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सेस पर शोर के क्या हैं मायने ?… सरकार पर निशाना या सिंहदेव पर सहानुभूति का दिखावा… विपक्ष का कहीं ये नया सियासी चाल तो नहीं

सेस पर शोर के क्या हैं मायने ?… सरकार पर निशाना या सिंहदेव पर सहानुभूति का दिखावा… विपक्ष का कहीं ये नया सियासी चाल तो नहीं
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By NPG News

रायपुर 5 मार्च 2021। शराब पर सेस का मुद्दा अब सदन से बाहर महालेखाकार भवन तक पहुंच गया है। भाजपा विधायक दल ने आज इस मुद्दे पर महालेखाकार से शिकायत की है और सेस की राशि के दुरूपयोंग को रोकने की मांग की है। आरोप है कि पिछले साल मई महीने में शराब पर सेस की राशि पहले कोरोना मद में वसूली गयी, लेकिन स्वास्थ्य विभाग को नहीं दी गयी….उसी तरह गौठान के विकास व रख रखाव के लिए सेस लगाया गया, लेकिन ये राशि भी पंचायत विभाग को नहीं मिली। कोरोना पर सेस से राज्य सरकार को 364.75 और गौठान सेस से 156 करोड़ का राजस्व सरकार को मिला है।

इन शिकायतों में एक बड़ा ही दिलचस्प संयोग नजर आ रहा है, इक्तेफाक से जिन दो विभागों में सेस की राशि नहीं दिये जाने का शोर विपक्ष मचा रहा है, वो दोनों ही विभाग मंत्री टीएस सिंहदेव का है। सिंहदेव के पास स्वास्थ्य भी है और गौठान का नोडल विभाग में दो माह पूर्व तक पंचायत विभाग ही रहा है। कई राजनीतिक जानकार मानते हैं की सिहदेव के विभाग का मुद्दा उठाकर विपक्ष कहीं पर निगाह और कही पर निशाना वाली चाल चल रहा है।

विपक्ष सिंहदेव के विभाग को राशि नहीं दिये जाने की बात को जताकर कहीं उनके विभाग को राशि दिलाना तो नहीं चाहता या बात ही कुछ और है ।हालांकि इस मामले में कोई खुलकर बोलने को तैयार नहीं है, लेकिन 10 दिन के विधानसभा के दौरान जिस तरह से 4 से 5 दिन शराब में सेस का मुद्दा उठा है, उसके बाद तो ये शक जरूर जा रहा है

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