Begin typing your search above and press return to search.

कलेक्टर जब किसान बन गए…मुंह मेें बांधा गमछा और पैर में हवाई चप्पल…पहुंच गए धान खरीदी की व्यवस्था देखने कृषि मंडी

कलेक्टर जब किसान बन गए…मुंह मेें बांधा गमछा और पैर में हवाई चप्पल…पहुंच गए धान खरीदी की व्यवस्था देखने कृषि मंडी
X
By NPG News

रामपुर, 11 अक्टूबर 2020। उत्तर प्रदेश के रामपुर से खबर है…रामपुर जिले के कलेक्टर किसान के वेष में पहुंच गए कृषि मंडी। धान खरीदी की व्यवस्था में खामियों को लेकर बाद में उन्होंने अफसरों की जमकर क्लास ली।
धान खरीदी केंद्रों पर घपलेबाजी पकड़ने के लिए डीएम आंजनेय कुमार सिंह खुद किसान बन गए। मुंह पर मास्क और अंगोछा और पैरों में चप्पल पहनकर पैदल ही क्रय केंद्र पहुंचे और कुछ देर तक कोई पहचान नहीं पाया, लेकिन जब बाद में डीएम ने गमछा उतारा तो अफसरों और कर्मचारियों में खलबली मच गई। डीएम ने घपलेबाजी करने वाले कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए।
धान क्रय के लिए स्थापित किए गए खरीदी केंद्रों पर धान की खरीद को लेकर तमाम तरह की शिकायतें मिल रही हैं। इन शिकायतों को देखते हुए डीएम ने शनिवार को किसान की वेशभूषा धारण कर ली। डीएम आन्जनेय कुमार सिंह ने मुंह पर मास्क और अंगोछा बांधा और निजी गाड़ी से बिलासपुर के क्रय केंद्र पहुंच गए। उन्होंने निजी गाड़ी क्रय केंद्र से पांच सौ मीटर की दूरी पर छोड़ दिया था। कलेक्टर ने किसान की तरह खरीदी केंद्रों पर गोपनीय तरीके से व्यवस्थाएं देखीं तथा प्रभारियों से धान बिक्त्री के लिए प्रक्रिया के बारे में पूछा। उसके बाद उन्होंने किसानों के बीच जाकर उनसे बिक्री के दौरान खरीदी केंद्र संचालकों द्वारा अपनाई जा रही प्रक्रिया एवं अनियमितताओं के बारे में भी गोपनीय जानकारी प्राप्त की।
कलेक्टर को सामान्य किसान की वेशभूषा में केंद्र संचालक पहचान नहीं पाए। बाद में उन्होंने जब मंुह पर से गमछा उतारा तो कर्मचारियों में खलबली मच गई। सूचना मिलते ही डिप्टी कलेक्टर बिलासपुर सहित अन्य अधिकारी पहुंच गए। कलेक्टर ने बारी-बारी से केंद्र प्रभारियों की क्लास लगाई। बिलासपुर स्थित एनसीसीएफ के खरीदी केंद्र पर भारी अनियमितता पर कलेक्टर ने केंद्र प्रभारी के विरुद्ध धान खरीदी में शासन द्वारा दिए गए निर्देशों के प्रति लापरवाही बरतने के कारण एफआईआर दर्ज कराने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने किसानों का धान खरीदी न किए जाने के कारणों के बारे में पूछा तथा कहा कि यदि धान में नमी है तो उसे सुखाने के लिए किसानों को पर्याप्त जगह मुहैया कराएं ताकि किसानों को धान वापस ले जाने के बजाय परिसर में ही सुखाने की सुविधा मिल सके।

Next Story