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कौन है दिशा और निकिता ?…..किसान आंदोलन की साजिश में इन दो लड़कियों का भी था बड़ा रोल…. एक है गिरफ्तार तो दूसरी है फरार

कौन है दिशा और निकिता ?…..किसान आंदोलन की साजिश में इन दो लड़कियों का भी था बड़ा रोल…. एक है गिरफ्तार तो दूसरी है फरार
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By NPG News

नयी दिल्ली 15 फरवरी 2021। टूलकिट मामले में 22 वर्षीय पर्यावरण के लिए काम करने वालीं कार्यकर्ता दिशा रवि की गिरफ्तारी के बाद उसकी करीबी निकिता जैकब पर भी दिल्ली पुलिस स्पेशल ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, खालिस्तान संगठन से जुड़े पोइट फ़ॉर जस्टिस के एमओ धालीवाल ने अपने कनाडा में रह रहे सहयोगी पुनीत के जरिये निकिता जैकब से संपर्क किया था। मकसद रिपब्लिक डे के पहले ट्विटर स्टॉर्म पैदा करना था। यह अलग बात है कि निकिता जैकब पहले भी पर्यावरण से जुड़े मुद्दे उठाती रहीं है। रिपब्लिक डे के पहले एक ज़ूम मीटिंग भी हुई थी। इस मीटिंग में एमओ धालीवाल, निकिता जैकब और दिशा रवि के अलावा अन्य लोग शामिल हुए थे।

कौन है दिशा रवि

22 साल की दिशा रवि बेंगलुरु की रहने वाली एक जलवायु कार्यकर्ता हैं. उन्होंने बेंगलुरु के एक प्राइवेट कॉलेज माउंट कार्मेल कॉलेज से बीबीए की डिग्री ली है और पर्यावरण के लिए काम करने वाली संस्था ‘फ्राइडेज फॉर फ्यूचर’ के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं. दिशा गुड वेगन मिल्क नाम की एक संस्था में भी काम करती हैं. इस संस्था का उद्देश्य प्लांट बेस्ड फूड (वेजिटेरियन) को सस्ता और सुलभ बनाना है. ये संस्था खेतीबारी में पशुओं के इस्तेमाल को खत्म कर उन्हें भी जीने का अधिकार देने पर भी काम करती है.दिशा रवि पर दिल्ली पुलिस ने किसानों के समर्थन में बनाई गई एक विवादित ‘टूलकिट’ को सोशल मीडिया पर शेयर करने का आरोप लगाया है. पुलिस का आरोप है कि दिशा ने टूलकिट शेयर कर भारत के खिलाफ सामाजिक और आर्थिक रूप से वैमनस्य फैलाने के लिए खालिस्तान समर्थक संगठन ‘Poetic Justice Foundation’ के साथ सांठगांठ की है.

कौन है निकिता जैकब?

विवाद छिड़ने पर निकिता ने अपना ट्विटर अकाउंट डिलीट कर लिया था। दावा किया जा रहा है कि तब उसने अपने प्रोफाइल में खुद का परिचय बॉम्बे हाई कोर्ट की वकील, पर्यावरणविद और आम आदमी पार्टी (AAP) से जुड़े होने के रूप में दे रखा था। हालांकि, नए प्रोफाइल में उसने आम आदमी पार्टी से अपने संबंध की बात हटा दी है। ट्विटर यूजर विजय पटेल ने दावा किया है कि निकिता ने 30 जनवरी, 2021 को ‘सॉलिडेरिटी विद इंडियन फार्मर्स’ के नाम डॉक्युमेंट तैयार की थी। दावा है कि वो इंस्टाग्राम पर News Infuse नाम से एक अकाउंट भी बना रखा है जहां पर वो प्रॉपगैंडा फैलाती रहती है।

खालिस्तानी आतंकी के साथ मीटिंग कर चुकी है निकिता?

सूत्रों के मुताबिक, खालिस्तानी संगठन पॉएटिक जस्टिस फाउंडेशन (Poetic Justice Foundation) के संस्थापक एमओ धालीवाल ने निकिता से उसके सहयोगी पुनीत के जरिए संपर्क किया। मकसद गणतंत्र दिवस से पहले ट्विटर पर तूफान खड़ा करना था। गणतंत्र दिवस से पहले निकिता, दिशा और कुछ अन्य लोगों ने धालीवाल के साथ जूम पर मीटिंग (Mo Dhaliwal meeting with Nikita Jacob and Disha Ravi) की थी। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल चार दिन पहले यानी 11 फरवरी को निकिता जैकब के घर जाकर उसके इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की पड़ताल की थी। दिल्ली पुलिस ने तब निकिता से कहा था कि वो फिर से आएगी, लेकिन दोबारा पहुंचने पर निकिता गायब थी।दिल्ली पुलिस का कहना है कि निकिता गिरफ्तारी से बचने के लिए छिप रही है। उसने अंतरिम जमानत के लिए बॉम्बे हाई कोर्ट में आवेदन दिया है।

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