कौन हैं IPS रश्मि शुक्ला, जिसके बाद बारे में IPS परमवीर सिंह ने कहा है- उन्हें पता है देशमुख के सारे राज…
मुंबई 23 मार्च 2021। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भेजी गई एक चिट्ठी से महाराष्ट्र में सियासी भूचाल आ गया है। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं। उन्होंने मामले की सीबीआई से जांच करवाने की मांग रखी है। सुप्रीम कोर्ट में उन्होंने पुलिस कमिश्नर पद से अपने तबादले को भी चुनौती दी है। परमबीर सिंह ने देशमुख के खिलाफ याचिका में अपने ही बैच की आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला का जिक्र किया है। शुक्ला ने कॉल रिकॉर्डिंग्स के आधार पर देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे।
अपनी याचिका में सिंह ने कहा कि इस बारे में पक्की जानकारी है कि टेलीफोन पर हुई बातचीत सुनने के बाद, तब स्टेट इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट (SID) की कमिश्नर रहीं रश्मि शुक्ला ने ट्रांसफर-पोस्टिंग में अनिल देशमुख की हरकतों की जानकारी पुलिस महानिदेशक (DGP) को दी थी। उन्होंने यह बात महाराष्ट्र सरकार के गृह विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव को बताई। सिंह का दावा है कि “अनिल देशमुख के खिलाफ कोई कठोर कार्रवाई करने के बजाय उन्हें (रश्मि को) पद से हटा दिया गया।”
कौन हैं IPS रश्मि शुक्ला
रश्मि शुक्ला और परमबीर सिंह, दोनों 1988 के आईपीएस बैच से हैं। फिलहाल वह सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) में ऐडिशनल डायरेक्टर जनरल (ADG) हैं। उससे पहले वह डीजी (सिविल डिफेंस) के पद पर थीं। स्टेट इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट (SID) की कमिश्नर होने के दौरान उन्होंने अनिल देशमुख को लेकर शिकायत की थी। उससे पहले वह पुणे के पुलिस कमिश्नर का पद भी संभाल चुकी हैं। देशमुख के गृहमंत्री बनने के बाद, रश्मि शर्मा के अलावा मुंबई पुलिस के कमिश्नर रहे सुबोध जायसवाल (1985 बैच) भी अब केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर हैं। उन्हें पिछले साल दिसंबर में CISF का डीजी बनाया गया था। उन्होंने फर्जी स्टैंप घोटाला मामले में SIT का चीफ रहते हुए मुंबई के तत्कालीन पुलिस कमिश्नर आरएस शर्मा को रिटायरमेंट से एक दिन पहले अरेस्ट किया था। उस केस में NCP के ही छगन भुजबल (तत्कालीन गृहमंत्री) जेल गए थे।
अपने पत्र में सिंह ने कहा कि इस बारे में पक्की जानकारी है कि टेलीफोन पर हुई बातचीत सुनने के बाद, तब स्टेट इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट (SID) की कमिश्नर रहीं रश्मि शुक्ला ने ट्रांसफर-पोस्टिंग में अनिल देशमुख की हरकतों की जानकारी पुलिस महानिदेशक (DGP) को दी थी। उन्होंने यह बात महाराष्ट्र सरकार के गृह विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव को बताई। सिंह का दावा है कि “अनिल देशमुख के खिलाफ कोई कठोर कार्रवाई करने के बजाय उन्हें (रश्मि को) पद से हटा दिया गया।”