत्नी हर्षिता माथुर 2013 बैच के आईएसस हैं। अनुज बिहार के तो हर्षिता मध्य प्रदेश की रहने वाली हैं और आईएएस में सेलेक्शन के बाद दोनों की मुलाकात ट्रेनिंग के दौरान मसूरी में हुई थी। इन दोनों ने एक दूसरे को पसंद किया और फिर ये करीब आए।

ट्रेनिंग के बाद आईएएस का यूपी कैडर मिला, फिर अलग-अलग जिलों में जिन्हें ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के रूप में नियुक्ति मिली। साल 2017 में परिवार की सहमति ली, फिर एक-दूसरे से इन्होंने शादी की। बिजी होने के बाद भी जिस कुशलता में आईएएस दंपत्ति अपनी सरकारी और पारिवारिक जिम्मेदारियों को संभाला। आईएएस दंपत्ति का दावा है कि जिले में एक साथ पोस्टिंग से बेहतर रिजल्ट मिले। अलग-अलग जिलों में तैनाती से कुछ पारिवारिक समस्याएं भी आनी है और अब ऐसा नहीं होगा। नए साल में नई ऊर्जा में काम करेंगे और राज्य सरकार की विकास योजनाओं को लेकर आएंगे।

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